Memorizing Dr Manmohan Singh as the sun sets on a remarkable life

MemoriesMOOKNAYAK MEDIA BUREAU | December 27, 2024 | Jaipur: As the sun sets on a remarkable life, we mourn the loss of a true statesman, a visionary leader, and a humble soul – Former Prime Minister Manmohan Singh. At 92, he leaves behind a legacy that will forever be etched in the annals of Indian history.

Memorizing Dr Manmohan Singh as the sun sets on a remarkable life

Born in the midst of turmoil, Singh’s family migrated to India during the partition in 1947. Against all odds, he rose to become a renowned economist, academician, and bureaucrat, serving as the Prime Minister of India from 2004 to 2014.

Memorizing Dr Manmohan Singh as the sun sets on a remarkable life

Singh’s unwavering loyalty to the Gandhi family was a testament to his commitment to the party and its ideals. Yet, it is equally important to acknowledge the hurt caused by Rahul Gandhi’s misbehavior towards him. A public apology from Rahul Gandhi would be a fitting tribute to the former Prime Minister’s legacy.

As we remember Manmohan Singh, we honor his numerous achievements, including the liberalization of India’s economy, the implementation of the National Rural Employment Guarantee Act (NREGA), and the Right to Information Act.

His commitment to education and healthcare led to significant reforms, including the Right of Children to Free and Compulsory Education Act.Singh’s foreign policy initiatives strengthened India’s relationships with countries like the United States, China, and Afghanistan.

His leadership played a crucial role in shaping India’s growth story, and his humility and integrity earned him respect across party lines.As we bid farewell to this extraordinary leader, we take a moment to reflect on his remarkable journey.

Manmohan Singh’s life serves as a testament to the power of hard work, dedication, and selfless service. May his legacy continue to inspire future generations of leaders and citizens alike.In the words of Singh himself, “The greatest glory in living lies not in never falling, but in rising every time we fall.”

As we remember this remarkable leader, let us strive to emulate his values of integrity, wisdom, and selfless service.Tamil Nadu Chief Minister and DMK president M.K. Stalin credited Dr. Singh for steering India’s economic transformation. “His tenure marked an era of steady growth, social progress, and reforms that improved the lives of millions.”

Reflecting on the DMK’s steady presence in UPA, he said, that Dr. Singh’s partnership with M. Karunanidhi was instrumental in advancing Tamil Nadu’s development. “Even during turbulent times, Dr. #ManmohanSingh and Thalaivar Kalaignar stood together, exemplifying the strength of coalition politics built on trust and respect for regional identities,” Mr. Stalin said.

US Secretary of State Antony Blinken paid tribute to Singh, calling him a “champion of the US-India strategic partnership.” Highlighting Singh’s pivotal role in advancing the Civil Nuclear Cooperation Agreement, Blinken stated, “Dr Singh’s leadership laid the foundation for much of what our countries have accomplished together in the past two decades.”

Dr Singh was a brilliant economist with an ambitious vision of what a liberal India could be, combined with a fine sense of what was possible politically. He was understated and soft spoken, which allowed him to attract the best and the brightest, ranging from Montek Singh Ahluwalia to C Rangarajan, to his team.

The liberalisation and reforms he undertook with the support of Prime Minister Narasimha Rao laid the foundations of the modern Indian economy, and spurred the decades of robust growth we still enjoy.

Dr Singh also had singular achievements on the administrative side. In his first term as prime minister, he strengthened relations with the US, culminating in the Civil Nuclear Deal. In some ways, the US-India relationship may be the key global relationship of the 21st century, and Dr Singh put it on stable footing.

In his second term, he appointed Nandan Nilekani to head the unique ID rollout, which became the foundation of the India Stack and successful products like UPI payments. Those were also years of extraordinary growth.

After the initial recovery post-global financial crisis, Dr Singh recognised the growing risks to the economy from excessive spending, and brought back P Chidambaram as finance minister to restore macroeconomic stability. While India experienced volatility during the Taper Tantrum, matters could have been much worse without Dr Singh’s prescience.

