बजट 2024 अग्निवीर 2.0 : पहले सैनिकों को अग्निवीर बनाया अब सेना का बजट घटाया

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 23 जुलाई 2024 | जयपुर : डिफेंस बजट 6 महीने पहले पेश हुए अंतरिम बजट का बहुत हद तक कॉपी है। सेना को खर्च के लिए 621940 करोड़ रुपए मिले हैं, जो अंतरिम बजट से महज 400 करोड़ रुपए यानी, 0.064% ज्यादा है। इसमें हथियारों की खरीद और सैलरी-पेंशन को मिलने वाला बजट जस का तस है। 400 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी रक्षा मंत्रालय के हिस्से गई है।

भारत का साल 2024 के लिए रक्षा बजट 6,21,541 करोड़ रुपये है, जो कि करीब 74.8 अरब डॉलर होता है। वहीं चीन का 2024 का बजट करीब 232 अरब डॉलर है, जो कि भारत के बजट से बहुत ज्यादा है। 

बजट 2024 अग्निवीर 2.0 : पहले सैनिकों को अग्निवीर बनाया अब सेना का बजट घटाया

बजट 2024 अग्निवीर 2.0 : पहले सैनिकों को अग्निवीर बनाया अब सेना का बजट घटाया

लगातार तीसरे साल कैपिटल बजट यानी, हथियारों की खरीद और सेना के मॉडर्नाइजेशन पर होने वाले खर्च में कटौती की गई है। डिफेंस बजट का 67.7% हिस्सा रेवेन्यू और पेंशन बजट को मिला है, जिसका ज्यादातर हिस्सा सैलरी-पेंशन बांटने में खर्च होता है। डिफेंस बजट के 4 पार्ट होते हैं;

1. रेवेन्यू बजट : सैलरी बांटने के लिए बजट का 45%

रेवेन्यू बजट का सबसे बड़ा हिस्सा तीनों सेनाओं में सैलरी बांटने में खर्च होता है। अब इसमें अग्निवीरों की सैलरी भी जोड़ दी गई है। इसके अलावा एक्स सर्विसमैन की हेल्थ स्कीम्स, मेंटेनेंस और रिपेयरिंग का खर्च भी रेवेन्यू बजट में शामिल होता है।

इस साल रेवेन्यू बजट 2.82 लाख करोड़ रुपए है, जो कुल डिफेंस बजट का 45% है। पिछले साल के मुकाबले 12652 करोड़ रुपए यानी महज 4.6% का इजाफा हुआ है। 2023-24 में रेवेन्यू बजट में 38 हजार करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई थी।

2. कैपिटल बजट : हथियार खरीदने के लिए 27.6% बजट

कैपिटल बजट सेना का सबसे अहम पार्ट होता है। इसका ज्यादातर हिस्सा तीनों सेनाओं के मॉडर्नाइजेशन, फाइटर प्लेन, हथियारों की खरीद और सेना को मजबूत बनाने में खर्च होता है। वित्त मंत्री ने कैपिटल बजट में 1.72 लाख करोड़ रुपए अलॉट किए हैं, जो कुल बजट का 27.6% है।

पिछले साल के मुकाबले करीब 9400 करोड़ रुपए यानी 5.7% का इजाफा हुआ है। 2023-24 में सरकार ने कैपिटल बजट में 6.5% की बढ़ोतरी की थी। जबकि, 2022-23 में कैपिटल बजट में 12% का इजाफा हुआ था।

3. पेंशन बजट : सिर्फ 3 हजार करोड़ का इजाफा

पेंशन बजट में तीनों सेनाओं के रिटायर्ड सैनिकों की पेंशन और रिटायरमेंट बेनिफिट्स शामिल होता है। इस साल पेंशन के लिए 1.41 लाख करोड़ रुपए मिले हैं, जो कुल डिफेंस बजट का 22.7% है। पिछले साल यह आंकड़ा 1.38 लाख करोड़ रुपए था। यानी, पेंशन बजट में सिर्फ 3 हजार करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है। देश में तीनों सेनाओं को मिलाकर रिटायर्ड सैनिकों की संख्या करीब 26 लाख है।

4. रक्षा मंत्रालय (सिविल) बजट : 2951 हजार करोड़ रुपए का इजाफा

सरहदी इलाकों में सड़क बनाना, कोस्ट गार्ड, जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री, सेना की कैंटीन और हाउसिंग एक्सपेंडिचर जैसे खर्च इसमें शामिल होते हैं। यह डिफेंस बजट का सबसे छोटा पार्ट होता है। इस साल रक्षा मंत्रालय को 25563 करोड़ रुपए मिले हैं, जो पिछले साल के मुकाबले 2951 करोड़ रुपए ज्यादा है।

