मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 22 अगस्त 2024 | जोधपुर : अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (एससी-एसटी) के आरक्षण में ‘क्रीमी लेयर’ पर उच्चतम न्यायालय के फैसले को लेकर बुधवार को आहूत ‘भारत बंद’ का राजस्थान में अत्यधिक व्यापक असर देखा गया।
राजधानी जयपुर के साथ साथ अजमेर सहित अनेक शहरों में प्रमुख बाजार बंद हैं और सड़कों पर आवागमन अन्य दिनों की तुलना में बहुत ही कम रहा। प्रशासन ने जयपुर सहित अनेक जिलों में स्कूल- कॉलेज में एहतियातन छुट्टी की घोषणा पहले से ही की थी।
राजस्थान में हुआ भारत बंद का व्यापक असर, बीकानेर-जोधपुर में हिंसक घटनाएँ
यह ‘बंद’ सुबह नौ बजे शुरू हुआ और राज्य के अनेक जिलों में इसका असर रहा। प्रमुख बाजारों में दुकानें नहीं खुलीं। अनेक जगह रोडवेज की बस नहीं चलने से लोगों को परेशानी हुई। राजधानी जयपुर सहित राज्यभर की सड़कों पर भी अपेक्षाकृत कम वाहन दिखे। ‘बंद’ का आह्वान करने वाले संगठनों के कार्यकर्ताओं ने रैलियां निकालीं। पुलिस ने किसी भी तरह की अप्रिय घटना को टालने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए।
भारत बंद को लेकर राजस्थान के डीजीपी का बयान आया सामने
राजस्थान में भारत बंद को लेकर DGP यूआर साहू का बयान सामने आया है। साहू ने कहा कि राजस्थान में दो-तीन घटनाओं को छोड़कर बंद शांतिपूर्ण रहा है। दो-तीन जगह से सूचना मिली है कि बंद के दौरान क़ानून व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश की गई।
इस संबंध में शिकायत के आधार और अनुसंधान किया। डीजीपी ने आगे कहा कि राजस्थान में राज्य सरकार के निर्देशों पर पुलिस डिपार्टमेंट ने पहले से ही तैयारी कर रखी थी। उसी के अनुसार आज पुलिस प्रशासन ने बेहतर ढंग से अपनी ड्यूटी को अंजाम दिया।
भारत बंद का जयपुर में दिखा असर
एससी एसटी आरक्षण में उप वर्गीकरण के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में भारत बंद का असर जयपुर में भी देखने को मिला। अल्बर्ट हॉल के पास बड़ी संख्या में जमा हुए लोग चौड़ा रास्ता, त्रिपोलिया गेट होते हुए बड़ी चौपड़ से एमआई रोड पहुंचे।
हल्की बारिश के बीच नारेबाजी करते हुए लोग सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। प्रदर्शन के रूट को देखते हुए व्यापारियों ने पहले ही अपनी दुकानें बंद रखी थी। प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी और आरएएफ की टुकड़ी तैनात रखी थी। बंद समर्थकों का कहना था कि यह आरक्षण समाप्त करने की साजिश है।
जयपुर में भारी सुरक्षा बल की तैनाती
भारत बंद के चलते जयपुर में भारी सुरक्षाबल की तैनाती की गई। इस वक्त अल्बर्ट हॉल संग्रहालय के बाहर से एक तस्वीर सामने आई। इसमें पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आरएएफ की टुकड़ी मार्च करती नजर आयी।
जयपुर पुलिस कमिश्नर ने जारी की एडवाइजरी
भारत बंद के मद्देनजर जयपुर पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसफ ने आयुक्तालय के सभी थाना क्षेत्र में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एडवाइजरी जारी की। बंद शांतिपूर्वक रहे व कानून व्यवस्था एवं नियमों का उल्लंधन बर्दाश्त नहीं किया जाए। कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
