
मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 13 जुलाई 2024 | जयपुर : राजस्थान में सचिन पायलट खेमे की बगावत के समय जुलाई 2020 में उठे फोन टैपिंग विवाद की एक बार फिर से चर्चा शुरू हो गई है। पूर्व सीएम अशोक गहलोत और उनके पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा का अब एक ऑडियो सामने आया है। इसमें दोनों उस लैपटॉप और मोबाइल को डैमेज करने की बात कर रहे हैं जिससे फोन टैपिंग की रिकॉर्डिंग मीडिया को भेजी गई।
गहलोत ने नाम नहीं लिया, लेकिन इशारा उसी ओर
ऑडियो में गहलोत लोकेश शर्मा से उस लैपटॉप के बारे में पूछ रहे हैं, जिससे मीडिया को खरीद-फरोख्त की साजिश वाले ऑडियो भेजे थे। गहलोत और लोकेश बातचीत में ऑडियो का नाम नहीं ले रहे, लेकिन कड़ियां जुड़ती दिख रही हैं।

गहलोत इस बातचीत में कह रहे हैं कि मैंने जो दिया था, वही यूज किया न। साथ ही जिस मोबाइल और लैपटॉप से मीडिया को विधायकों की खरीद फरोख्त से जुड़ा ऑडियो भेजा गया, उसके बारे में बातचीत है। गहलोत ने पूछा- जिससे मीडिया को भेजा उसका क्या किया, जवाब में लोकेश ने कहा कि वो मोबाइल डैमेज कर दिया।
गहलोत बोले- तुम्हारा लैपटॉप किसी दूसरे स्टेट के रिश्तेदार को दे दो या नष्ट कर दो
इस बातचीत में गहलोत विधायकों की खरीद-फरोख्त वाले ऑडियो के बारे में बारीकी से पूछ रहे हैं। गहलोत ने लोकेश शर्मा से वो लैपटॉप दूसरे स्टेट में रिश्तेदार को भिजवाने के लिए कहा, जिसमें ऑडियो को पेन ड्राइव से कॉपी किया था। उसे डिस्ट्रॉय करने का सुझाव भी दिया।
विधायकों की खरीद-फरोख्त की साजिश के आरोप लगाए थे
दरअसल, सचिन पायलट ग्रुप की बगावत से जब सियासी संकट खड़ा हुआ था उस वक्त विधायकों की 34 दिन होटलों में बाड़ेबंदी की गई थी। बाड़ेबंदी के दौरान ही गहलोत खेमे की तरफ से लोकेश शर्मा ने मीडिया को कुछ ऑडियो क्लिप भेजे थे।
इनमें केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और दिवंगत कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा के बीच विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर बातचीत का दावा था। एक ऑडियो तत्कालीन मंत्री विश्वेंद्र सिंह का होने का हवाला दिया था। उस वक्त इन ऑडियो के जरिए गहलोत गुट ने बीजेपी पर सरकार गिराने की साजिश के आरोप लगाए थे।
ऑडियो सोर्स को लेकर लोकेश शर्मा और अफसरों पर केस दर्ज
फोन टैपिंग का विवाद इन ऑडियो के सामने आने के बाद ही उठा। बीजेपी शुरू से आरोप लगाती रही है कि गहलोत ने सरकार बचाने के लिए गैरकानूनी तरीके से नेताओं के फोन टेप करवाए। यह मामला संसद और विधानसभा में भी उठा था।
मार्च 2021 में विधानसभा में यूडीएच और संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने कहा था कि लोकेश शर्मा ने ही ऑडियो वायरल किए थे। ये ऑडियो उसे सोशल मीडिया से मिले थे। शेखावत ने इस बयान के आधार पर लोकेश शर्मा और पुलिस अफसरों के खिलाफ दिल्ली में केस दर्ज करवाया था। इसमें अब तक जांच पूरी नहीं हुई है।