
मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 02 अक्टूबर 2024 | जयपुर : राजस्थान के सीनियर आईएएस राजेंद्र विजय के ठिकानों पर बुधवार सुबह भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की टीमों ने रेड की है। छापेमारी के बाद विजय को कोटा संभागीय आयुक्त से हटा दिया गया है। सरकार ने उन्हें एपीओ कर दिया है।
ACB की छापेमारी के बाद कोटा संभागीय आयुक्त आईएएस राजेंद्र विजय APO
एजेंसी लंबे समय से विजय पर नजर रख रही थी। एसीबी ने मंगलवार को कोर्ट में अपनी जांच रिपोर्ट और शिकायत को रखा, जिसके आधार पर कोर्ट ने सर्च के आदेश दिए। बुधवार सुबह करीब साढ़े 6 बजे से राजेन्द्र विजय के 4 ठिकानों पर एसीबी सर्च कर रही है।

विजय के कोटा में 2 और जयपुर के एक ठिकानों पर सर्च की जा रही है। वहीं, दौसा में उनके पैतृक घर को फिलहाल सील किया गया है। आईएएस के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायतें हैं।
25 सितंबर को ही कोटा संभागीय आयुक्त का चार्ज लिया था
राजेंद्र विजय को एसीबी की छापेमारी शुरू होने के करीब चार घंटे बाद संभागीय आयुक्त के पद से हटा दिया गया। उन्हें आठ दिन पहले ही पोस्टिंग मिली थी। कोटा में उनके सरकारी आवास और ऑफिस की तलाशी ली जा रही है। विजय के जयपुर में तारों की कूट स्थित आवास पर भी टीम सुबह से मौजूद है।
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राजेन्द्र विजय मूलतः दौसा जिले के दुब्बी गांव के निवासी हैं। बुधवार सुबह टीम दुब्बी में उनके घर पहुंची तो गांव में खलबली मच गई। डिप्टी एसपी नवल मीना ने कार्रवाई करते हुए उनके मकान को सील कर दिया। कार्रवाई के दौरान विजय के पैतृक घर पर कोई मौजूद नहीं था। ऐसे में उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद सर्च की कार्रवाई होगी।

राजेंद्र विजय की जगह कोटा के संभागीय आयुक्त की अतिरिक्त जिम्मेदारी कोटा कलेक्टर रविंद्र गोस्वामी को दी गई है। कार्मिक विभाग के संयुक्त शासन सचिव कनिष्क कटारिया ने एपीओ आदेश जारी किए हैं।
7 दिन पहले ही जॉइन किया था कार्यभार
आईएएस राजेंद्र विजय प्रमोटी आईएएस हैं। उन्हें वर्ष 2010 का बैच मिला है। 7 दिन पहले ही 25 सितंबर को उन्होंने कोटा संभागीय आयुक्त का पदभार ग्रहण किया था। 17 दिन पहले उनका ट्रांसफर राजस्थान शहरी पेयजल सीवरेज एवं अवसंरचना निगम लिमिटेड में कार्यकारी निदेशक के पद पर किया गया था लेकिन 22 सितंबर को जारी ट्रांसफर लिस्ट में उन्हें कोटा का संभागीय आयुक्त बना दिया था। इससे पहले वे करीब 8 महीने तक नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग में स्पेशल सेक्रेटरी रहे हैं।