
मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 20 जुलाई 2024 | जयपुर : राजस्थान में छात्र संघ चुनाव को लेकर सियासी घमासान हर दिन बढ़ता जा रहा है। आम छात्रों ने सरकार के खिलाफ छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर मोर्चा खोल दिया है। किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेंगे। बल्कि, सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे।
छात्रसंघ चुनाव के लिए छात्रों ने मुख्यमंत्री को खून से लिखे लेटर

इसी कड़ी में शनिवार को राजस्थान यूनिवर्सिटी के छात्रों ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को अपने खून से लेटर लिख प्रदेश में फिर से छात्र संघ चुनाव बहाल करने की मांग की। छात्रों ने कहा- अगर अब भी सरकार नहीं मानी तो हम प्रदेशभर में सरकार का पुरजोर विरोध करेंगे।
जयपुर जोधपुर समेत प्रदेश के अलग-अलग शहरों में छात्रों ने छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर अपने खून से लेटर लिख मुख्यमंत्री कार्यालय भेजना शुरू कर दिया है। राजस्थान यूनिवर्सिटी में विरोध कर छात्रों ने छात्र संघ चुनाव बहाल करने की मांग की।
छात्रनेता महेश चौधरी ने कहा कि विधानसभा चुनाव के कारण पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार चुनाव नहीं करा सकी थी। लेकिन उन्होंने सरकार रिपीट होने के साथ ही छात्र संघ चुनाव कराने की बात कही थी। हालांकि कांग्रेस सरकार रिपीट नहीं हुई। अब बीजेपी सरकार को छात्र संघ चुनाव कराने चाहिए। सरकार बकायदा एक महीने पहले नोटिफिकेशन जारी करते हुए लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के अनुसार चुनाव कराए।
लगातार आंदोलन किए जा रहे
छात्र प्रतिनिधि विजय पाल ने कहा कि रोष उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा के बयान से है। उसके बाद ही लगातार आंदोलन किए जा रहे हैं। उसका कारण भी यही है कि सरकार आखिर में ये न बोल दे कि उनसे छात्र संघ चुनाव कराए जाने की डिमांड नहीं की गई।
जिस तरह से अपनी जायज मांग रखने पर छात्रों को पीटा गया है। उससे कई छात्रों के खून तक निकल गया। वैसे भी सरकार को खून चाहिए। इसलिए उन्हें अब खून से ही लेटर लिखकर छात्र संघ चुनाव बहाल करने की मांग की गई है।
प्रदेशभर में युवाओं ने सरकार के खिलाफ छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर मोर्चा खोल दिया है। दो दर्जन से ज्यादा छात्रों ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को खून से लेटर लिख फिर से छात्र संघ चुनाव कराने की मांग रखी।
NSUI के प्रवक्ता अमरदीप ने बताया- ये लाल रंग इंकलाब और आह्वान का है। बीजेपी सरकार लाल रंग बहुत पसंद करती है। क्योंकि जिस तरह 18 जुलाई को छात्रों पर लाठियां भांजी गई किसी का हाथ टूटा, किसी का सिर फूटा, सड़कों पर खून गिरा, आज उसी खून के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर ये मांग कर रहे हैं कि छात्र संघ चुनाव बहाल करना पड़ेगा।
छात्र रक्त क्रांति का अभियान लेकर जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी से राजस्थान विश्वविद्यालय पहुंचे छात्र नेता ज्ञानोदया चौधरी ने कहा- छात्रों को मजबूरन छात्र रक्त क्रांति की शुरुआत करनी पड़ी। छात्र अपने अमूल्य रक्त से मुख्यमंत्री के नाम चिट्ठी लिख रहे हैं।
इस क्रांति की शुरुआत जोधपुर जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी से हुई। अब राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्रों ने भी खून से मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। सरकार से यही मांग है कि वो छात्र संघ चुनाव कराए, क्योंकि ये छात्रों का अधिकार है।