बजट की बड़ी बात : 67.7% हिस्सा सैलरी-पेंशन बांटने पर खर्च

तीनों सेनाओं में सैलरी बांटने के लिए 2.82 लाख करोड़ रुपए मिले हैं, जो कुल बजट का 45% है। पेंशन के लिए 1.41 लाख करोड़ रुपए मिले हैं, जो कुल बजट का 22.7% है। सैलरी और पेंशन के हिस्से को जोड़ दिया जाए, तो कुल डिफेंस बजट का 67.7% है। पिछले साल सैलरी-पेंशन बांटने पर 70% खर्च हुआ

UPA सरकार में 162% तो NDA सरकार में 172% बढ़ा डिफेंस बजट

मनमोहन सिंह ने 2004 में जब पहला बजट पेश किया, तब डिफेंस को 77 हजार करोड़ रुपए मिले थे। 2013 में मनमोहन सिंह ने आखिरी बजट पेश किया, तब डिफेंस बजट 2.03 लाख करोड़ रुपए था। यानी, 10 साल में 163% का इजाफा और एवरेज ग्रोथ रेट 16.3%।

नरेंद्र मोदी ने 2014 में जब पहला बजट पेश किया, तब डिफेंस को 2.18 लाख करोड़ रुपए मिले थे। 2023 में मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल का जब आखिरी बजट पेश किया, तब डिफेंस बजट 5.93 लाख करोड़ रुपए था। यानी, 10 साल में 172% की बढ़ोतरी और ग्रोथ रेट 17.2%। यानी, UPA के मुकाबले 0.9% ज्यादा।

UPA के मुकाबले NDA सरकार में सेना की मजबूती पर 10% कम खर्च

UPA और NDA के आखिरी पांच-पांच साल के डिफेंस बजट की तुलना करने पर पता चलता है कि मनमोहन सरकार ने मोदी सरकार के मुकाबले सेना की मजबूती पर ज्यादा फोकस किया। 2010 से 2014 के बीच कुल डिफेंस बजट का औसतन 49.6% सैलरी और पेंशन के लिए अलॉट किया गया था।

जबकि, हथियारों की खरीद और सेना के मॉडर्नाइजेशन के लिए औसतन 34.4% बजट मिला। वहीं, मोदी के कार्यकाल में 2018 से 2023 के बीच सैलरी-पेंशन के लिए औसतन 60.2% और सेना के मॉडर्नाइजेशन और हथियारों की खरीद के लिए औसतन 24% बजट मिला।

इंटरेस्टिंग फैक्ट : अटल ने कारगिल के बाद सबसे ज्यादा 16.73%, तो मोदी ने पुलवामा के बाद सबसे कम 10.9% डिफेंस पर खर्च किया

1999 में पाकिस्तान के साथ कारगिल की जंग के बाद 2000-2001 में अटल बिहार वाजपेयी की सरकार ने डिफेंस को कुल बजट का 16.73% हिस्सा दिया था, जो पिछले 20 साल में सबसे ज्यादा है। वहीं, 2019 में पुलवामा हमला और बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भी मोदी सरकार ने डिफेंस बजट के लिए कुल बजट का महज 10.96% ही अलॉट किया, जो पिछले दो दशकों में सबसे कम है।

पाकिस्तान के कुल डिफेंस बजट से दोगुना भारत पेंशन बांटने पर खर्च कर देता है

दुनियाभर में डिफेंस पर खर्च करने वाले टॉप-10 देशों में अमेरिका पहले नंबर पर है। भारत चीन और रूस के बाद चौथे नंबर पर है। अमेरिका डिफेंस पर 76.5 लाख करोड़ रुपए खर्च करता है, जो भारत के मुकाबले 12 गुना से ज्यादा है। दुनिया के टॉप-10 देशों के डिफेंस बजट को मिला दें, तो भी अमेरिका का सेना पर खर्च ज्यादा है।

हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान डिफेंस पर खर्च करने के मामले में 30वें पायदान पर है। वह डिफेंस पर 71 हजार करोड़ रुपए खर्च करता है, जो भारत के डिफेंस बजट के मुकाबले करीब 10 गुना कम है। पाकिस्तान के कुल डिफेंस बजट से दोगुना भारत पेंशन बांटने पर खर्च कर देता है।

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MOOKNAYAK MEDIA

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UVC Germicidal Lamp Applications All Over Safety for Human Being

MOOKNAYAK MEDIA BUREAU | Feb 13, 2025 | Jaipur : Aircare offers a vast product line of high-performance UV lamps for use in a wide variety UVC germicidal lamps are the key components of disinfection systems developed for nearly any environment or application where preventing the spread of disease is paramount. Incorporating UVC disinfection lamps into OEM disinfection products is superior to traditional methods of disinfection, such as chemical use.

