राजस्थान में हुआ भारत बंद का व्यापक असर, बीकानेर-जोधपुर में हिंसक घटनाएँ

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 22 अगस्त 2024 | जोधपुर : अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (एससी-एसटी) के आरक्षण में ‘क्रीमी लेयर’ पर उच्चतम न्यायालय के फैसले को लेकर बुधवार को आहूत ‘भारत बंद’ का राजस्थान में अत्यधिक व्यापक असर देखा गया।

राजधानी जयपुर के साथ साथ अजमेर सहित अनेक शहरों में प्रमुख बाजार बंद हैं और सड़कों पर आवागमन अन्य दिनों की तुलना में बहुत ही कम रहा। प्रशासन ने जयपुर सहित अनेक जिलों में स्कूल- कॉलेज में एहतियातन छुट्टी की घोषणा पहले से ही की थी।

राजस्थान में हुआ भारत बंद का व्यापक असर, बीकानेर-जोधपुर में हिंसक घटनाएँ

यह ‘बंद’ सुबह नौ बजे शुरू हुआ और राज्य के अनेक जिलों में इसका असर रहा। प्रमुख बाजारों में दुकानें नहीं खुलीं। अनेक जगह रोडवेज की बस नहीं चलने से लोगों को परेशानी हुई। राजधानी जयपुर सहित राज्यभर की सड़कों पर भी अपेक्षाकृत कम वाहन द‍िखे। ‘बंद’ का आह्वान करने वाले संगठनों के कार्यकर्ताओं ने रैलियां निकालीं। पुलिस ने किसी भी तरह की अप्रिय घटना को टालने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए।

राजस्थान में हुआ भारत बंद का व्यापक असर

भारत बंद को लेकर राजस्थान के डीजीपी का बयान आया सामने

राजस्थान में भारत बंद को लेकर DGP यूआर साहू का बयान सामने आया है। साहू ने कहा कि राजस्थान में दो-तीन घटनाओं को छोड़कर बंद शांतिपूर्ण रहा है। दो-तीन जगह से सूचना मिली है कि बंद के दौरान क़ानून व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश की गई।

इस संबंध में शिकायत के आधार और अनुसंधान किया। डीजीपी ने आगे कहा कि राजस्थान में राज्य सरकार के निर्देशों पर पुलिस डिपार्टमेंट ने पहले से ही तैयारी कर रखी थी। उसी के अनुसार आज पुलिस प्रशासन ने बेहतर ढंग से अपनी ड्यूटी को अंजाम दिया।

भारत बंद का जयपुर में दिखा असर

एससी एसटी आरक्षण में उप वर्गीकरण के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में भारत बंद का असर जयपुर में भी देखने को मिला। अल्बर्ट हॉल के पास बड़ी संख्या में जमा हुए लोग चौड़ा रास्ता, त्रिपोलिया गेट होते हुए बड़ी चौपड़ से एमआई रोड पहुंचे।

हल्की बारिश के बीच नारेबाजी करते हुए लोग सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। प्रदर्शन के रूट को देखते हुए व्यापारियों ने पहले ही अपनी दुकानें बंद रखी थी। प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी और आरएएफ की टुकड़ी तैनात रखी थी। बंद समर्थकों का कहना था कि यह आरक्षण समाप्त करने की साजिश है।

जयपुर में भारी सुरक्षा बल की तैनाती

भारत बंद के चलते जयपुर में भारी सुरक्षाबल की तैनाती की गई। इस वक्त अल्बर्ट हॉल संग्रहालय के बाहर से एक तस्वीर सामने आई। इसमें पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आरएएफ की टुकड़ी मार्च करती नजर आयी।

जयपुर पुलिस कमिश्नर ने जारी की एडवाइजरी

भारत बंद के मद्देनजर जयपुर पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसफ ने आयुक्तालय के सभी थाना क्षेत्र में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एडवाइजरी जारी की। बंद शांतिपूर्वक रहे व कानून व्यवस्था एवं नियमों का उल्लंधन बर्दाश्त नहीं किया जाए। कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।

