बिड़ला-अडानी को चूना पत्थर की खदान, औने-पौने दामों क्यों दे रही है भजनलाल सरकार

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 22 सितंबर 2024 | जयपुर : (द वायर हिंदी से व्यापक जनहित में साभार) राजस्थान: पंद्रह सीमेंट खदानों के एकमात्र बोलीदाता अडानी कैसे बने, पर्दे के पीछे क्या हुआ? शीर्षक से दिनांक 19 सितंबर 2024 को अंकित राज ने खबर प्रकाशित की थी कि भारत के सीमेंट उद्योग में पिछले कुछ वर्षों से प्रतिस्पर्धा ख़त्म करने की प्रतिस्पर्धा चल रही है।

चूना पत्थर की नीलामी के इस खेल में राजस्थान को भारी भरकम वित्तीय नुकसान की व्यापक संभावनाएँ हैं।  वित्त वर्ष 2023-24 में राजस्थान में चूना पत्थर के कुल 21 ब्लॉक की नीलामी हुई थी।

इनमें से 20 अंबुजा सीमेंट ने हासिल की थीं, और कम-अस-कम 15 खदानों की नीलामी में अंबुजा सीमेंट बोली लगाने वाली इकलौती कंपनी थी। इनमें से 13 राजस्थान सरकार ने रद्द कर दी हैं। दो बड़े खिलाड़ी- कुमार मंगलम बिड़ला और गौतम अडानी, छोटे खिलाड़ियों को अपने पाले में मिलाए जा रहे हैं। 

बिड़ला-अडानी को चूना पत्थर की खदान, औने-पौने दामों क्यों दे रही है भजनलाल सरकार

अल्ट्राटेक सीमेंट (कुमार मंगलम बिड़ला की कंपनी) और अंबुजा सीमेंट (गौतम अडानी की कंपनी) दूसरी कंपनियों का तेज़ी से अपनी कंपनी में या तो विलय कर रही हैं या उनका अधिग्रहण कर ले रही हैं।

चूना पत्थर की खदान राजस्थान

यह प्रतिस्पर्धा सीमेंट बाज़ार में मोनोपोली की और बढ़ रही है। तीन साल से भी कम समय में गौतम अडानी देश की दूसरी सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी के मालिक बन चुके हैं। उन्होंने मई 2022 में अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड में 63.15% और एसीसी लिमिटेड में 56.69% हिस्सेदारी लेकर इस मैदान में कदम रखा था।

लेकिन मामला सिर्फ़ कंपनियों के अधिग्रहण तक सीमित नहीं है। सीमेंट बनाने के लिए सबसे आवश्यक कच्चा माल चूना पत्थर (लाइम स्टोन) है, जिसकी खदानों की नीलामी में 2023-24 में अडानी समूह को बड़ी सफलता मिली थी। कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2023-24 में अंबुजा सीमेंट्स ने चूना पत्थर की 24 नई खदानों की बोलियां जीतीं, जिनमें से 20 सिर्फ़ राजस्थान में थीं।

वित्त वर्ष 2023-24 में राजस्थान में चूना पत्थर के कुल 21 ब्लॉक की नीलामी हुई थी। द वायर हिंदी की पड़ताल के अनुसार, इनमें से 20 अंबुजा सीमेंट ने हासिल की थीं, और कम-अस-कम 15 खदानों की नीलामी में अंबुजा सीमेंट बोली लगाने वाली इकलौती कंपनी यानी सिंगल बिडर थी।

राजस्थान सरकार ने इनमें से 13 ब्लॉक की नीलामी रद्द कर दी है। इस बारे में द वायर हिंदी की पिछली रिपोर्ट यहां पढ़ सकते हैं। इस रिपोर्ट में हम पड़ताल करेंगे कि 20 ब्लॉक अडानी को कैसे मिले थे। लेकिन पहले नीलामी से जुड़ी थोड़ी तकनीकी चीजें समझ लेते हैं।

चूना पत्थर के खदानों की नीलामी की प्रक्रिया

वर्तमान में खदानों की अधिकतर नीलामी ऑनलाइन होती है। गौर करें, चूना पत्थर माइनर मिनिरल है, यानी इससे जुड़े फ़ैसले लेने का अधिकार राज्य सरकार के पास है, लेकिन ई-नीलामी केंद्र सरकार के इस्पात मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण वाली एमएसटीसी लिमिटेड ही करती है।  