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UV light disinfection provides many proven benefits with high rates of effectiveness in eliminating harmful pathogens while providing cost-effective savings for many applications. Aircare and FBTech support OEMs worldwide with innovative.

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UVC germicidal lamps designed with proprietary technology for longer-lasting performance, maximum efficacy, and cost savings. We offer a wide selection of standard and custom-designed germicidal UVC lamps for nearly any disinfection application, including water disinfection, air purification, surface disinfection, and restaurant disinfection applications.

UVC Water Disinfection Systems

Aircare offers a vast product line of high-performance UV lamps for use in a wide variety of UVC water disinfection systems. Ultraviolet radiation technology brings enormous benefits to a diverse range of water disinfection applications, from preventing disease in pools and spas to keeping entire communities safe.

UVC germicidal lamps even kill some pathogens that chlorine does not, with safe operation, low maintenance, and lower costs than other disinfection methods. We offer high-tech UVC lamps for any water disinfection application, with custom engineering and quick prototyping available to meet your specifications.

UVC Air Disinfection

UVC germicidal technology is improving air quality around the world with UV air purification systems found in homes, businesses, and public environments. UVC germicidal lamps can be mounted in HVAC systems for effective air disinfection and elimination of airborne pathogens in closed-in spaces such as hospitals and nursing homes.

UV air purification in HVAC systems provides automatic disinfection with low maintenance. UV air disinfection systems help industrial manufacturers meet air emission regulations and improve air quality for workers. Aircare offers UVC lamps designed specifically for air purification systems, including UVC ozone lamps which eliminate foul odours and volatile organic compounds (VOCs).

UVC Surface Disinfection

UVC light effectively prevents the spread of disease on surfaces which is especially important in hospital and surgical settings, research labs, kitchens and any environment where preventing the spread of infection is important.

UVC lamps can be found in surface disinfection systems from small UVC robots floating over kitchen countertops to self-mobilizing robots roaming through hospital rooms. Aircare offers UVC germicidal lamps for any surface disinfection system, whether needing high efficacy in a small footprint or larger disinfection systems treating vast, public areas.

UVC Restaurant Disinfection

The restaurant industry has a responsibility to provide a clean environment for patrons and healthy food free from harmful pathogens. UVC germicidal lamps deliver both of these solutions to restaurant owners with many options for protecting food items and maintaining a disinfected environment.

Food irradiation is safe and prevents foodborne illnesses such as Salmonella and E. Coli while UV lamps provide clean, purified air in open eating areas and surface disinfection in food preparation areas.

UVC lamps prevent mold and mildew in cold, damp areas like walk-in freezers and even prevent grease build-up on kitchen exhaust systems. The benefits to restaurant owners that utilize UV disinfection systems are overwhelming, improving food quality, air quality, and safer surfaces from the kitchen to dining.

UVC Light For Home Disinfection

UVC lamps are often called germicidal lamps and have been used for decades to reduce the spread of bacteria and airborne diseases such as tuberculosis. Home UV lighting products designed with UVC lamps provide added protection in the home to fight against the spread of bacteria and viruses. Home UV lighting products are making UVC disinfection more commonplace in residential settings.

How Do Home UVC Lighting Disinfectants Work?

UVC lights for home disinfection are designed to emit the proper wavelength to inactivate viruses. Ultraviolet light is invisible and divided into three bands UVA, UVB, and UVC, with UVC light entirely absorbed by the ozone layer.

UVC lamps at 254 nm break down the DNA/RNA of germs and destroy nucleic acids in bacteria and other microbes that prevent cell replication. Cells that cannot replicate are considered harmless. UVC lights for disinfection have some limitations in that they must have direct exposure to surfaces and cannot reach inside nooks and crevices on uneven surfaces.

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किरोड़ी लाल मीणा को अनुशासनहीनता का नोटिस, भजन लाल सरकार पर मंडराये संकट के बादल

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 11 फरबरी 2025 | जयपुर :भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा को अनुशासनहीनता का नोटिस भेजा है। किरोड़ी के फोन टैपिंग के बयान को पार्टी ने अनुशासनहीनता माना है। किरोड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा गया है। नोटिस को लेकर किरोड़ी बोले- मैं पार्टी का अनुशासित सिपाही, नोटिस मिलते ही तय समय में जवाब भेज दूंगा।

किरोड़ी लाल मीणा को अनुशासनहीनता का नोटिस, भजन लाल सरकार पर मंडराये संकट के बादल

दरअसल, किरोड़ी लाल मीणा लगातार अपने बयानों से पार्टी के लिए परेशानी का सबब बने हुए थे। सीएमओ और पार्टी की तरफ से किरोड़ी की रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को भेजी गई थी, लेकिन दिल्ली चुनाव के चलते पार्टी ने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया था।