बंद के दौरान किसी प्रकार की आपातकालीन सेवाएं प्रभावित नहीं रहें। शहर में शांति, कानून एवं यातायात व्यवस्था बनाए रखें.सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखें। किसी भी प्रकार की भ्रामक बातें एवं अपवाह न फैले एवं अफवाहों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करें।

पुलिस नियंत्रण कक्ष पर कानून व्यवस्था संबंधी जानकारी समय समय पर अपडेट करें एवं थाना क्षेत्रों पर सूचना तंत्र सक्रिय कर नजर रखें। राजकीय,सार्वजनिक एवं निजी संपत्ति को किसी प्रकार का नुकसान न हो। शांति पूर्वक मार्च में असामाजिक एवं शरारती तत्वों से सावधानी बरतें।

जयपुर के पुराने शहर में सभी बाजार बंद रहे। शहर के जौहरी बाजार इलाके में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई।

जयपुर के पुराने शहर में सभी बाजार बंद रहे। शहर के जौहरी बाजार इलाके में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई।

भारत बंद जयपुर का रूट चार्ट

अनुसूचित जाति-जनजाति संयुक्त संघर्ष समिति, राजस्थान ने भारत बंद जयपुर का रूट चार्ट जारी किया। इसके अनुसार, 21 अगस्त सुबह 9 बजे यह रामनिवास बाग से शुरू होकर चौड़ा रास्ता, त्रिपोलियाबाजार, बड़ी चौपाड़, जोहरी बाजार, सांगानेरी गेट, एमआई रोड से होते हुए वापस रामनिवास बाग पहुंचें।

जयपुर के संवेदनशील स्थानों पर कड़ी निगरानी

भारत बंद को लेकर राजस्थान की राजधानी में पुलिस हाई अलर्ट पर रही। जगह-जगह पुलिस बल को तैनात किया गया। संवेदनशील स्थानों पर ज्यादा सतर्कता बरती गयी। सड़कों पर फिलहाल आवाजाही नगण्य थी। कुछ देर बाद बंद का व्यापक असर दिखा।

पाली में डीजे के साथ निकाला जुलूस

सुप्रीम कोर्ट की ओर से एससी-एसटी वर्गों के आरक्षण में कोटा देने के निर्णय के विरोध में पाली शहर समेत जिले भर में दलित संगठनों की ओर से रैलियों का आयोजन किया गया। बंद का असर जिलेभर में देखने को मिला।

सुबह से ही बाजार पूरी तरह से बंद नजर आए। जय भीम के नारों के साथ दलित वर्ग के हजारों लोग डीजे लेकर शहर भर में घूमे। इस दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी सेवाएं पूरी तरह से बंद रहीं।

बूंदी में जबरन बंद करवाया गया बाजार

बूंदी में भी भारत बंद का असर देखने को मिल रहा है। सुबह से सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। एससी एसटी संगठन से जुड़े लोग बड़ी संख्या में शहर भर के बाजारों में घूम कर प्रदर्शन करते हुए दिखाई दे दिये। इस दौरान जो दुकान खुली हुई दिख रही थी, उसे वो जबरन बंद करवा।

प्रदर्शन को देखते हुए 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात रहे। ड्रोन से शहर के विभिन्न इलाकों की निगरानी की गयी। मूकनायक मीडिया ब्यूरो के संवाददाता ने बूंदी शहर में बंद का जायजा लिया, जहां इंदिरा मार्केट सहित विभिन्न बाजार बंद रहे। जिले के हिंडोली, तालेड़ा, लाखेरी, केशवरायपाटन कस्बे भी बंद थे।

अलवर हाथों में डंडे लेकर युवाओं ने निकाला जुलूस

अलवर में अंबेडकर सर्किल पर संयुक्त समाज के सभी कार्यकर्ता उपस्थित हुए। इसके बाद उन्होंने पूरे बाजार में रैली निकली। कुछ लोगों के हाथों में डंडे थे, कुछ बाइक पर झंडे लिए बैठे थे, जबकि कुछ पैदल चल रहे थे। ये रैली तीन बजे मिनी सचिवालय पहुंचेगी, जहां जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया। एक डीएसपी, दो थाना प्रभारी और पुलिस की चार गाड़ियां रैली के साथ चल रही थी।