नीलामी की प्रक्रिया दो चरणों में होती है। पहले चरण में कंपनी टेक्निकल बिडर बनने की पात्रता से जुड़े दस्तावेज उपलब्ध कराती है। सरकार ब्लॉक के रिजर्व प्राइस यानी बेस प्राइस की घोषणा करती है। नीलामी में शामिल कंपनियों को इसके बराबर या ज्यादा की बोली लगानी होती है, जिसे इनिशियल प्राइस कहा जाता है।

सभी मानदंड पूरा करने वाली कंपनी को टेक्निकली क्वालिफाइड बिडर घोषित किया जाता है और हाईएस्ट इनिशियल प्राइज को फ्लोर प्राइज मान लिया जाता है। टेक्निकली क्वालिफाइड बिडर को उनके द्वारा पेश किए गए इनिशियल प्राइज के आधार पर सूचीबद्ध किया जाता है।

पहले पांच टेक्निकली क्वालिफाइड बिडर को क्वालिफाइड बिडर मान लिया जाता है, और यही आगे की नीलामी में भाग ले पाते हैं। अगर टेक्निकली क्वालिफाइड बिडर की संख्या तीन से कम है तो किसी को क्वालिफाइड बिडर नहीं माना जाता है और खनिज (नीलामी) नियम, 2015 के नियम-9 (10) के अंतर्गत नीलामी के प्रथम प्रयास को रद्द कर दिया जाता है।

इसके बाद दोबारा नीलामी का आयोजन किया जाता है। दूसरे प्रयास में पहले प्रयास के हाईएस्ट इनिशियल प्राइस को रिजर्व प्राइस बना दिया जाता है। दूसरे प्रयास में तीन से कम टेक्निकली क्वालिफाइड बिडर होने की स्थिति में भी नीलामी रद्द नहीं की जाती है और प्रक्रिया अगले चरण के लिए जारी रहती है।

नीलामी के दूसरे चरण में क्वालिफाइड बिडर को फाइनल प्राइस ऑफर करना होता है, जो फ्लोर प्राइज से अधिक होनी चाहिए। सबसे अधिक फाइनल प्राइस ऑफर करने वाले को प्रिफर्ड बिडर घोषित कर दिया जाता है। प्रिफर्ड बिडर के माइनिंग प्लान को एनओसी मिल जाने के बाद उसे सक्सेसफुल बिडर घोषित कर दिया जाता है।

सक्सेसफुल बिडर राज्य सरकार के साथ एमडीपीए (माइन डेवलपमेंट एंड प्रोडक्शन एग्रीमेंट) साइन करता है। अपफ्रंट पेमेंट (संसाधन के अनुमानित मूल्य का 0.50%) की तीनों किस्त जमा करने के बाद सक्सेसफुल बिडर को माइनिंग लीज ऑर्डर मिल जाता है।

राजस्थान की किन खदानों में सिंगल बिडर रही अंबुजा

अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड गुजरात, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में खनन कार्य करती है। वित्त वर्ष 2023-24 में राजस्थान सरकार ने लाइमस्टोन यानी चूना पत्थर की 21 ब्लॉकों की नीलामी की। सभी ब्लॉक नागौर जिला के नागौर और देह तहसील में हैं।

ये ब्लॉक हैं- PSB01, PSB02, PSB03, PSB04, PSB05, PSB06, PSB07, PSB08, PSB09, PSB10, PSB11, PSB12, PSB13, PSB14, PSB15, PSB16, PSB17, PSB18, HPB19, HPB20 और HPB21 हैं।

फोटो साभार: खान एवं भू-विज्ञान विभाग (राजस्थान)

सभी ब्लॉक का कुल क्षेत्रफल 14.17 स्क्वायर किलोमीटर है। द वायर हिंदी के पास कुल 18 ब्लॉक की नीलामी के दस्तावेज़ हैं, जो बताते हैं कि गौतम अडानी की कंपनी अंबुजा सीमेंट लिमिटेड इन 15 खदानों की नीलामी में सिंगल बिडर थी। PSB03, PSB04, PSB05, PSB08, PSB09, PSB10, PSB11, PSB12, PSB13, PSB14, PSB15, PSB16, PSB17, PSB18 और HPB21 हैं।