किरोड़ी लाल मीणा को अनुशासनहीनता का नोटिस, भजन लाल सरकार पर मंडराये संकट के बादल

पर यह बात तय है कि भजन लाल सरकार पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं, क्योंकि डॉ किरीदी लाल मीणा चुप बैठने वाले नहीं हैं। उनके बारे में सब जानते हैं कि वे भैरों सिंह शेखावत और वसुंधराराजे के सामने नहीं झुके, और यह तो पर्ची सरकार है। यह सरकार वसुंधरा और किरोड़ी नमक सेंडविच में फंस चुकी है और कभी भी कुछ भी हो सकता है। 

बताया जा रहा है कि प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ की राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से फोन पर बात हुई और उसके बाद किरोड़ी को नोटिस जारी करने का निर्णय लिया गया। मदन राठौड़ आज दिल्ली पहुंच चुके हैं, मंगलवार से संसद सत्र में भाग लेंगे।

माना जा रहा है कि इस दौरान वे राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात भी करेंगे और इस मुलाकात में किरोड़ी पर आगे क्या एक्शन लिया जाये, इस पर भी चर्चा होगी। किरोड़ी लाल मीणा की तरह ही पार्टी ने हरियाणा में भी मंत्री अनिल विज को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

पार्टी की छवि को धूमिल करने का आरोप

नोटिस में कहा गया है कि डॉ. मीणा का यह बयान भारतीय जनता पार्टी और उसकी बहुमत वाली सरकार की प्रतिष्ठा को धूमिल करता है। इस कृत्य को पार्टी संविधान के अनुशासन भंग की परिभाषा के तहत माना गया है।

अपनी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा को लेकर बीजेपी ने कड़ा एक्शन लिया है। राजस्थान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने एक्शन लेते हुए सोमवार को किरोड़ी लाल मीणा को नोटिस भेजा है। यह नोटिस बीते दिनों भजनलाल सरकार पर एक के बाद एक कई आरोपों को लेकर जारी किया गया है।

किरोड़ी लाल मीणा का नोटिस दिए जाने के बाद राजस्थान की सियासत भी गरमा गई है। कांग्रेस ने भजनलाल सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि दाला में कुछ काला है। वहीं, मदन राठौड़ के नोटिस को लेकर किरोड़ी लाल ने कहा कि इसके बारे में जानकारी नहीं है।

मंत्री पद से इस्तीफे का भी जिक्र

मदन राठौड़ ने किरोड़ी लाल मीणा को भेजे नोटिस में कहा कि आप बीजेपी के सदस्य हैं और भाजपा के टिकिट पर सवाई माधोपुर क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए हैं। आप राजस्थान सरकार में मंत्री भी हैं। बीते दिनों मंत्री परिषद से इस्तीफे की सूचना समाचार पत्रों में प्रकाशन के लिए उपलब्ध करवाई और भाजपा सरकार पर आपके टेलीफोन टैप करने का आरोप लगाया जो असत्य है।

किरोड़ी लाल के बयानबाजी पर नोटिस

सार्वजनिक रूप से आपने बयान देकर बीजेपी सरकार की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का काम किया है। ऐसे में आपके बयान को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पार्टी के संविधान के हिसाब से अनुशासनहीनता माना है। नोटिस में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने आगे लिखा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश के अनुसार, कारण बताओ नोटिस भेजा जा रहा है। किरोड़ी लाल मीणा को कारण बताओ नोटिस जवाब तीन दिन के अंदर देने को कहा गया है।

मुझे जानकारी नहीं

इस पत्र की पुष्टि के लिए मूकनायक मीडिया ब्यूरो की किरोड़ीलाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि, ‘मुझे कारण बताओ नोटिस के बारे में जानकारी नहीं है। मैं पार्टी का अनुशासित सिपाही हूं, नोटिस प्राप्त होते ही तय समय अवधि में पार्टी नेतृत्व को जवाब प्रेषित किया जायेगा।’

किरोड़ीलाल मीणा ने ये कहा था 

वायरल वीडियो में मंत्री मीणा ने कहा…मैं आशा करता था कि हम राज में आयेंगे तो भ्रष्टाचारियेां पर नकेल कसेंगे। लेकिन निराश हूं। मैने पेपरलीक के मामले उठाए। 50 थानेदार गिरफ्तार हुए। मैने कहा परीक्षा रद्द करो, लेकिन सरकार नहीं मानी। उल्टा जैसा पिछली सरकार में होता था, चप्पे-चप्पे पर मेरी सीआईडी की जाती है। मेरा टेलीफोन भी रिकॉर्ड किया जाता है, लेकिन मैं कोई बुरा काम करता नहीं, इसलिए मैं डरता नहीं। वीडियो आमागढ़ मंदिर में एक सामाजिक कार्यक्रम का है।

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