मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 30 जुलाई 2024 | जयपुर : राजस्थान में छात्र संघ चुनाव के ऐलान से पहले ही सियासी घमासान शुरू हो गया है। छात्रसंघ चुनाव फिर से शुरू करने समेत तीन सूत्री मांगों को लेकर पिछले 7 दिनों से अनशन पर बैठे छात्रा नेता शुभम की तबीयत बिगड़ने लगी है। प्रशासन ने उन्हें सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में एडमिट कराया है। वहीं छात्र नेता मांग नहीं माने जाने तक अन्न त्यागने और इलाज नहीं लेने की जिद्द पर हैं।
छात्र संघ चुनाव के लिए अनशन पर बैठे शुभम रेवड़ की तबीयत बिगड़ी
छात्र नेता शुभम रेवाड़ ने कहा- 18 जुलाई को यूनिवर्सिटी प्रशासन से एक एप्लीकेशन के माध्यम से ये पूछा था कि पिछले सालों में छात्रसंघ चुनाव के नाम पर ली जा रही फीस का यूनिवर्सिटी प्रशासन ने क्या किया है।
इसके साथ यूनिवर्सिटी में एडमिशन के वक्त ली जाने वाली कॉशन मनी अब तक कितने स्टूडेंट्स को उनकी डिग्री समाप्त होने पर वापस दी गई। यूनिवर्सिटी की ओर से इन सवालों का जवाब नहीं दिया गया, जिसके खिलाफ कोर्ट में PIL दर्ज की। शुभम ने प्रशाशन को पत्र लिख इलाज नहीं कराने की मांग की है।
छात्र नेता ने कहा- मांगों को लेकर पिछले 7 दिनों से अनशन पर हूं लेकिन जबरदस्ती सोमवार रात राजस्थान यूनिवर्सिटी से उठाकर हॉस्पिटल में एडमिट करा दिया गया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन जब तक तीनों मांगों को पूरा नहीं करेगा। तब तक न इलाज लूंगा और न ही अन्न ग्रहण करूंगा। चाहे इसके लिए अपनी जान ही क्यों ना देनी पड़े।
ये हैं तीन मांगे
- जिन सालों में छात्रसंघ चुनाव नहीं हुए थे, तब-तब के रुपए स्टूडेंट्स को वापस की जाए।
- कॉशन मनी के रुपए और पूरी जानकारी सार्वजनिक की जाए।
- इस बार जो छात्रसंघ चुनाव शुल्क आम छात्रों से वसूला गया हैं, उसकी एवज में छात्रसंघ चुनाव का आयोजन कराया जाए।
सरकार के स्तर पर होगा चुनाव का फैसला
राजस्थान यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर आर एन शर्मा ने कहा- आम छात्रों की ओर से बेवजह विवाद पैदा करने की कोशिश की जा रही है। यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले हर स्टूडेंट को कॉशन मनी दी जाती है, जिसकी एक निर्धारित प्रक्रिया है। वहीं चुनाव को लेकर सरकार के स्तर पर फैसला किया जाएगा।
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जबरन उठाकर एसएमएस अस्पताल में शिफ्ट
राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर में छोटा भाई शुभम रेवाड़ पिछले 6 दिनों से भूख हड़ताल के माध्यम से विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे काले कारनामों के विरुद्ध आवाज उठा रहा था । भाई शुभम के द्वारा की जा रही भूख हड़ताल के कारण जब विश्वविद्यालय प्रशासन और राजस्थान सरकार पर बहुत अधिक दबाव पड़ा तब आज छठवें दिन विश्वविद्यालय ने पुलिस प्रशासन का सहारा लेकर भाई शुभम को विश्वविद्यालय मुख्य द्वार से जबरन उठाकर एसएमएस अस्पताल शिफ्ट कर दिया , विश्वविद्यालय प्रशासन और राजस्थान सरकार द्वारा लिया गया यह कदम बहुत ही निंदनीय है , मैं इसका कड़ा विरोध करता हूं ।
@ShubhamRewar4U