बंद के दौरान किसी प्रकार की आपातकालीन सेवाएं प्रभावित नहीं रहें। शहर में शांति, कानून एवं यातायात व्यवस्था बनाए रखें.सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखें। किसी भी प्रकार की भ्रामक बातें एवं अपवाह न फैले एवं अफवाहों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करें।
पुलिस नियंत्रण कक्ष पर कानून व्यवस्था संबंधी जानकारी समय समय पर अपडेट करें एवं थाना क्षेत्रों पर सूचना तंत्र सक्रिय कर नजर रखें। राजकीय,सार्वजनिक एवं निजी संपत्ति को किसी प्रकार का नुकसान न हो। शांति पूर्वक मार्च में असामाजिक एवं शरारती तत्वों से सावधानी बरतें।
जयपुर के पुराने शहर में सभी बाजार बंद रहे। शहर के जौहरी बाजार इलाके में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई।
भारत बंद जयपुर का रूट चार्ट
अनुसूचित जाति-जनजाति संयुक्त संघर्ष समिति, राजस्थान ने भारत बंद जयपुर का रूट चार्ट जारी किया। इसके अनुसार, 21 अगस्त सुबह 9 बजे यह रामनिवास बाग से शुरू होकर चौड़ा रास्ता, त्रिपोलियाबाजार, बड़ी चौपाड़, जोहरी बाजार, सांगानेरी गेट, एमआई रोड से होते हुए वापस रामनिवास बाग पहुंचें।
जयपुर के संवेदनशील स्थानों पर कड़ी निगरानी
भारत बंद को लेकर राजस्थान की राजधानी में पुलिस हाई अलर्ट पर रही। जगह-जगह पुलिस बल को तैनात किया गया। संवेदनशील स्थानों पर ज्यादा सतर्कता बरती गयी। सड़कों पर फिलहाल आवाजाही नगण्य थी। कुछ देर बाद बंद का व्यापक असर दिखा।
पाली में डीजे के साथ निकाला जुलूस
सुप्रीम कोर्ट की ओर से एससी-एसटी वर्गों के आरक्षण में कोटा देने के निर्णय के विरोध में पाली शहर समेत जिले भर में दलित संगठनों की ओर से रैलियों का आयोजन किया गया। बंद का असर जिलेभर में देखने को मिला।
सुबह से ही बाजार पूरी तरह से बंद नजर आए। जय भीम के नारों के साथ दलित वर्ग के हजारों लोग डीजे लेकर शहर भर में घूमे। इस दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी सेवाएं पूरी तरह से बंद रहीं।
बूंदी में जबरन बंद करवाया गया बाजार
बूंदी में भी भारत बंद का असर देखने को मिल रहा है। सुबह से सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। एससी एसटी संगठन से जुड़े लोग बड़ी संख्या में शहर भर के बाजारों में घूम कर प्रदर्शन करते हुए दिखाई दे दिये। इस दौरान जो दुकान खुली हुई दिख रही थी, उसे वो जबरन बंद करवा।
प्रदर्शन को देखते हुए 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात रहे। ड्रोन से शहर के विभिन्न इलाकों की निगरानी की गयी। मूकनायक मीडिया ब्यूरो के संवाददाता ने बूंदी शहर में बंद का जायजा लिया, जहां इंदिरा मार्केट सहित विभिन्न बाजार बंद रहे। जिले के हिंडोली, तालेड़ा, लाखेरी, केशवरायपाटन कस्बे भी बंद थे।
अलवर हाथों में डंडे लेकर युवाओं ने निकाला जुलूस
अलवर में अंबेडकर सर्किल पर संयुक्त समाज के सभी कार्यकर्ता उपस्थित हुए। इसके बाद उन्होंने पूरे बाजार में रैली निकली। कुछ लोगों के हाथों में डंडे थे, कुछ बाइक पर झंडे लिए बैठे थे, जबकि कुछ पैदल चल रहे थे। ये रैली तीन बजे मिनी सचिवालय पहुंचेगी, जहां जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया। एक डीएसपी, दो थाना प्रभारी और पुलिस की चार गाड़ियां रैली के साथ चल रही थी।
3 बजे तक नहीं चली रोडवेज बसें