Dr Singh was a man of great integrity, never using any of his offices for personal gain or to benefit his family. Though corruption scandals engulfed some government ministries and coalition partners in his second term, they never touched him.

Nevertheless, they clouded his record. With the passage of time, though, many of the allegations have not withstood judicial scrutiny, while his economic reforms seem ever more visionary and important.

Memories;

तस्वीर 19 सितम्बर 2004 की है। जब पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ नई दिल्ली के 7 रेसकोर्स रोड पर एक इवेंट में मौजूद थे।

तस्वीर 12 अप्रैल 2010 की है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, वाशिंगटन के ब्लेयर हाउस में परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ बैठक के दौरान नजर आए थे।

तस्वीर 12 मार्च 2010 की है। जब तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस में एक बैठक में अपने रूसी काउंटरपार्ट व्लादिमीर पुतिन के साथ मीटिंग में।

इस तस्वीर में 15 अगस्त 2013 को तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह 67वें स्वतंत्रता दिवस पर नई दिल्ली में लाल किले से देश को संबोधित करने जाते हुए नजर आ रहे हैं। बतौर प्रधानमंत्री यह उनका आखिरी भाषण था।

MOOKNAYAK MEDIA

At times, though, “MOOKNAYAK MEDIA’s” immense reputation gets in the way of its own themes and aims. Looking back over the last 15 years, it’s intriguing to chart how dialogue around the portal has evolved and expanded. “MOOKNAYAK MEDIA” transformed from a niche Online News Portal that most of the people are watching worldwide, it to a symbol of Dalit Adivasi OBCs Minority & Women Rights and became a symbol of fighting for downtrodden people. Most importantly, with the establishment of online web portal like Mooknayak Media, the caste-ridden nature of political discourses and public sphere became more conspicuous and explicit.

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भारतवंशी अनीता आनंद कनाडा के प्रधानमंत्री की दौड़ में सबसे आगे

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 09 जनवरी 2025 | जयपुर : कनाडा में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के बाद भारतीय मूल की सांसद अनीता आनंद का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए प्रमुखता से लिया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सत्ताधारी लिबरल पार्टी इस साल होने वाले संसदीय चुनाव से पहले नया प्रधानमंत्री चुन सकती है। बुधवार यानी आज पार्टी के नेशनल कॉकस की बैठक भी होने वाली है।

भारतवंशी अनीता आनंद कनाडा के प्रधानमंत्री की दौड़ में सबसे आगे

माना जा रहा है कि पार्टी में अनीता के नाम पर सहमति बन सकती है। अगर ऐसा होता है तो वो कनाडा में प्रधानमंत्री पद पर पहुंचने वाली पहली अश्वेत महिला होंगी। फिलहाल जब तक कोई नया नेता नहीं चुन लिया जाता, तब तक ट्रूडो पद पर बने रहेंगे।

भारतवंशी अनीता आनंद कनाडा के प्रधानमंत्री की दौड़ में सबसे आगे

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार (6 जनवरी, 2025) को इस्तीफ़ा देने का ऐलान कर दिया है। ट्रूडो ने कहा कि वह आगामी आम चुनावों में लिबरल पार्टी का चेहरा बनने के लिए पसंदीदा उम्मीदवार नहीं हैं। लिबरल पार्टी से प्रधानमंत्री पद के लिए नए नेता का चयन होने के बाद जस्टिन ट्रूडो अपना इस्तीफ़ा दे देंगे।

ट्रूडो के इस इस्तीफे की पटकथा बीते लगभग एक वर्ष से लिखी जा रही थी। इस खबर के बाद अब लिबरल पार्टी के नेताओं में पीएम पद की दौड़ शुरू हो गई है। इस दौड़ में एक भारतवंशी अनीता आनंद भी शामिल हैं।