आठ ब्लॉक के लिए 21 जुलाई को जारी हुआ था नोटिस 

PSB03, PSB04, PSB05, PSB08, PSB09, PSB10 और PSB15, PSB16 की ई-नीलामी के लिए 21 जुलाई 2023 को एनआईटी (नोटिस इनवाइटिंग टेंडर्स) जारी हुआ था। ये सभी ब्लॉक नागौर तहसील में हरीमा गांव में है।

इन सभी ब्लॉक में भिन्न मात्रा में चूना पत्थर पाया जाता है, 0.90 मिलियन टन से लेकर 2.70 मिलियन टन तक। इन ब्लॉक में कैल्शियम ऑक्साइड (CaO) का औसत ग्रेड 48.4 से लेकर 51.74 प्रतिशत तक है। सीमेंट की गुणवत्ता चूना पत्थर में कैल्शियम ऑक्साइडकी मात्रा से तय होती है।

इन आठ ब्लॉक की नीलामी के लिए निविदा आमंत्रण सूचना (एनआईटी) 21 जुलाई को जारी हुई थी। लेकिन टेक्निकली क्वालिफाइड बिडर की संख्या तीन से कम होने के कारण नीलामी के प्रथम प्रयास को रद्द कर दिया गया। दूसरी बार नीलामी का प्रयास सितंबर 2023 में किया गया। इन ब्लॉक की ई-नीलामी के पहले प्रयास में हाईएस्ट इनिशियल प्राइज 25.10% प्राप्त हुआ था, दूसरे प्रयास में इसे रिजर्व प्राइज बना दिया गया।

इस बीच राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए आदर्श आचार संहिता लागू हो गई और ई-नीलामी की प्रक्रिया रोक दी गई। चुनाव के बाद प्रक्रिया फिर शुरू हुई। विभाग का कहना है कि नीलामी के दूसरे प्रयास में केवल अंबुजा सीमेंट्स टेक्निकली क्वालिफाईड हुआ जिसने हाईएस्ट इनिशियल प्राइज 25.15% प्रस्तावित किया।

एमएसटीसी लिमिटेड के माध्यम से अंतिम बोली 21 फरवरी-7 मार्च 2024 के बीच लगी। अंबुजा सीमेंट लिमिटेड ने 25.20% की उच्चतम बोली पेश की और इन आठ ब्लॉक के लिए प्रिफर्ड बिडर बन गई। (सभी ब्लॉकों के क्षेत्रफल और कैल्शियम ऑक्साइड (CaO) का औसत ग्रेड प्रतिशत नीचे दिए चार्ट में देखें।)

फोटो साभार: खान एवं भू-विज्ञान विभाग (राजस्थान)

छह ब्लॉक के लिए 10 जुलाई को जारी हुआ था एनआईटी

PSB12, PSB13, PSB14, PSB17, PSB18 और HPB21 के लिए निविदा 10 जुलाई को आमंत्रित की गयी थीं। इन सभी ब्लॉकों की ई-नीलामी का पहला प्रयास भी टेक्निकली क्वालिफाइड बिडर की संख्या तीन से कम होने की वजह से रद्द करना पड़ा। (यहां से PSB12 और HPB21 की कहानी थोड़ी भिन्न है। उस पर बाद में लौटेंगे।)

PSB13, PSB14, PSB17 और PSB18 की नीलामी की प्रक्रिया और परिणति एक समान रही। ई-नीलामी के दूसरे प्रयास में इन चार ब्लॉकों के लिए रिजर्व प्राइज 25.05% रखा गया, क्योंकि पिछले प्रयास में यही हाईएस्ट इनिशियल प्राइज था।

लेकिन विधानसभा चुनाव की वजह से ई-नीलामी रुक गई। चुनाव के बाद नीलामी की प्रक्रिया फिर शुरू हुई। विभाग के मुताबिक, दूसरे प्रयास में इन ब्लॉकों में केवल एक ही बिडर टेक्निकली क्वालिफाईड पाया गया- अंबुजा सीमेंट लिमिटेड।

ज़ाहिर है, इसी कंपनी से हाईएस्ट इनिशियल प्राइज 25.10% मिला। इन चार ब्लॉकों की ई-नीलामी के दूसरे प्रयास में अंतिम बोली 4 से 12 मार्च, 2024 के बीच लगी। अंबुजा सीमेंट लिमिटेड ने इन सभी ब्लॉकों के लिए 25.15% की उच्चतम बोली पेश की और प्रिफर्ड बिडर बन गई।

ब्लॉक HPB21 का रेट अलग

इस ब्लॉक की ई-नीलामी के दूसरे प्रयास में रिजर्व प्राइज 27.05% रखा गया, क्योंकि पिछले प्रयास में यही हाईएस्ट इनिशियल प्राइज था। विभाग के मुताबिक, यहां भी दूसरे प्रयास में सिर्फ़ एक बिडर टेक्निकली क्वालिफाईड पाया गया- अंबुजा सीमेंट लिमिटेड। अंतिम बोली 13 मार्च, 2024 को लगी। अंबुजा सीमेंट लिमिटेड ने इस ब्लॉक के लिए 27.10% की उच्चतम बोली पेश की और प्रिफर्ड बिडर बन गई।

ब्लॉक PSB12

टेक्निकली क्वालिफाइड बिडर की संख्या दो होने के कारण PSB12 की ई-नीलामी के प्रथम प्रयास को रद्द कर दिया गया। ई-नीलामी के दूसरे प्रयास के लिए 11 सितंबर, 2023 से निविदा-पत्र की बिक्री शुरू हुई। इस ब्लॉक के ई-नीलामी के पहले प्रयास में हाईएस्ट इनिशियल प्राइज 50.40% प्राप्त हुआ था, दूसरे प्रयास में इसे ही रिजर्व प्राइज बना दिया गया।

विभाग के मुताबिक ई-नीलामी के दूसरे प्रयास में केवल एक ही बिडर टेकनीकली क्वालिफाईड हुआ-  अंबुजा सीमेंट लिमिटेड। इसी से हाईएस्ट इनिशियल प्राइज 50.45% प्राप्त हुआ। 1 मार्च, 2024 को लगी अंतिम बोली के दौरान अंबुजा सीमेंट लिमिटेड ने 50.50% की उच्चतम बोली पेश की। 5, मार्च 2024 को गौतम अडानी की कंपनी प्रिफर्ड बिडर बन गई।

ब्लॉक- PSB11

इस खदान की नीलामी में सिर्फ़ अंबुजा सीमेंट लिमिटेड ने भाग लिया था। 29 फ़रवरी, 2024 को  अंबुजा सीमेंट लिमिटेड ने 50.50% की उच्चतम बोली पेश की और खदान को अपने नाम कर लिया। गौर करें कि इन 15 खदानों में से सिर्फ HPB21, PSB12 और PSB11 की अंतिम बोली अन्य सभी खदानों की अंतिम बोली से अधिक है।

PSB12 और PSB11 के लिए अन्य खदानों की तुलना में दोगुने से अधिक की बोली लगी, जबकि ऐसा नहीं है कि इन खदानों में कहीं अधिक मात्रा या गुणवत्ता का चूना पत्थर है (पुष्टि के लिए ऊपर दिए चार्ट को देखें)। फिर ऐसा क्यों हुआ?

दरअसल, PSB12 और PSB11 की नीलामी के पहले प्रयास में बोली लगाने वाली अन्य कंपनी ने इसका भाव बढ़ा दिया था, जिससे मजबूर होकर नीलामी के दूसरे प्रयास में अंबुजा सीमेंट को अधिक बोली लगानी पड़ी।

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इस बारे में शीघ्र पढ़ें हमारी आगामी पड़ताल: जिन ब्लॉकों की नीलामी में अंबुजा बोली लगाने वाली इकलौती कंपनी नहीं थी, उनका भाव क्या रहा? जिन जगहों पर अंबुजा अकेली कंपनी थी, वहां बोली कितनी कम रही? सरकार को कितनी राजस्व हानि हुई?

अडानी और सरकार से नहीं मिला जवाब

इस विषय पर हमने अडानी समूह को ईमेल के माध्यम से सवाल भेजे हैं, लेकिन रिपोर्ट प्रकाशित होने तक उनकी तरफ से जवाब नहीं आया है। इस मसले पर द वायर हिंदी ने राजस्थान के नागौर के खनन अभियंता कमलेश्वर, डीएमजी (डिपार्टमेंट ऑफ माइंस एंड जियोलॉजी) के एक अन्य खनन अभियंता सतीश आर्या, खान एवं पेट्रोलियम विभाग (राजस्थान) की संयुक्त शासन सचिव आशु चौधरी से लेकर इस विभाग के के प्रबंध निदेशकभगवती प्रसाद से संपर्क किया है। लेकिन किसी ने जवाब नहीं दिया है. भगवती प्रसाद को उनके आधिकारिक ईमेल पर सवाल भी भेजे गए हैं, लेकिन जवाब नहीं आया है।

व्यापक जनहित में साभार : द वायर हिंदी 

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8वें वेतन आयोग के बाद सबकी होगी बल्ले बल्ले, इतनी बढ़ेगी सबकी सैलरी

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 18 जनवरी 2025 | जयपुर : कर्मचारियों के लंबे इंतजार को खत्म करते हुए मोदी सरकार ने 8वें वेतन आयोग को हरी झंडी दे दी है। यह खबर तमाम अटकलों पर विराम लगाती है और सरकारी कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आयी है। 2026 में, सरकारी कर्मचारियों के वेतन में भारी वृद्धि होने की उम्मीद है।

8वें वेतन आयोग के बाद सबकी होगी बल्ले बल्ले, इतनी बढ़ेगी सबकी सैलरी

हालांकि, अभी तक वेतन आयोग का गठन नहीं किया गया है और सरकार ने इस बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी है, लेकिन यह तय है कि जल्द ही आयोग के सदस्यों की नियुक्ति की जायेगी। इसके बाद, आयोग अपनी रिसर्च के आधार पर वेतन और पेंशन बढ़ाने के प्रस्ताव सरकार को सौंपेगा।

8वें वेतन आयोग के बाद सबकी होगी बल्ले बल्ले, इतनी बढ़ेगी सबकी सैलरी

इस खबर से सभी सरकारी कर्मचारी खुश हैं, लेकिन एक सवाल जो हर किसी के मन में है, वह यह है कि 8वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद उनकी बेसिक सैलरी में कितनी वृद्धि होगी? इस बारे में अभी निश्चित रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता है।

लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स और 7वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद बेसिक सैलरी में हुई वृद्धि के आधार पर यह अनुमान लगाया जा सकता है कि 8वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद चपरासी से लेकर आईएएस अधिकारियों और मुख्य सचिवों तक सभी के बुनियादी वेतन में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी।

वेतन मैट्रिक्स क्या कहता है?

वेतन मैट्रिक्स को देखें तो, 7वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद, लेवल-1 (जिसमें चपरासी और सफाई कर्मचारी शामिल हैं) का बेसिक वेतन 18,000 रुपये हो गया था। यह अनुमान है कि 8वें वेतन आयोग के लगने के बाद यह 21,300 रुपये हो जायेगा। इसी तरह, लेवल-2 के कर्मचारियों का बेसिक वेतन 19,900 रुपये से बढ़कर 23,880 रुपये हो सकता है।

वहीं लेवल-3 के कर्मचारियों का बुनियादी वेतन 21,700 रुपये से बढ़कर 26,040 रुपये तक पहुंच सकता है। लेवल-4 के कर्मचारियों का मूल वेतन 25,500 रुपये से बढ़कर 30,600 रुपये होने की उम्मीद है, जबकि लेवल-5 के कर्मचारियों का बेसिक वेतन 29,200 रुपये से बढ़कर 35,040 रुपये हो सकता है। लेवल 1 से 5 तक के कर्मचारियों का ग्रेड पे 1,800 रुपये से 2,800 रुपये के बीच हो सकता है।

लेवल 6 से 9 तक कितनी वृद्धि?

वेतन मैट्रिक्स के अनुसार, लेवल 6 से 9 तक के कर्मचारियों का ग्रेड पे 4,200 रुपये से 5,400 रुपये के बीच होता ह। इस श्रेणी में प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक, ग्राम विकास अधिकारी आदि कर्मचारी आते हैं। लेवल-6 के कर्मचारियों के बेसिक वेतन में 35,400 रुपये से 42,480 रुपये तक बढ़ने का अनुमान है।

जबकि लेवल-7 के कर्मचारियों के बेसिक वेतन में 44,900 रुपये से 53,880 रुपये तक बढ़ने का अनुमान है। इसी तरह, लेवल-8 के कर्मचारियों का बेसिक वेतन 47,600 रुपये से बढ़कर 57,120 रुपये हो सकता है, और लेवल-9 के कर्मचारियों को 53,100 रुपये से 63,720 रुपये तक वृद्धि का लाभ मिल हो सकता है।

लेवल 10 से 12 तक कितना होगा फायदा

लेवल 10 से 12 तक के कर्मचारियों का ग्रेड पे 5,400 रुपये से 7,600 रुपये के बीच होता है। 8वां वेतन आयोग लागू होने के बाद, इन कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में अच्छी खासी वृद्धि हो सकती है। लेवल 10 के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 56,100 रुपये से बढ़कर 67,320 रुपये हो सकता है।

इसी तरह, लेवल 11 के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 67,700 रुपये से बढ़कर 81,240 रुपये हो जाएगी, और लेवल 12 के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 78,800 रुपये से बढ़कर 94,560 रुपये हो सकता है।

लेवल 13 और 14 तक कितनी वृद्धि?

वेतन मैट्रिक्स के अनुसार, लेवल 13 और 14 के कर्मचारी 8,700 रुपये से 10,000 रुपये के ग्रेड पे में आते हैं। 8वां वेतन आयोग लागू होने के बाद लेवल 13 के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 1,23,100 रुपये से बढ़कर 1,47,720 रुपये हो सकती है जबकि लेवल 14 के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 1,44,200 रुपये से बढ़कर 1,73,040 रुपये हो सकता है।

लेवल 15 से 18 तक कितनी वृद्धि?

लेवल 15 से 18 के बीच के कर्मचारी वरिष्ठ अधिकारी होते हैं, जिनमें आईएएस अधिकारी, सचिव और मुख्य सचिव शामिल हैं। आठवें वेतन आयोग के लागू होने के बाद, इन अधिकारियों के वेतन में भी अच्छी खासी वृद्धि होगी। लेवल 15 के कर्मचारियों का मूल वेतन 1,82,200 रुपये से बढ़कर 2,18,400 रुपये हो हो सकता है।

लेवल 16 के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 2,05,400 रुपये से बढ़कर 2,46,480 रुपये हो जायेगी। लेवल 17 के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 2,25,000 रुपये से बढ़कर 2,70,000 रुपये हो हो सकती है, और लेवल 18 के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 2,50,000 रुपये से बढ़कर 3,00,000 रुपये हो सकती है।

बेसिक के अलावा अन्य भत्ते

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यहां केवल बेसिक सैलरी में होने वाली वृद्धि के बारे में बताया गया है। कर्मचारियों को मिलने वाले कुल वेतन में बेसिक के अलावा महंगाई भत्ता (Dearness Allowance – DA) और अन्य भत्ते भी शामिल होते है। इन सभी भत्तों को मिलाकर ही कर्मचारी का कुल वेतन निर्धारित किया जाता है। इसका मतलब है कि कर्मचारी के हाथ में आने वाली सैलरी बेसिक सैलरी से काफी ज्यादा हो सकती है।

8वें वेतन आयोग (पे-कमीशन) में संभावित सैलरी कितनी होगी?

1000 रुपए सैलरी पर 8% कमीशन से 920 रुपए मिल सकते हैं । 5000 रुपए सैलरी पर 8% कमीशन से 4600 रुपए बच सकते हैं। 10,000 रुपए सैलरी पर 8% कमीशन से 920 रुपए मिल सकते हैं। 20,000 रुपए सैलरी पर 8% कमीशन से 1840 रुपए मिल सकते हैं। 50,000 रुपए सैलरी पर 8% कमीशन से 4600 रुपए आ सकते हैं। 01 लाख रुपए सैलरी पर 8% कमीशन से 9200 रुपए मिल सकते हैं।

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2 लाख रुपए सैलरी पर 8% कमीशन से 18,400 रुपए हो सकते हैं। 5 लाख रुपए सैलरी पर 8% कमीशन से 46,000 रुपए मिल सकते हैं। 10 लाख रुपए सैलरी पर 8% कमीशन से 92,000 रुपए हो सकते हैं। 20 लाख रुपए सैलरी पर 8% कमीशन से 1,84,000 रुपए मिल सकते हैं। 50 लाख रुपए सैलरी पर 8% कमीशन से 4,60,000 रुपए हो सकते हैं।

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कैलिफोर्निया की आग में, लॉस एंजिलिस में कमला हैरिस का घर खाली कराया, हॉलीवुड स्टार्स के घर भी जले

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 09 जनवरी 2025 | जयपुर : अमेरिका में कैलिफोर्निया राज्य के लॉस एंजिलिस के जंगलों में लगी आग शहर तक पहुंच गई है। मंगलवार को लगी आग से अब तक 4,856 हेक्टेयर इलाका प्रभावित हुआ है। आग से करीब 1100 इमारतें पूरी तरह जल गई हैं और 28 हजार घरों को नुकसान पहुँचा है।