3 बजे तक नहीं चली रोडवेज बसें

अनुसूचित जाति और जनजाति संगठनों की ओर से आज भारत बंद के आवाहन पर अलवर में पूरा बाजार बंद रहा। पुलिस की ओर से सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई थी। आवश्यक आपातकालीन सेवाओं को इस बंद से मुक्त रखा गया। हर उपखंड क्षेत्र में एसडीएम को कार्यपालक मजिस्ट्रेट बनाया गया।

इस बंद को देखते हुए अलवर में शांति व्यवस्था के लिए पूरे जिले में करीब 2000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए। आरएसी की 2 कंपनियों के साथ होमगार्ड भी तैनात रहे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सहित अन्य पुलिस अधिकारियों द्वारा इसकी मॉनीटरिंग की गयी।

जोधपुर के पांच बत्ती चौराहे पर सन्नाटा

जोधपुर के पांच बत्ती चौराहे पर बंद का असर साफ नजर आ रहा है। सभी दुकानें बंद हैं। 24 घंटे चलने वाली सड़कें आज खाली हैं। पुलिस के कुछ जवान यहां की स्थति पर नजर बनाए हुए थी। लेकिन शहर पूरी से बंद नजर आया। जोधपुर में कलेक्टर को ज्ञापन देने जाते हुए संघर्ष समिति के कार्यकर्ता अचानक सोजत गेट पर ट्रैफिक पुलिस पोस्ट पर चढ़ गए।

जयपुर के अल्बर्ट हॉल के बाहर भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में प्रदर्शन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में युवा भी शामिल हुए।

गर्म तेल गिराकर जलाए दोनों पैर

जोधपुर जिले के सोमेसर गांव में भारत बंद के दौरान बंद समर्थकों ने खूब उत्पात मचाया। यहां व्यापारियों के प्रतिष्ठानों को जबरदस्ती बंद कराया गया। इसी दौरान उत्पात मचाने वालों ने एक पकोड़े बनाने वाले को अपना शिकार बना लिया और उसके पैरों पर गर्म तेज डालकर जला दिए। इसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया और गांव में महिला एवं पुरुष धरने पर बैठ गए और रोड जाम कर दी।

भीलवाड़ा में निकाली गई रैली में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं। रैली में शामिल लोगों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा।

धौलपुर बस स्टैंड पर इंतजार करती रही सवारियां

भारत बंद के आह्वान को लेकर पुलिस और प्रशासन सतर्क है। धौलपुर शहर के प्रमुख बाजारों में सन्नाटा पसर गया। बाजार पूरी तरह से बंद रहे। रोडवेज बसों के पहिए थमने से सवारियां बस स्टैंड पर परेशान हो रही। चप्पे चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई।

पुलिस द्वारा बाजारों में फ्लैग मार्च किया गया। जिले के राजाखेड़ा, सरमथुरा, बाड़ी, बसेड़ी एवं सैपऊ उपखंड में भारी पुलिस बल की गई। धौलपुर रोडवेज बस स्टैंड पर बसों के पहिए पूरी तरह से थम गए। सावरिया सुबह से इंतजार कर रही हैं. लोगों को आवागमन में भारी असुविधा हो हुई।

कोटा में जबरन बंद कराई जा रहीं दुकानें

राजस्थान के कोटा शहर में संयुक्त संघर्ष समिति के कुछ लोग सड़कों पर घूम-घूम कर भारत बंद के दौरान खुली हुई दुकानों को बंद कराते हुए नजर आये। इस दौरान की वीडियो भी सामने आई, जिसमें दूर-दूर तक एक भी पुलिसकर्मी नजर आ रहा था।