अनीता आनंद लिबरल पार्टी की सीनियर मेंबर हैं। वह 2019 से कनाडाई संसद की सदस्य भी हैं। उन्होंने ट्रूडो सरकार में कई प्रमुख विभागों को संभाला है, जिसमें पब्लिक सर्विस और खरीद मिनिस्ट्री, नेशनल डिफेंस मिनिस्ट्री और ट्रेजरी बोर्ड के अध्यक्ष की जिम्मेदारी शामिल है। वह 2024 से ट्रांसपोर्ट और इंटरनल ट्रेड मिनिस्टर हैं।

पार्टी नेताओं की तरफ से लगातार बढ़ते दबाव के बाद प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 6 जनवरी को पार्टी लीडर और PM दोनों पद से इस्तीफा दे दिया था। वे सितंबर 2021 में तीसरी बार पीएम बने थे। उनकी सरकार का कार्यकाल अक्टूबर 2025 तक था।

अनीता आनंद 2019 में ओकविल से चुनाव जीतकर सांसद बनीं थीं। पब्लिक सर्विस मिनिस्टर के तौर पर उन्होंने COVID-19 महामारी के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

अनीता पीएम बनीं तो इस पद पर पहुंचने वाली देश की दूसरी महिला होंगी

  • अनीता के पिता तमिलनाडु जबकि मां पंजाब की रहने वाली थीं। हालांकि, अनीता का जन्म और पालन-पोषण कनाडा के ग्रामीण क्षेत्र नोवा स्कोटिया में हुआ था।
  • उन्होंने क्वीन्स यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस में आर्ट्स ग्रेजुएशन, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से न्यायशास्त्र में आर्ट्स ग्रेजुएशन, डलहौजी यूनिवर्सिटी से लॉ ग्रेजुएशन और टोरंटो यूनिवर्सिटी से लॉ में मास्टर्स किया।
  • 57 साल की अनीता पेशे से वकील हैं। उन्होंने 2019 में कनाडा की ओकविल सीट से पहला संसदीय चुनाव जीता था। इसी साल उन्हें सार्वजनिक सेवाओं और खरीद का कैबिनेट मंत्री बनाया गया।
  • अनीता कनाडा का रक्षा मंत्रालय संभालने वाली दूसरी महिला हैं। इससे पहले 1990 में किम कैंपबेल ने ये जिम्मेदारी संभाली थी।
  • अनीता टोरंटो यूनिवर्सिटी की एसोसिएट डीन भी रह चुकी हैं। उन्होंने 1995 जॉन नोल्टन से शादी की, जो एक कनाडाई वकील और बिजनेस एग्जीक्यूटिव हैं। उनके 4 बच्चे हैं।
  • अनीता आनंद लैंगिक समानता की मुखर समर्थक रही हैं। वो LGBTQIA+ अधिकारों का सपोर्ट करती हैं। उन्होंने सेक्शुअल मिसकंडक्ट से लड़ने और कनाडाई डिफेंस फोर्सेज में कल्चरल परिवर्तन लाने के लिए पहल भी की थी। ​​
  • प्रोग्रेसिव कंजर्वेटिव पार्टी की किम कैंपबेल 1993 में कनाडा की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं थीं, जिसके बाद से अब तक कोई महिला कनाडा में प्रधानमंत्री पद पर नहीं पहुंची है।

ट्रूडो की पार्टी के पास बहुमत नहीं

कनाडा की संसद हाउस ऑफ कॉमन्स में लिबरल पार्टी के 153 सांसद हैं। हाउस ऑफ कॉमन्स​​​​​​ में 338 सीटें है। इसमें बहुमत का आंकड़ा 170 है। पिछले साल ट्रूडो सरकार की सहयोगी पार्टी न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) ने अपने 25 सांसदों का समर्थन वापस ले लिया था। NDP खालिस्तान समर्थक कनाडाई सिख सांसद जगमीत सिंह की पार्टी है।

गठबंधन टूटने की वजह से ट्रूडो सरकार अल्पमत में आ गई थी। हालांकि 1 अक्टूबर को हुए बहुमत परीक्षण में ट्रूडो की लिबरल पार्टी को एक दूसरी पार्टी का समर्थन मिल गया था। इस वजह से ट्रूडो ने फ्लोर टेस्ट पास कर लिया था।

न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) के नेता जगमीत सिंह ने PM ट्रूडो के खिलाफ फिर से अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है। हालांकि कनाडा की संसद को 24 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया है, ऐसे में लिबरल पार्टी के पास बहुमत जुटाने और नया नेता चुनने के लिए 60 दिन से ज्यादा का वक्त है।

ट्रूडो के खिलाफ क्यों है नाराजगी

कनाडा के लोगों में लगातार बढ़ती मंहगाई के वजह से ट्रूडो के खिलाफ नाराजगी है। इसके अलावा पिछले कुछ समय से कनाडा में कट्टरपंथी ताकतों के पनपने, अप्रवासियों की बढ़ती संख्या और कोविड-19 के बाद बने हालातों के चलते ट्रूडो को राजनीतिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

दूसरी तरफ उन्हें नापसंद करने वालों की संख्या 65% तक पहुंच गई है। देश में हुए कई सर्वे के मुताबिक अगर कनाडा में चुनाव होते हैं तो कंजर्वेटिव पार्टी को बहुमत मिल सकता है, क्योंकि जनता बढ़ती महंगाई से परेशान है।

पिछले साल अक्टूबर में हुए इप्सोस के एक सर्वे में सिर्फ 28% कनाडाई लोगों का कहना था कि ट्रूडो को फिर से चुनाव लड़ना चाहिए। वहीं एंगस रीड इंस्टीट्यूट के मुताबिक ट्रूडो की अप्रूवल रेटिंग गिरकर 30% पर आ गई है।

यह भी पढ़ें : कैलिफोर्निया की आग में, लॉस एंजिलिस में कमला हैरिस का घर खाली कराया, हॉलीवुड स्टार्स के घर भी जले

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कैलिफोर्निया की आग में, लॉस एंजिलिस में कमला हैरिस का घर खाली कराया, हॉलीवुड स्टार्स के घर भी जले

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 09 जनवरी 2025 | जयपुर : अमेरिका में कैलिफोर्निया राज्य के लॉस एंजिलिस के जंगलों में लगी आग शहर तक पहुंच गई है। मंगलवार को लगी आग से अब तक 4,856 हेक्टेयर इलाका प्रभावित हुआ है। आग से करीब 1100 इमारतें पूरी तरह जल गई हैं और 28 हजार घरों को नुकसान पहुँचा है।

कैलिफोर्निया की आग में, लॉस एंजिलिस में कमला हैरिस का घर खाली कराया, हॉलीवुड स्टार्स के घर भी जले

अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में लॉस एंजिल्स के नजदीक जंगलों में लगी आग ने अब भयावह रूप ले लिया है। इस आग से अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही 70000 हजार लोगों को घर छोड़ना पड़ा है। इसके अलावा हजारों इमारतें इस आग की चपेट में हैं।

कैलिफोर्निया की आग में, लॉस एंजिलिस में कमला हैरिस का घर खाली कराया, हॉलीवुड स्टार्स के घर भी जले

रिपोर्ट के मुताबिक पहले यह आग पेसिफिक पैलिसेड्स, ईटन और हर्स्ट के जंगलों में लगी जिसके बाद ये रिहायशी इलाकों में फैलने लगी। जंगल में फैल रही आग से अब 5 लोगों की मौत हो चुकी है। करीब 50 हजार लोगों को तुरंत घर खाली करने को कहा गया है। वहीं करीब 3 लाख लोगों को सुरक्षित जगह जाने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने शहर में इमरजेंसी घोषित कर दी है।

कैलिफोर्निया के पॉश इलाके पैलिसेडेस में हॉलीवुड स्टार्स के बंगले बने हुए हैं। आग से कई बंगले जल गए हैं।

कैलिफोर्निया के पॉश इलाके पैलिसेडेस में हॉलीवुड स्टार्स के बंगले बने हुए हैं। आग से कई बंगले जल गए हैं।

लॉस एंजिलिस में आग से कई कम्युनिटी सेंटर्स और धर्मस्थल पूरी तरह जल चुके हैं।

लॉस एंजिलिस में आग से कई कम्युनिटी सेंटर्स और धर्मस्थल पूरी तरह जल चुके हैं। आग से लॉस एंजिलिस शहर के पॉश इलाके पैलिसेडेस में कई हॉलीवुड स्टार्स के बंगले जल गए हैं। मार्क हैमिल, पेरिस हिल्टन, जेमी ली कर्टिस, मैंडी मूर, मारिया श्राइवर, एश्टन कुचर , जेम्स वुड्स और लीटन मेस्टर समेत कई हॉलीवुड स्टार्स के घर आग की चपेट में आ गए। कई सेलिब्रिटीज को घर छोड़कर जाना पड़ा है।

आग की वजह से लॉस एंजिसिल के ब्रेटनवुड इलाके में बने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के घर को भी खाली करने के निर्देश दिए गए हैं। लॉस एंजिलिस अमेरिका का सबसे ज्यादा आबादी वाला काउंटी है। यहां 1 करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं। प्रसिद्ध हॉलीवुड इलाके के नाम पर ही यहां की फिल्म इंडस्ट्री का नाम पड़ा है।

आग और उसमें जलते लॉस एंजिलिस शहर की 5 तस्वीरें

जंगलों की आग ने सबसे पहले शहर के बाहरी इलाकों में बने घरों को चपेट में लिया। घर-गाड़ियां जलकर खाक हो गए।

जंगलों की आग ने सबसे पहले शहर के बाहरी इलाकों में बने घरों को चपेट में लिया। घर-गाड़ियां जलकर खाक हो गए।

आग इतनी तेजी से फैली कि फायर फाइटर्स के पहुंचने से पहले ही दर्जनों घर पूरी तरह जल चुके थे

आग इतनी तेजी से फैली कि फायर फाइटर्स के पहुंचने से पहले ही दर्जनों घर पूरी तरह जल चुके थे

लॉस एंजिलिस में घरों के जलने की रफ्तार इतनी तेज थी कि हर तरफ आग ही दिखाई दे रही थी।

लॉस एंजिलिस में घरों के जलने की रफ्तार इतनी तेज थी कि हर तरफ आग ही दिखाई दे रही थी।

जंगलों की लॉस एंजिलिस के हिल टॉप तक पहुंच गई। आग से रात को पहाड़ी लाल दिखाई दे रही थी।

जंगलों की लॉस एंजिलिस के हिल टॉप तक पहुंच गई। आग से रात को पहाड़ी लाल दिखाई दे रही थी।

लॉस एंजिसिल के हिल टॉप पर कई सेलिब्रिटीज के बंगले जलकर खाक हो चुके हैं। आग अभी भी जारी है।

लॉस एंजिसिल के हिल टॉप पर कई सेलिब्रिटीज के बंगले जलकर खाक हो चुके हैं। आग अभी भी जारी है।

रेस्क्यू के लिए हेलिकॉप्टर-विमान से छिड़काव

कैलिफोर्निया में हेलिकॉप्टरों और विमानों से आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन तेज हवाओं और उनके दिशा बदलने की वजह से आग अलग-अलग जगहों पर फैल रही है। स्क्यू टीम हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जा रही है। स्कूलों, सामुदायिक केंद्रों और अन्य सुरक्षित जगहों को इमरजेंसी शेल्टर के तौर पर तैयार किया गया है।