कैलिफोर्निया की आग में, लॉस एंजिलिस में कमला हैरिस का घर खाली कराया, हॉलीवुड स्टार्स के घर भी जले

अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में लॉस एंजिल्स के नजदीक जंगलों में लगी आग ने अब भयावह रूप ले लिया है। इस आग से अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही 70000 हजार लोगों को घर छोड़ना पड़ा है। इसके अलावा हजारों इमारतें इस आग की चपेट में हैं।

कैलिफोर्निया की आग में, लॉस एंजिलिस में कमला हैरिस का घर खाली कराया, हॉलीवुड स्टार्स के घर भी जले

रिपोर्ट के मुताबिक पहले यह आग पेसिफिक पैलिसेड्स, ईटन और हर्स्ट के जंगलों में लगी जिसके बाद ये रिहायशी इलाकों में फैलने लगी। जंगल में फैल रही आग से अब 5 लोगों की मौत हो चुकी है। करीब 50 हजार लोगों को तुरंत घर खाली करने को कहा गया है। वहीं करीब 3 लाख लोगों को सुरक्षित जगह जाने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने शहर में इमरजेंसी घोषित कर दी है।

कैलिफोर्निया के पॉश इलाके पैलिसेडेस में हॉलीवुड स्टार्स के बंगले बने हुए हैं। आग से कई बंगले जल गए हैं।

कैलिफोर्निया के पॉश इलाके पैलिसेडेस में हॉलीवुड स्टार्स के बंगले बने हुए हैं। आग से कई बंगले जल गए हैं।

लॉस एंजिलिस में आग से कई कम्युनिटी सेंटर्स और धर्मस्थल पूरी तरह जल चुके हैं।

लॉस एंजिलिस में आग से कई कम्युनिटी सेंटर्स और धर्मस्थल पूरी तरह जल चुके हैं। आग से लॉस एंजिलिस शहर के पॉश इलाके पैलिसेडेस में कई हॉलीवुड स्टार्स के बंगले जल गए हैं। मार्क हैमिल, पेरिस हिल्टन, जेमी ली कर्टिस, मैंडी मूर, मारिया श्राइवर, एश्टन कुचर , जेम्स वुड्स और लीटन मेस्टर समेत कई हॉलीवुड स्टार्स के घर आग की चपेट में आ गए। कई सेलिब्रिटीज को घर छोड़कर जाना पड़ा है।

आग की वजह से लॉस एंजिसिल के ब्रेटनवुड इलाके में बने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के घर को भी खाली करने के निर्देश दिए गए हैं। लॉस एंजिलिस अमेरिका का सबसे ज्यादा आबादी वाला काउंटी है। यहां 1 करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं। प्रसिद्ध हॉलीवुड इलाके के नाम पर ही यहां की फिल्म इंडस्ट्री का नाम पड़ा है।

आग और उसमें जलते लॉस एंजिलिस शहर की 5 तस्वीरें

जंगलों की आग ने सबसे पहले शहर के बाहरी इलाकों में बने घरों को चपेट में लिया। घर-गाड़ियां जलकर खाक हो गए।

जंगलों की आग ने सबसे पहले शहर के बाहरी इलाकों में बने घरों को चपेट में लिया। घर-गाड़ियां जलकर खाक हो गए।

आग इतनी तेजी से फैली कि फायर फाइटर्स के पहुंचने से पहले ही दर्जनों घर पूरी तरह जल चुके थे

आग इतनी तेजी से फैली कि फायर फाइटर्स के पहुंचने से पहले ही दर्जनों घर पूरी तरह जल चुके थे

लॉस एंजिलिस में घरों के जलने की रफ्तार इतनी तेज थी कि हर तरफ आग ही दिखाई दे रही थी।

लॉस एंजिलिस में घरों के जलने की रफ्तार इतनी तेज थी कि हर तरफ आग ही दिखाई दे रही थी।

जंगलों की लॉस एंजिलिस के हिल टॉप तक पहुंच गई। आग से रात को पहाड़ी लाल दिखाई दे रही थी।

जंगलों की लॉस एंजिलिस के हिल टॉप तक पहुंच गई। आग से रात को पहाड़ी लाल दिखाई दे रही थी।

लॉस एंजिसिल के हिल टॉप पर कई सेलिब्रिटीज के बंगले जलकर खाक हो चुके हैं। आग अभी भी जारी है।

लॉस एंजिसिल के हिल टॉप पर कई सेलिब्रिटीज के बंगले जलकर खाक हो चुके हैं। आग अभी भी जारी है।