अजमेर में निकाली गई बाइक रैली

एससी एसटी वर्ग के भारत बन्द के दौरान अजमेर की दरगाह बाजार व्यापारियों ने भी बंद को समर्थन दिया। इस दौरान समुदाय के लोगों ने पूरे शहर में बाइक रैली निकाली। अनाज, फल, सब्जी मंडी को भी इस में बंद रखा गया। रोडवेज बस में भी दोपहर तक नहीं चली क्योंकि इनका मुख्य कॉल दोपहर 3:00 बजे तक बंद रहे। पुलिस द्वारा ड्रोन से भी निगरानी की जा रही।

बीकानेर के बवाल का वीडियो आया सामने

भारत बंद के दौरान बीकानेर में हुए झड़प का वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में आप देख सकेंगे कि किस तरह दुकान बंद कराने के नाम पर बीकानेर के बज्जू में दो गुटों में झड़प हुई।दुकानदार बोला- शाम की रोटी का इंतजाम कर दो मैं दुकान बंद कर दूंगा।

भारत बंद के बीच राजस्थान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो में एक दुकानदार बाजार बंद कराने आए लोगों और थानेदार से उलझता नजर आ रहा है। दुकानदार साफ कहता है कि हमे आरक्षण नहीं, बच्चों के लिए रोटी चाहिए। बाजार बंद कराने आए लोगों से दुकानदार यह भी कहता है कि आप शाम को हमारे परिवार के लिए रोटी (खाने) का इंतजाम कर दो, मैं दुकान बंद कर दूंगा।

बीकानेर में बवाल, दो गुटों में झड़प। भारत बंद के दौरान राजस्थान के बीकानेर जिले से बवाल की खबर सामने आई है। बीकानेर के बज्जू में भारत बन्द के दौरान दो गुटों झड़प हुई। इस झड़प में एक व्यक्ति घायल भी हो गया। झड़प के बाद क़स्बे में तनाव की स्थिति बनी है।

बताया गया कि दुकान बन्द करवाने को लेकर विवाद हुआ। झड़प के बाद पुलिस मौक़े पर पहुंच चुकी है। घायल का इलाज सीएचसी में कराया जा रहा है। हालांकि एसएमडी रंजीत कुमार ने बताया स्थिति कंट्रोल में है।

बीकानेर स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्र और मदरसों में अवकाश

भारत बंद को मद्देनजर रखते हुए बुधवार को बीकानेर जिले के समस्त निजी और सरकारी स्कूलों, कोचिंग संस्थानों, आंगनबाड़ी केंद्रों और मदरसों में विद्यार्थियों के लिए अवकाश रहा। जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने इस संबंध में आदेश जारी किए।

भारत बंद को लेकर पूर्व सीएम अशोक गहलोत का ट्वीट

राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने मंगलवार रात 12 बजे के बाद एक्स पर लिखा, ‘उच्चतम न्यायालय द्वारा SC/ST आरक्षण में क्रीमीलेयर व उप वर्गीकरण को लेकर दिए गए फैसले के विरोध में देशभर के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग ने 21 अगस्त को ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है। मैं समाज के सभी वर्गो से अपील करता हूं कि शांति बनाए रखें एवं अफवाहें ना फैलाएं। हम सभी को समाज में एक साथ रहना है इसलिए ऐसा कोई कृत्य ना करें जिससे आपसी सौहार्द बिगड़े।’

बाड़मेर में भारत बंद के दौरान निकला जुलूस

राजस्थान के बाड़मेर जिले में अंबेडकर सर्किल से जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय तक जुलूस निकाला। इस दौरान जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा, जिसके साथ ही जुलूस समाप्त हुआ। भारत बंद के साथ जुलूस के चलते जिले में पुलिस व आरएसी के जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात रहे। एरिया मजिस्ट्रेट नियुक्त कर कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए थे। हर गतिविधि पर पुलिस की पैनी नजर रखी।

अजमेर, पाली, सवाई माधोपुर, बाड़मेर सहित कई शहरों में बंद का असर देखा गया। - Dainik Bhaskar