आग बुझाने और रेस्क्यू की 5 तस्वीरें

आग से घिर चुके घरों पर फायर फाइटर्स प्रेशर मशीन से छिड़काव कर रहे हैं, ताकि आग और न फैल सके।

आग से घिर चुके घरों पर फायर फाइटर्स प्रेशर मशीन से छिड़काव कर रहे हैं, ताकि आग और न फैल सके।

आग से हवा जहरीली हो चुकी है। फायर फाइटर्स प्रोटेक्टिव मास्क पहनकर प्रभावित इलाकों में पहुंच रहे हैं।

आग से हवा जहरीली हो चुकी है। फायर फाइटर्स प्रोटेक्टिव मास्क पहनकर प्रभावित इलाकों में पहुंच रहे हैं।

फायर फाइटर्स पिछले 24 घंटे से लगातार आग बुझाने के काम में लगे हुए हैं, लेकिन आग फैलती गई है।

फायर फाइटर्स पिछले 24 घंटे से लगातार आग बुझाने के काम में लगे हुए हैं, लेकिन आग फैलती गई है।

आग के ऊपर विमानों से फोम का छिड़काव किया जा रहा है, ताकि आग आगे न फैले, हालांकि हवाओं से इसमें मुश्किल हो रही है।

आग के ऊपर विमानों से फोम का छिड़काव किया जा रहा है, ताकि आग आगे न फैले, हालांकि हवाओं से इसमें मुश्किल हो रही है।

लॉस एंजिलिस शहर के हिल टॉप इलाके में रेस्क्यू का जायजा लेने पहुंचे कैलिफोर्निया के गवर्नर फैलती हुई आग को देखते रहे।

चीड़ के सूखे पेड़ों में लगी आग, शहर तक फैली

लॉस एंजिलिस शहर के हिल टॉप इलाके में रेस्क्यू का जायजा लेने पहुंचे कैलिफोर्निया के गवर्नर फैलती हुई आग को देखते रहे। कैलिफोर्निया का लॉस एंजेलिस शहर पहाड़ों के बीच बसा है। यहां चीड़ के जंगल हैं। मंगलवार को चीड़ के सूखें पेड़ जलने से आग शुरू हुई। अगले कुछ घंटे में आग ने लॉस एंजिल्स के बड़े इलाके को अपनी चपेट में ले लिया। शहर की हवा जहरीली हो गई है। यहां AQI 350 पार हो गया है।

‘सांता सना’ हवाओं ने आग को तेजी से फैलाया

जंगलों में आग भड़कने के बाद करीब 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली ‘सांता सना’ हवाओं ने आग को तेजी से भड़का दिया। आमतौर पर पतझड़ के मौसम में चलने वाली ये हवाएं काफी गर्म होती हैं। ये दक्षिण कैलिफोर्निया को सबसे ज्यादा प्रभावित करती हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक अभी भी हवाओं की रफ्तार काफी तेज बनी हुई है, इस वजह से आग लगातार फैलती जा रही है।

आपात शेल्टर तैयार किये गये

राष्ट्रीय मौसम सेवा ने कहा कि बुधवार को सुबह चलने वाली तेज हवाएं स्थिति को और बिगाड़ सकती है। लॉस एंजिल्स यूनिफाइड स्कूल डिस्ट्रिक्ट का कहना है कि आग के कारण पैसिफिक पैलिसेड्स क्षेत्र के तीन परिसरों से छात्रों को अस्थायी रूप से स्थानांतरित किया जा रहा है।

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बचाव दल लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। स्थानीय स्कूलों, सामुदायिक केंद्रों, और अन्य सुरक्षित स्थानों को आपात शेल्टर के रूप में तैयार किया गया है। खराब मौसम के कारण राष्ट्रपति जो बाइडन ने कैलिफोर्निया के रिवरसाइड काउंटी की यात्रा रद्द कर दी हैं। 

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