अनुसूचित जाति और जनजाति संगठनों की ओर से आज भारत बंद के आवाहन पर अलवर में पूरा बाजार बंद रहा। पुलिस की ओर से सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई थी। आवश्यक आपातकालीन सेवाओं को इस बंद से मुक्त रखा गया। हर उपखंड क्षेत्र में एसडीएम को कार्यपालक मजिस्ट्रेट बनाया गया।
इस बंद को देखते हुए अलवर में शांति व्यवस्था के लिए पूरे जिले में करीब 2000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए। आरएसी की 2 कंपनियों के साथ होमगार्ड भी तैनात रहे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सहित अन्य पुलिस अधिकारियों द्वारा इसकी मॉनीटरिंग की गयी।
जोधपुर के पांच बत्ती चौराहे पर सन्नाटा
जोधपुर के पांच बत्ती चौराहे पर बंद का असर साफ नजर आ रहा है। सभी दुकानें बंद हैं। 24 घंटे चलने वाली सड़कें आज खाली हैं। पुलिस के कुछ जवान यहां की स्थति पर नजर बनाए हुए थी। लेकिन शहर पूरी से बंद नजर आया। जोधपुर में कलेक्टर को ज्ञापन देने जाते हुए संघर्ष समिति के कार्यकर्ता अचानक सोजत गेट पर ट्रैफिक पुलिस पोस्ट पर चढ़ गए।
गर्म तेल गिराकर जलाए दोनों पैर
जोधपुर जिले के सोमेसर गांव में भारत बंद के दौरान बंद समर्थकों ने खूब उत्पात मचाया। यहां व्यापारियों के प्रतिष्ठानों को जबरदस्ती बंद कराया गया। इसी दौरान उत्पात मचाने वालों ने एक पकोड़े बनाने वाले को अपना शिकार बना लिया और उसके पैरों पर गर्म तेज डालकर जला दिए। इसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया और गांव में महिला एवं पुरुष धरने पर बैठ गए और रोड जाम कर दी।
धौलपुर बस स्टैंड पर इंतजार करती रही सवारियां
भारत बंद के आह्वान को लेकर पुलिस और प्रशासन सतर्क है। धौलपुर शहर के प्रमुख बाजारों में सन्नाटा पसर गया। बाजार पूरी तरह से बंद रहे। रोडवेज बसों के पहिए थमने से सवारियां बस स्टैंड पर परेशान हो रही। चप्पे चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई।
पुलिस द्वारा बाजारों में फ्लैग मार्च किया गया। जिले के राजाखेड़ा, सरमथुरा, बाड़ी, बसेड़ी एवं सैपऊ उपखंड में भारी पुलिस बल की गई। धौलपुर रोडवेज बस स्टैंड पर बसों के पहिए पूरी तरह से थम गए। सावरिया सुबह से इंतजार कर रही हैं. लोगों को आवागमन में भारी असुविधा हो हुई।
कोटा में जबरन बंद कराई जा रहीं दुकानें
राजस्थान के कोटा शहर में संयुक्त संघर्ष समिति के कुछ लोग सड़कों पर घूम-घूम कर भारत बंद के दौरान खुली हुई दुकानों को बंद कराते हुए नजर आये। इस दौरान की वीडियो भी सामने आई, जिसमें दूर-दूर तक एक भी पुलिसकर्मी नजर आ रहा था।
अजमेर में निकाली गई बाइक रैली
एससी एसटी वर्ग के भारत बन्द के दौरान अजमेर की दरगाह बाजार व्यापारियों ने भी बंद को समर्थन दिया। इस दौरान समुदाय के लोगों ने पूरे शहर में बाइक रैली निकाली। अनाज, फल, सब्जी मंडी को भी इस में बंद रखा गया। रोडवेज बस में भी दोपहर तक नहीं चली क्योंकि इनका मुख्य कॉल दोपहर 3:00 बजे तक बंद रहे। पुलिस द्वारा ड्रोन से भी निगरानी की जा रही।
बीकानेर के बवाल का वीडियो आया सामने
भारत बंद के दौरान बीकानेर में हुए झड़प का वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में आप देख सकेंगे कि किस तरह दुकान बंद कराने के नाम पर बीकानेर के बज्जू में दो गुटों में झड़प हुई।दुकानदार बोला- शाम की रोटी का इंतजाम कर दो मैं दुकान बंद कर दूंगा।