रेस्क्यू के लिए हेलिकॉप्टर-विमान से छिड़काव

कैलिफोर्निया में हेलिकॉप्टरों और विमानों से आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन तेज हवाओं और उनके दिशा बदलने की वजह से आग अलग-अलग जगहों पर फैल रही है। स्क्यू टीम हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जा रही है। स्कूलों, सामुदायिक केंद्रों और अन्य सुरक्षित जगहों को इमरजेंसी शेल्टर के तौर पर तैयार किया गया है।

आग बुझाने और रेस्क्यू की 5 तस्वीरें

आग से घिर चुके घरों पर फायर फाइटर्स प्रेशर मशीन से छिड़काव कर रहे हैं, ताकि आग और न फैल सके।

आग से घिर चुके घरों पर फायर फाइटर्स प्रेशर मशीन से छिड़काव कर रहे हैं, ताकि आग और न फैल सके।

आग से हवा जहरीली हो चुकी है। फायर फाइटर्स प्रोटेक्टिव मास्क पहनकर प्रभावित इलाकों में पहुंच रहे हैं।

आग से हवा जहरीली हो चुकी है। फायर फाइटर्स प्रोटेक्टिव मास्क पहनकर प्रभावित इलाकों में पहुंच रहे हैं।

फायर फाइटर्स पिछले 24 घंटे से लगातार आग बुझाने के काम में लगे हुए हैं, लेकिन आग फैलती गई है।

फायर फाइटर्स पिछले 24 घंटे से लगातार आग बुझाने के काम में लगे हुए हैं, लेकिन आग फैलती गई है।

आग के ऊपर विमानों से फोम का छिड़काव किया जा रहा है, ताकि आग आगे न फैले, हालांकि हवाओं से इसमें मुश्किल हो रही है।

आग के ऊपर विमानों से फोम का छिड़काव किया जा रहा है, ताकि आग आगे न फैले, हालांकि हवाओं से इसमें मुश्किल हो रही है।

लॉस एंजिलिस शहर के हिल टॉप इलाके में रेस्क्यू का जायजा लेने पहुंचे कैलिफोर्निया के गवर्नर फैलती हुई आग को देखते रहे।

चीड़ के सूखे पेड़ों में लगी आग, शहर तक फैली

लॉस एंजिलिस शहर के हिल टॉप इलाके में रेस्क्यू का जायजा लेने पहुंचे कैलिफोर्निया के गवर्नर फैलती हुई आग को देखते रहे। कैलिफोर्निया का लॉस एंजेलिस शहर पहाड़ों के बीच बसा है। यहां चीड़ के जंगल हैं। मंगलवार को चीड़ के सूखें पेड़ जलने से आग शुरू हुई। अगले कुछ घंटे में आग ने लॉस एंजिल्स के बड़े इलाके को अपनी चपेट में ले लिया। शहर की हवा जहरीली हो गई है। यहां AQI 350 पार हो गया है।

‘सांता सना’ हवाओं ने आग को तेजी से फैलाया

जंगलों में आग भड़कने के बाद करीब 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली ‘सांता सना’ हवाओं ने आग को तेजी से भड़का दिया। आमतौर पर पतझड़ के मौसम में चलने वाली ये हवाएं काफी गर्म होती हैं। ये दक्षिण कैलिफोर्निया को सबसे ज्यादा प्रभावित करती हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक अभी भी हवाओं की रफ्तार काफी तेज बनी हुई है, इस वजह से आग लगातार फैलती जा रही है।

आपात शेल्टर तैयार किये गये

राष्ट्रीय मौसम सेवा ने कहा कि बुधवार को सुबह चलने वाली तेज हवाएं स्थिति को और बिगाड़ सकती है। लॉस एंजिल्स यूनिफाइड स्कूल डिस्ट्रिक्ट का कहना है कि आग के कारण पैसिफिक पैलिसेड्स क्षेत्र के तीन परिसरों से छात्रों को अस्थायी रूप से स्थानांतरित किया जा रहा है।

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बचाव दल लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। स्थानीय स्कूलों, सामुदायिक केंद्रों, और अन्य सुरक्षित स्थानों को आपात शेल्टर के रूप में तैयार किया गया है। खराब मौसम के कारण राष्ट्रपति जो बाइडन ने कैलिफोर्निया के रिवरसाइड काउंटी की यात्रा रद्द कर दी हैं। 

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