सीकर में शराब की दुकानें भी बंद

भारत बंद के दौरान सीकर जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने एवं बच्चों की सुरक्षा की दृष्टि को मध्य नजर रखते हुए जिला कलेक्टर कमर चौधरी ने आदेश जारी करके जिले के सभी राजकीय एवं निजी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं का 21 अगस्त को अवकाश घोषित किया।

डीएम ने जिला आबकारी अधिकारी सीकर को निर्देशित किया था कि 21 अगस्त 2024 को भारत बंद के मध्यनजर जिले में कानून व्यवस्था बनाएं रखने के लिए प्रातः काल से सायं 6 बजे तक जिले की समस्त शराब की दुकानें बंद करवाया जाना सुनिश्चित करें।

भीलवाड़ा में निकाली गई रैली में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं। रैली में शामिल लोगों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा।

जोधपुर में कलेक्टर को ज्ञापन देने जाते हुए संघर्ष समिति के कार्यकर्ता अचानक सोजत गेट पर ट्रैफिक पुलिस पोस्ट पर चढ़ गए।

 

जयपुर के अल्बर्ट हॉल के बाहर भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में प्रदर्शन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में युवा भी शामिल हुए।

जयपुर सहित 16 जिलों में स्कूल-कॉलेज रहे बंद

बंद के चलते जयपुर, सीकर, अलवर, दौसा, सवाई माधोपुर, डीग, जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, टोंक, भीलवाड़ा, नीमकाथाना, कोटा, श्रीगंगानगर, चित्तौड़गढ़ और भरतपुर में स्कूल-कॉलेजों के साथ समस्त शैक्षणिक संस्थाओं में आज छुट्टी कर दी गई थी। कोटा, शेखावाटी और मत्स्य यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं कैंसिल की गई।

भरतपुर में संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा के निर्देशानुसार सुबह 9 से शाम 6 बजे तक भरतपुर, सवाई माधोपुर, करौली व डीग-कुम्हेर में इंटरनेट बंद रहा। गंगापुर सिटी जिले के टोडाभीम में सरकारी स्कूल विशनपुरा के 12 टीचरों ने सीबीईओ (टोडाभीम) को सामूहिक एप्लिकेशन देकर 21 अगस्त की छुट्टी मांगी।

उन्होंने भारत बंद का समर्थन करने के लिए छुट्‌टी चाही थी। कोटा के साथ ही जयपुर ग्रामीण के फुलेरा, चंदवाजी, रेनवाल और अचरोल में शराब की दुकानें बंद रही।

राजस्थान के अलग-अलग शहरों में बंद का असर, PHOTOS…

सवाई माधोपुर के पुराने शहर में दंडवीर बालाजी से रैली निकाली गई। जो शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई कलेक्ट्रेट पहुंची। रैली शामिल युवाओं ने डंडे लहराते हुए नारेबाजी की।

सवाई माधोपुर के पुराने शहर में दंडवीर बालाजी से रैली निकाली गई। जो शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई कलेक्ट्रेट पहुंची। रैली शामिल युवाओं ने डंडे लहराते हुए नारेबाजी की।

जैसलमेर में अंबडेकर पार्क से निकली रैली में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। रैली को देखते बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भी तैनात रहे।

जैसलमेर में अंबडेकर पार्क से निकली रैली में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। रैली को देखते बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भी तैनात रहे।

झुंझुनूं के चिड़ावा में बंद शांतिपूर्ण रहा। इस दौरान लोगों ने सभा की और सरकार से सुप्रीम कोर्ट के आदेशों पर विचार ना करने और आरक्षण से छेड़छाड़ ना करने की अपील की।

झुंझुनूं के चिड़ावा में बंद शांतिपूर्ण रहा। इस दौरान लोगों ने सभा की और सरकार से सुप्रीम कोर्ट के आदेशों पर विचार ना करने और आरक्षण से छेड़छाड़ ना करने की अपील की।

प्रदेश के अलग-अलग शहर में बंद के दौरान रैली निकालकर भी प्रदर्शन किया गया।

प्रदेश के अलग-अलग शहर में बंद के दौरान रैली निकालकर भी प्रदर्शन किया गया।

नीमकाथाना में अंबेडकर छात्रावास से एक रैली निकाली गई। इस दौरान बाजार पूरी तरह बंद रहे, वहीं सुरक्षा की दृष्टि से बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया।

नीमकाथाना में अंबेडकर छात्रावास से एक रैली निकाली गई। इस दौरान बाजार पूरी तरह बंद रहे, वहीं सुरक्षा की दृष्टि से बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया।

पाली के अंबेडकर सर्किल पर प्रदर्शन करते अनुसूचित जाति-जनजाति आरक्षण संघर्ष समिति के कार्यकर्ता।

पाली के अंबेडकर सर्किल पर प्रदर्शन करते अनुसूचित जाति-जनजाति आरक्षण संघर्ष समिति के कार्यकर्ता।

जयपुर में एजुकेशनल इंस्टीट्यूट बंद रहे। पुलिस ने शहर के अलग-अलग इलाकों में बैरिकेडिंग भी की।

जयपुर में एजुकेशनल इंस्टीट्यूट बंद रहे। पुलिस ने शहर के अलग-अलग इलाकों में बैरिकेडिंग भी की।

प्रदेश के अधिकतर शहरों में बंद के आह्वान के कारण सन्नाटा पसरा नजर आया।

प्रदेश के अधिकतर शहरों में बंद के आह्वान के कारण सन्नाटा पसरा नजर आया।

सीकर में बंद का असर दिखा। यहां के प्रमुख जाट बाजार में सन्नाटा है। आम दिनों में यहां सुबह 9 बजे ही चहल-पहल शुरू हो जाती है।

सीकर में बंद का असर दिखा। यहां के प्रमुख जाट बाजार में सन्नाटा है। आम दिनों में यहां सुबह 9 बजे ही चहल-पहल शुरू हो जाती है।

टोंक में बंद को लेकर निकाली गई रैली में जिले भर से लोग शामिल हुए।

टोंक में बंद को लेकर निकाली गई रैली में जिले भर से लोग शामिल हुए।

गंगापुर के टोडाभीम में विरोध प्रदर्शन के लिए शहर के मुख्य बाजार में टेंट लगाया गया। यहां के बाजार भी पूरी तरह बंद रहे।

गंगापुर के टोडाभीम में विरोध प्रदर्शन के लिए शहर के मुख्य बाजार में टेंट लगाया गया। यहां के बाजार भी पूरी तरह बंद रहे।

कोटा में 3 बजे तक बंद रहेंगे बाजार

शिक्षा नगरी कोटा में भारत बंद का असर दिखा। स्कूल-कॉलेज से लेकर दुकानों तक यहां सब कुछ बंद रहा। व्यापार संघ ने दोपहर 3:00 तक दलित-आदिवासी संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का समर्थन किया।

यह भी पढ़ें : भारत बंद का राजस्थान सहित देशभर में व्यापक असर

ऐसे में कोटा पुलिस अलर्ट मोड पर रहा। जिला प्रशासन ने कक्षा 1 से 12वीं तक सभी राजकीय व निजी विद्यालय के साथ-साथ कोचिंग सेंटर में भी अवकाश घोषित किया। इस कारण कोटा की सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ।

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वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए उमड़ी भीड़

दरअसल वैकुंठ एकादशी के मौके पर तिरुमला तिरुपती देवस्थानम यानी टीटीडी श्री के भक्तों को तिरुमाला में दस दिनों के लिए वैकुंठ द्वार दर्शन प्रदान कर रहा है। 10 जनवरी से 19 जनवरी तक दर्शन कराए जा रहे हैं।

9 जनवरी को सुबह 5 बजे से इसी द्वार से दर्शन टोकन जारी किए जाएंगे। इन एसएसडी टोकन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। टीटीडी ने तिरुपति और तिरुमाला में एसएसडी टोकन जारी करने के लिए काउंटर स्थापित किए हैं।

दैनिक भास्कर ने लिखा कि आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में बुधवार शाम को वैकुंठ द्वार दर्शन टिकट काउंटर के पास भगदड़ मच गई। इस हादसे में एक महिला समेत 4 लोगों की मौत हो गई। 150 से ज्यादा भक्त घायल होने की खबर है। दरअसल, काउंटर के पास 4 हजार से ज्यादा श्रद्धालु कतार में खड़े थे।

हादसे की फोटोज

दर्शन टोकन जारी किए जाने थे

9 जनवरी को सुबह 5 बजे इन केंद्रों पर भक्तों को 10, 11 और 12 तारीख के लिए 1.20 लाख टोकन आवंटित किए जाएंगे। टीटीडी ने कहा कि अन्य दिनों में टोकन जारी किए जाएंगे। भक्त बुधवार शाम से ही काउंटरों पर भीड़ लगाने लगे। क्योंकि गुरुवार सुबह से द्वार दर्शन टोकन जारी किए जाने थे।

तिरुपति में 8 केंद्रों पर 90 काउंटर बनाए गए हैं। तिरुपति में इंदिरा मैदान, रामचंद्र पुष्करिणी, श्रीनिवासम कॉम्प्लेक्स, विष्णु निवासम कॉम्प्लेक्स, भूदेवी कॉम्प्लेक्स, भैरगीपट्टेडा रामानायडू हाई स्कूल, एमआर पल्ली जिला परिषद हाई स्कूल, जिवाकोना जिला परिषद हाई स्कूल में काउंटर स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा तिरुमाला निवासियों को बालाजी नगर सामुदायिक हॉल में एसएसडी टोकन जारी किए जाएंगे।

विष्णु धाम के काउंटर पर मारपीट

टीटीडी की ओर से व्यवस्थित सभी कतारें श्रीवारी के भक्तों से भरी हुई थीं। स्थानीय लोगों के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों से भी श्रीवारी के भक्त बड़ी संख्या में काउंटरों पर पहुंचे। विष्णु धाम के काउंटर पर मारपीट हुई। इससे वहां भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। इसमें एक महिला श्रद्धालु की जान चली गई। टीटीडी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि बिना टोकन वाले भक्तों को वैकुंठ द्वार दर्शनम के दिनों में श्रीवारी के दर्शन नहीं होंगे।

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सुशीला ने खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ को किया बोल्ड

सचिन तेंदुलकर की तारीफ से चर्चा में आई प्रतापगढ़ की सुशीला मीणा को राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) ने गोद ले लिया है। अब 12 साल की सुशीला की पढ़ाई से लेकर उसके रहने, खाने और क्रिकेट ट्रेनिंग का खर्च आरसीए उठाएगा।

सुशीला ने बताया कि वह पिछले 3 साल से क्रिकेट खेल रही है। ऐसे में अब वह और अच्छी ट्रेनिंग हासिल कर भारतीय टीम में शामिल होना चाहती है। यही लक्ष्य है।

सुशीला को गोद लेने के दौरान राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के साथ मंत्री हेमंत मीणा, जोगाराम पटेल, RCA एडहॉक कमेटी के कन्वीनर जयदीप बिहाणी समेत जिला क्रिकेट संघों के पदाधिकारी मौजूद रहे।

सुशीला को गोद लेने के दौरान राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के साथ मंत्री हेमंत मीणा, जोगाराम पटेल, RCA एडहॉक कमेटी के कन्वीनर जयदीप बिहाणी समेत जिला क्रिकेट संघों के पदाधिकारी मौजूद रहे।

मंत्री बोले- दुनिया का सबसे तेज गेंदबाज राजस्थान से होना चाहिए

राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा- राजस्थान में कई प्रतिभाएं हैं। जिन्हें आगे बढ़ाने के लिए अब RCA और खेल विभाग प्रॉपर प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराएगा। इसकी शुरुआत सुशीला मीणा से हो रही है। सुशीला को क्रिकेट की ट्रेनिंग दी जाएगी। अच्छी एजुकेशन भी दी जाएगी।

खेल मंत्री ने जिला क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों को अपने जिलों में खेल प्रतिभाओं को तराशने के आदेश दिए। उन्होंने कहा- आने वाले समय में दुनिया का सबसे तेज गेंदबाज राजस्थान से होना चाहिए। न सिर्फ क्रिकेट बल्कि सभी खेलों में राजस्थान के खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व करें। इस सोच को लेकर राजस्थान की सरकार काम कर रही है।

आरसीए एकेडमी में खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के साथ नेट प्रैक्टिस करती सुशीला मीणा।

आरसीए एकेडमी में खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के साथ नेट प्रैक्टिस करती सुशीला मीणा। राजस्थान की डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने प्रतापगढ़ की होनहार क्रिकेटर सुशीला मीणा जी से वीडियो कॉल पर संवाद किया और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं। उनकी प्रतिभा और मेहनत को प्रोत्साहित करने के लिए जयपुर आने का आमंत्रण दिया।

जयपुर पहुंची सुशीला मीणा का डूंगरपुर जिला क्रिकेट संघ के सचिव सुशील जैन ने स्वागत किया। इस दौरान अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

जयपुर पहुंची सुशीला मीणा का डूंगरपुर जिला क्रिकेट संघ के सचिव सुशील जैन ने स्वागत किया। इस दौरान अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

सचिन तेंदुलकर ने पोस्ट किया था सुशीला का वीडियो

दरअसल, क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने 20 दिसंबर को एक वीडियो X पर पोस्ट किया था। इस पोस्ट में उन्होंने पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान को टैग किया और लिखा- ‘सहज, सरल और देखने में बहुत ही प्यारा। सुशीला मीणा की गेंदबाजी में आपकी झलक दिखती है जहीर खान। क्या आपने भी इसे देखा?’

जहीर खान ने इसका जवाब दिया- ‘आप बिल्कुल सही कह रहे हैं। मैं आपसे पूरी तरह सहमत हूं। उसका एक्शन बहुत सहज और प्रभावशाली है। वे पहले से ही बहुत आशाजनक दिख रही हैं।’

तेंदुलकर के पोस्ट के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक सभी ने सुशीला के खेल की तारीफ की थी। कुछ लोग उनके बॉलिंग एक्शन की तुलना तेज गेंदबाज जहीर खान से भी कर रहे थे। इसके बाद वह सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी।

सचिन ने सुशीला का बॉलिंग करते हुए वीडियो शेयर किया और उसके गेंदबाजी एक्शन को जहीर खान जैसा बताया था।

सचिन ने सुशीला का बॉलिंग करते हुए वीडियो शेयर किया और उसके गेंदबाजी एक्शन को जहीर खान जैसा बताया था।

पत्थर को निशाना बनाकर गेंदबाजी करती थी सुशीला

प्रतापगढ़ जिले के धरियावद तहसील के रामेर तालाब गांव की रहने वाली सुशीला 5वीं क्लास की छात्रा है। वह तीन साल से क्रिकेट की प्रैक्टिस कर रही है। पहले खाली दीवार या किसी पत्थर को निशाना बनाकर गेंदबाजी करती थी, लेकिन अब वह इस खेल में इतनी माहिर हो गई है कि उसके शिक्षकों ने उसकी मदद करते हुए उसे खेल सामग्री उपलब्ध करवाई है।

मूकनायक मीडिया ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था जिसके बाद राजस्थान क्रिकेट संघ ने सुनीता को जयपुर बुलाकर गोद लिया है।

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सुशीला के पिता रतनलाल और मां शांति बाई मीणा मजदूरी व खेती करके परिवार का पालन-पोषण करते हैं। सुशीला माता-पिता और दादा के साथ बांस की झोपड़ी में रहती है। सुशीला पढ़ाई के साथ हर रोज 2 घंटे क्रिकेट खेलती है। जहीर खान जैसे बॉलिंग एक्शन वाली सुशीला की मदद  के लिए किरोड़ी लाल मीणा ने भी वादा किया था।  

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