भारत बंद के बीच राजस्थान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो में एक दुकानदार बाजार बंद कराने आए लोगों और थानेदार से उलझता नजर आ रहा है। दुकानदार साफ कहता है कि हमे आरक्षण नहीं, बच्चों के लिए रोटी चाहिए। बाजार बंद कराने आए लोगों से दुकानदार यह भी कहता है कि आप शाम को हमारे परिवार के लिए रोटी (खाने) का इंतजाम कर दो, मैं दुकान बंद कर दूंगा।
बीकानेर में बवाल, दो गुटों में झड़प। भारत बंद के दौरान राजस्थान के बीकानेर जिले से बवाल की खबर सामने आई है। बीकानेर के बज्जू में भारत बन्द के दौरान दो गुटों झड़प हुई। इस झड़प में एक व्यक्ति घायल भी हो गया। झड़प के बाद क़स्बे में तनाव की स्थिति बनी है।
बताया गया कि दुकान बन्द करवाने को लेकर विवाद हुआ। झड़प के बाद पुलिस मौक़े पर पहुंच चुकी है। घायल का इलाज सीएचसी में कराया जा रहा है। हालांकि एसएमडी रंजीत कुमार ने बताया स्थिति कंट्रोल में है।
बीकानेर स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्र और मदरसों में अवकाश
भारत बंद को मद्देनजर रखते हुए बुधवार को बीकानेर जिले के समस्त निजी और सरकारी स्कूलों, कोचिंग संस्थानों, आंगनबाड़ी केंद्रों और मदरसों में विद्यार्थियों के लिए अवकाश रहा। जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने इस संबंध में आदेश जारी किए।
भारत बंद को लेकर पूर्व सीएम अशोक गहलोत का ट्वीट
राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने मंगलवार रात 12 बजे के बाद एक्स पर लिखा, ‘उच्चतम न्यायालय द्वारा SC/ST आरक्षण में क्रीमीलेयर व उप वर्गीकरण को लेकर दिए गए फैसले के विरोध में देशभर के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग ने 21 अगस्त को ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है। मैं समाज के सभी वर्गो से अपील करता हूं कि शांति बनाए रखें एवं अफवाहें ना फैलाएं। हम सभी को समाज में एक साथ रहना है इसलिए ऐसा कोई कृत्य ना करें जिससे आपसी सौहार्द बिगड़े।’
बाड़मेर में भारत बंद के दौरान निकला जुलूस
राजस्थान के बाड़मेर जिले में अंबेडकर सर्किल से जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय तक जुलूस निकाला। इस दौरान जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा, जिसके साथ ही जुलूस समाप्त हुआ। भारत बंद के साथ जुलूस के चलते जिले में पुलिस व आरएसी के जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात रहे। एरिया मजिस्ट्रेट नियुक्त कर कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए थे। हर गतिविधि पर पुलिस की पैनी नजर रखी।
सीकर में शराब की दुकानें भी बंद
भारत बंद के दौरान सीकर जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने एवं बच्चों की सुरक्षा की दृष्टि को मध्य नजर रखते हुए जिला कलेक्टर कमर चौधरी ने आदेश जारी करके जिले के सभी राजकीय एवं निजी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं का 21 अगस्त को अवकाश घोषित किया।
डीएम ने जिला आबकारी अधिकारी सीकर को निर्देशित किया था कि 21 अगस्त 2024 को भारत बंद के मध्यनजर जिले में कानून व्यवस्था बनाएं रखने के लिए प्रातः काल से सायं 6 बजे तक जिले की समस्त शराब की दुकानें बंद करवाया जाना सुनिश्चित करें।
भीलवाड़ा में निकाली गई रैली में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं। रैली में शामिल लोगों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा।
