
मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 18 जुलाई 2024 | जयपुर : प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जयपुर टीम ने शुक्रवार देर रात राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (REET) 2021 के पेपर लीक मामले में अजमेर जेल से राजू ईराम को गिरफ्तारी किया हैं। ईडी की ये तीसरी गिरफ्तार है।
REET पेपर लीक में ईडी की राजू ईराम की तीसरी गिरफ्तारी
इससे पहले ED ने रीट 2021 के पेपर लीक मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) 2002 के तहत सेवानिवृत्त सहायक प्रोफेसर डॉ. प्रदीप पाराशर को गिरफ्तार किया था। 4 दिन के रिमांड के बाद उसे जेल भेज दिया गया था।

दरअसल, देररात गिरफ्तार आरोपी राजू ईराम को पूछताछ के लिए ईडी मुख्यालय लाया गया था। पूछताछ के बाद ईडी को राजू ईराम के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले। इस पर उसे गिरफ्तार कर कोर्ट मे पेश किया गया। इसके बाद रिमांड पर लिया गया।
आरोपी पेपर लीक करने से लेकर बाजार में बेचने का आरोपी हैं। राजू ईराम के खिलाफ पूर्व में भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। रीट पेपर लीक मामले में ईडी की रामकृपाल मीणा और पाराशर के बाद यह तीसरी गिरफ्तारी हैं।
रीट भर्ती परीक्षा पेपर आउट के प्रकरण में राज्य स्तरीय मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। राज्य स्तरीय टॉप-10 में वांछित व ईनामी आरोपी राजू ईराम को जालोर व बीकानेर पुलिस की संयुक्त टीम ने मिलकर इसे गिरफ्तार किया जो कि अजमेर जेल में बंद था।
5 करोड़ में किया था पेपर का सौदा
बता दें कि ED ने पेपर लीक मामले में राजस्थान पुलिस द्वारा दर्ज की गई FIR और चार्जशीट के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की है। इसकी के आधार पर जांच शुरू करते हुए गिरफ्तारी कर रही है। रीट पेपर लीक मामले में मास्टरमाइंड राजू ईराम को शुक्रवार को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया।
राजू ईराम मूलरूप से भीनमाल का रहने वाला है। उसे जालोर पुलिस ने साल 2022 में बीकानेर से गिरफ्तार किया था, बाद उससे एसओजी ने पूछताछ की और जेल भेज दिया था। राजू ईराम के खिलाफ एसओजी सहित प्रदेश के अलग- अलग थानों में करीब तीन दर्जन से अधिक एफआईआर दर्ज हैं।
क्या है मामला
26 सितंबर 2021 को रीट 2021 आयोजित करने के लिए राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (आरबीएसई) द्वारा राज्य स्तरीय समिति बनाई थी। सेवानिवृत्त सहायक प्रोफेसर डॉ. प्रदीप पाराशर ने बिना किसी वैध आदेश के एक सहायक राम कृपाल मीना को नियुक्त किया था।
उसे जयपुर स्थित शिक्षा संकुल के स्ट्रांग रूम में पहुंच दे दी थी। जहां रीट 2021 का प्रश्न पत्र रखा हुआ था। मीना ने पाराशर के साथ मिलकर प्रश्न पत्र चुरा लिया। ईडी ने इस मामले में अब तक गिरफ्तार आरोपियों के 32 से ज्यादा ठिकानों पर सर्च किया है।
राम कृपाल मीना इस मामले में पहली गिरफ्तारी थी। मीणा से मिली जानकारी के बाद वानिवृत्त सहायक प्रोफेसर डॉ. प्रदीप पाराशर को ईडी ने गिरफ्तार किया और अब राजू ईराम की गिरफ्तारी हुई है। राजू ईराम अब तक अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में बंद था। राजू ईराम ने रीट पेपर लीक मामले में पांच करोड़ रुपए में सौदा किया था। उसने करीब एक करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन भी किया था।
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