मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 25 जुलाई 2024 | जयपुर : विधानसभा में आज कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार की साधु-संतों पर टिप्पणी को लेकर जमकर हंगामा हुआ। श्रवण कुमार ने बुधवार को बाबाओं को लेकर सदन में बयान दिया था। आज संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल सहित अलवर विधायक बाबा बालकनाथ ने श्रवण कुमार से माफी मांगने को कहा।
महंत बालकनाथ और कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार के बीच तगड़ी नोकझोंक
टिप्पणी को लेकर विधानसभा में जमकर हंगामा हो गया, इस कारण विधानसभा की कार्यवाही थोड़ी देर के लिए स्थगित करनी पड़ी। हालांकि स्पीकर वासुदेव देवनानी ने श्रवण कुमार की टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटाने का आदेश दे दिया है।
इससे पहले, भाजपा सीनियर नेता डॉ किरोड़ीलाल मीणा के मंत्री पद से इस्तीफे की गूंज विधानसभा में आज फिर सुनाई दी। कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने कहा कि मदन दिलावर और किरोड़ीलाल में विवाद के कारण पंचायतीराज विभाग का सिस्टम बिगड़ गया है।
शर्मा ने मंत्रियों के विवाद पर तंज कसते हुए कहा कि किरोड़ीलाल जैसे सीनियर नेता को अर्जी लेकर अफसरों के पास जाना पड़ रहा है। विधायक ने नरेगा में भ्रष्टाचार का मुद्दा भी उठाया। स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने विधानसभा में भर्ती को लेकर जवाब दिया।
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि हेल्थ डिपार्टमेंट में 50 हजार भर्तियां की जा रही हैं। डॉक्टर व नर्सिंगकर्मियों के सभी खाली पदों को जल्द भरा जाएगा। वहीं, बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ गहलोत सरकार में शुरू हुई नंदकानन योजना पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा की मंदिरों के संरक्षण वाली इस योजना को बिना बजट के ही शुरू कर दिया गया था।
इससे पहले विधानसभा में आज की शुरुआत भी हंगामे से हुई। प्रश्नकाल के दौरान भ्रष्टाचार के मामलों में अफसर-कर्मचारियों के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति से जुड़े सवाल पर जमकर नोकझोंक हुई। हंगामे से नाराज स्पीकर वासुदेव देवनानी ने विपक्षी विधायकों को जमकर फटकार लगाई। देवनानी ने कहा कि आपको बाहर निकालने का प्रस्ताव लाना पड़ेगा।
महंत बालकनाथ बोले- माफी मांगिए, संत समाज को इकट्ठा कर दूंगा, घर से नहीं निकलने दूंगा
विधानसभा में श्रवण कुमार के बाबाओं वाले बयान को लेकर बीजेपी विधायक महंत बालकनाथ और कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार के बीच नोकझोंक हो गई। श्रवण कुमार जब अनुदान मांगों पर बोल रहे थे, तब महंत बालकनाथ ने कहा कि आप अपने बयान पर स्थिति स्पष्ट कीजिए, अन्यथा बोलने नहीं देंगे।
आपकी विधानसभा से लेकर घर तक पूरे संत समाज को इकट्ठा करना मेरा काम है। मैं घर से बाहर नहीं निकलने दूंगा। आप स्पष्टीकरण दीजिए आप क्या मानते हैं। इस पर श्रवण कुमार ने कहा कि ये कह रहे हैं कि जीने नहीं दूंगा, तो बता दूं मैं जीना पसंद भी नहीं करता हूं। मरना पसंद करते हैं, झुकना पसंद नहीं करते।
श्रवण कुमार के बयान को लेकर अनुदान मांगों पर बहस के दौरान हंगामा, विधानसभा की कार्यवाही तीन बार स्थगित
श्रवण कुमार की बाबाओं पर टिप्पणी को लेकर स्पीकर की व्यवस्था के बावजूद फिर हंगामा हो गया। अनुदान मांगों पर बहस के दौरान जब श्रवण कुमार बोलने लगे तो महंत बालकनाथ ने खड़े होकर कहा कि ये जब तक माफी नहीं मागते तब तक बोलने नहीं देंगे।
ये बताएं कल जो बोला था कि साधु संतों ने देश का भट्टा बैठाया इस पर स्थिति स्पष्ट करें, ये उस पर कायम हैं या इन्हें खेद है, इस पर स्थिति साफ करें। इस पर सभाापति ने कहा कि अध्यक्ष व्यवस्था दे चुके। इस तरह दादागीरी से दबने वाला नहीं हूं, मैं अध्यक्ष की व्यवस्था मानता हूं।
इसके बाद बीजेपी विधायक बालकनाथ, प्रताप पुरी और बालमुकंदाचार्य वेल में आ गए। हंगामा बढ़ता देख सभापति ने 3 बजकर 36 मिनट तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। 3 बजकर 36 मिनट पर सदन फिर शुरू हुआ तो तीसरी बार सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।