जयपुर सहित 16 जिलों में स्कूल-कॉलेज रहे बंद
बंद के चलते जयपुर, सीकर, अलवर, दौसा, सवाई माधोपुर, डीग, जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, टोंक, भीलवाड़ा, नीमकाथाना, कोटा, श्रीगंगानगर, चित्तौड़गढ़ और भरतपुर में स्कूल-कॉलेजों के साथ समस्त शैक्षणिक संस्थाओं में आज छुट्टी कर दी गई थी। कोटा, शेखावाटी और मत्स्य यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं कैंसिल की गई।
भरतपुर में संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा के निर्देशानुसार सुबह 9 से शाम 6 बजे तक भरतपुर, सवाई माधोपुर, करौली व डीग-कुम्हेर में इंटरनेट बंद रहा। गंगापुर सिटी जिले के टोडाभीम में सरकारी स्कूल विशनपुरा के 12 टीचरों ने सीबीईओ (टोडाभीम) को सामूहिक एप्लिकेशन देकर 21 अगस्त की छुट्टी मांगी।
उन्होंने भारत बंद का समर्थन करने के लिए छुट्टी चाही थी। कोटा के साथ ही जयपुर ग्रामीण के फुलेरा, चंदवाजी, रेनवाल और अचरोल में शराब की दुकानें बंद रही।
राजस्थान के अलग-अलग शहरों में बंद का असर, PHOTOS…
सवाई माधोपुर के पुराने शहर में दंडवीर बालाजी से रैली निकाली गई। जो शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई कलेक्ट्रेट पहुंची। रैली शामिल युवाओं ने डंडे लहराते हुए नारेबाजी की।
जैसलमेर में अंबडेकर पार्क से निकली रैली में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। रैली को देखते बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी भी तैनात रहे।
झुंझुनूं के चिड़ावा में बंद शांतिपूर्ण रहा। इस दौरान लोगों ने सभा की और सरकार से सुप्रीम कोर्ट के आदेशों पर विचार ना करने और आरक्षण से छेड़छाड़ ना करने की अपील की।
प्रदेश के अलग-अलग शहर में बंद के दौरान रैली निकालकर भी प्रदर्शन किया गया।
नीमकाथाना में अंबेडकर छात्रावास से एक रैली निकाली गई। इस दौरान बाजार पूरी तरह बंद रहे, वहीं सुरक्षा की दृष्टि से बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया।
पाली के अंबेडकर सर्किल पर प्रदर्शन करते अनुसूचित जाति-जनजाति आरक्षण संघर्ष समिति के कार्यकर्ता।
जयपुर में एजुकेशनल इंस्टीट्यूट बंद रहे। पुलिस ने शहर के अलग-अलग इलाकों में बैरिकेडिंग भी की।
प्रदेश के अधिकतर शहरों में बंद के आह्वान के कारण सन्नाटा पसरा नजर आया।
सीकर में बंद का असर दिखा। यहां के प्रमुख जाट बाजार में सन्नाटा है। आम दिनों में यहां सुबह 9 बजे ही चहल-पहल शुरू हो जाती है।
टोंक में बंद को लेकर निकाली गई रैली में जिले भर से लोग शामिल हुए।
गंगापुर के टोडाभीम में विरोध प्रदर्शन के लिए शहर के मुख्य बाजार में टेंट लगाया गया। यहां के बाजार भी पूरी तरह बंद रहे।
कोटा में 3 बजे तक बंद रहेंगे बाजार
शिक्षा नगरी कोटा में भारत बंद का असर दिखा। स्कूल-कॉलेज से लेकर दुकानों तक यहां सब कुछ बंद रहा। व्यापार संघ ने दोपहर 3:00 तक दलित-आदिवासी संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का समर्थन किया।
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ऐसे में कोटा पुलिस अलर्ट मोड पर रहा। जिला प्रशासन ने कक्षा 1 से 12वीं तक सभी राजकीय व निजी विद्यालय के साथ-साथ कोचिंग सेंटर में भी अवकाश घोषित किया। इस कारण कोटा की सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ।