मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 29 जुलाई 2024 | जयपुर : संसद के मानसून सत्र का सोमवार (29 जुलाई) को छठा दिन है। राहुल गांधी दोपहर 2 बजे लोकसभा पहुंचे। उन्होंने करीब 40 मिनट तक भाषण दिया। राहुल ने भाषण की शुरुआत चक्रव्यूह की कहानी के साथ की। इस पर ओम बिरला ने उन्हें टोका। इस पर हंगामा भी हुआ।
हंगामे के बाद राहुल ने बजट पर अपनी बात रखी। राहुल ने अग्निवीर, पेपर लीक, किसान और मिडिल क्लास पर बात की। राहुल ने कहा- मोदी सरकार ने मिडिल क्लास की पीठ पर छुरा घोंपा है। वहीं किसानों के लिए तीन काले कानून लाए थे।
‘जातीय जनगणना से असमानता का चक्रव्यूह टूट जायेगा’ राहुल गांधी
राहुल ने भाषण के दौरान अंबानी-अडाणी का नाम लिया तो स्पीकर ने उन्हें टोका कि, जो सदन में नहीं उसका नाम नहीं ले सकते। तब राहुल ने कहा- क्या इन्हें A1 और A2 कह सकता हूं। इससे पहले लोकसभा में कार्यवाही के दौरान दिल्ली कोचिंग हादसे का मुद्दा उठाया गया था। बीजेपी, कांग्रेस और सपा ने दिल्ली सरकार की लापरवाही पर सवाल उठाए।
मेरा कहना है कि ये जो चक्रव्यूह है उससे करोड़ों लोगों को नुकसान हो रहा है। हम उसे तोड़ने जा रहे हैं। जातीय जनगणना से। इस सदन में हम आपको पास करके दिखाएंगे। जातीय जनगणना से ये चक्रव्यूह टूट जाएगा। हम पूरा दम लगाकर ये काम करेंगे।
राहुल ने कहा- मैं कुछ दिनों पहले बढ़ईयों और मोची से मिला
कुछ महीने पहले, चक्रव्यूह जो बनाए गए हैं। मैं इनको समझने की कोशिश करता हूं। अपने तरीके से। मैं बढ़ईयों के साथ काम किया। मैंने उनसे पूछा आपको किस चीज से दुख है, दर्द होता है। उन्होंने कहा- राहुल, मैं ये टेबल बना रहा हूं।
मुझे दुख इस बात का है मगर जिस शोरूम में ये रखी जाती है मैं वहां जा ही नहीं सकता। सुल्तानपुर में एक मोची भाई से यही सवाल पूछा उसने कहा- मेरा सम्मान सिर्फ मेरे पिता ने किया और किसी ने नहीं किया।
राहुल बोले- हिंसा नफरत हिंदुस्तान का नेचर नहीं है
चक्रव्यूह को पद्मव्यूह भी कहते हैं, पद्मव्यूह वाले सोचते हैं देश के युवा पिछड़े लोग अभिमन्यु हैं। हिंसा नफरत हिंदुस्तान का नेचर नहीं है। चक्रव्यूह देश का नेचर नहीं है। हर धर्म चक्रव्यूह के खिलाफ फॉर्मेशन होता है।
हिंदू धर्म में इसका फॉर्मेशन क्या है- शिव की बारात। इसमें कोई भी आ सकता है। गुरुनानक जी, तो सेवा से किसी को नहीं रोका जा सकता है। लंगर से कोई बाहर नहीं किया जा सकता है। इस्लाम में चर्च में से कोई बाहर नहीं किया जा सकता।
राहुल बोले- हिंदुस्तान का हलवा 20 लोगों ने बांटा
राहुल ने बजट के हलवा सेरेमनी की फोटो सदन में दिखाते हुए कहा- ये बजट का हलवा इस फोटो में बंट रहा है। इसमें कोई पिछड़ा दलित या आदिवासी अफसर नहीं दिख रहा है। देश का हलवा बंट रहा है इसमें केवल वही लोग नहीं हैं।
20 अफसर ने बजट बनाया है। मतलब हिंदुस्तान का हलवा 20 लोगों ने बांटा है। बांटता कौन है वही दो या तीन प्रतिशत लोग, मिलता किसे है? केवल इन तीन प्रतिशत को ही। बाकी 99 प्रतिशत को क्या मिलता है?
राहुल ने कहा- दलित, आदिवासी, पिछड़े लोगों को कहीं जगह नहीं मिलती
देश में तकरीबन 73 प्रतिशत दलित आदिवासी और पिछडे़ लोग हैं। ये देश की असली ताकत हैं। सच ये हैं कि इन्हें कहीं जगह नहीं मिलती है। इनको सरकारों में जगह नहीं मिलती है। ओम बिरला- मैंने पहले भी आपसे अपेक्षा की थी, आप नेता प्रतिपक्ष हैं। आप सदन की मर्यादा को बनाए रखें।
मिडिल क्लास को लेकर राहुल ने कहा- मोदी सरकार ने पीठ में छुरा घोंपा
मिडिल क्लास जो है, वो बजट से पहले पीएम ने लोगों से दबाकर थाली बजवाई। हमें अजीब लगा, लेकिन पीएम ने ऑर्डर दिया तो थाली बजाई। उन्होंने कहा फोन की लाइट जलाओ तो लाइट जली। इस बजट में आपने उसी मिडिल क्लास के एक छुरा पीठ में और एक छाती पर मारा।
इसमें इंडिया गठबंधन के लिए फायदा है कि मिडिल क्लास आपको छोड़कर हमारे पास आ रही है। आप चक्रव्यूह बनाने का काम करते हैं, हम उसे तोड़ने का काम कर रहे हैं। आप सोचते हैं कि गरीब लोग सपना न देख पाएं।
राहुल बोले- इंडिया ब्लॉक की गारंटी, एमएसपी लागू करके रहेंगे
हम चाहते थे जो अन्नदाता है जो सरकार से एमएसपी मांग रहा है। हमें लगता था सरकार बजट में इसका प्रावधान कर देती तो जो किसान चक्रव्यूह में फंसे हैं वे निकल पाते। आपने नहीं किया तो मैं यहां इंडिया ब्लॉक की तरफ से गारंटी देता हूं कि हम इस सदन में पास करके आपको देंगे।
राहुल का आरोप- किसानों को मिलने के लिए अंदर आने नहीं दिया गया
राहुल ने कहा- किसानों को आपने बॉर्डर पर रोक दिया। वो मुझसे मिलने आए, आप उनको अंदर नहीं आने देते। हुआ क्या, वहां पर कुछ किसान आए। मुझे बताया गया कि उन्हें अंदर नहीं आने देंगे। जब मैं गया तब आने दिया गया।
फैक्ट ये है जब मीडिया के साथ गया तब संसद के दरवाजे खुले उसके पहले बंद थे। बिरला बोले- किसे आने दें किसे नहीं ये फैसला स्पीकर करते हैं। दूसरा आपकी मौजूदगी में कोई दूसरा बाइट नहीं दे सकता।
राहुल ने अग्निवीर, पेपर लीक और किसानों के मुद्दे उठाए
राहुल बोले- पेपर लीक के बारे में वित्त मंत्री ने एक शब्द नहीं कहा। युववाओं के लिए सबसे जरूरी मुद्दा है, उसके बारे में एक शब्द नहीं कहा। दूसरी तरफ, पहली बार सेना के जवानों को आपने अग्निवाीर के चक्रव्यूह में फंसाया।
इस बजट में एक पैसा उनकी पेंशन के लिए नहीं है। बजट में आपने एक रूपया नहीं दिया। तो उनको आपने अग्निवीर के चक्रव्यूह में फंसाया। उसके बाद जो अन्नदाता है, उनके लिए तीन काले कानून बनाए।
राहुल ने कहा- देश के 99% युवाओं के पास काम नहीं
वित मंत्री बैठी हैं, युवाओं के लिए क्या किया ? बजट में इंटर्नशिप प्रोग्राम की बात की। शायद ये मजाक है। आपने कहा हिंदुस्तान की 500 सबसे बड़ी कंपनियों में काम मिलेगा। लेकिन 99% युवाओं के लिए नहीं है।
ओम बिरला ने राहुल को टोका, तो बोले- अंबानी-अडाणी को निकाल देता हूं
ओम बिरला- मैं नेता प्रतिपक्ष से अपेक्षा करता हूं कि वे नियमों का पालन करें। इस पर राहुल ने कहा- अगर आप कहते हैं तो मैं अंबानी -अडाणी का नाम लिस्ट से निकाल देता हूं। चक्रव्यूह जो भारत को घेरे हुए है। इसमें तीन ताकतें लगी हैं। पहला फाइनेंशियल पॉवर, दूसरा- एजेंसी की शक्ति।
राहुल बोले- 21वीं सदी में दूसरा चक्रव्यूह, उसका आकार लोटस जैसा है
मैंने रिसर्च की तो पाया कि चक्रव्यूह का दूसरा मतलब भी होता है। 21वीं सदी में दूसरा चक्रव्यूह भी बना है उसका आकार भी लोटस जैसे है। उसे पीएम अपनी छाती पर लगाकर चलते हैं। जो अभिमन्यु के साथ हुआ वही हिंदुस्तान के साथ हो रहा है।
आज भी चक्रव्यूह के बीच 6 लोग हैं। बिलकुल सेंटर में। जैसे उस वक्त 6 लोग कंट्रोल करते थे, वैसे ही आज भी कर रहे हैं। मोदीजी, अमित शाह, भागवत जी, अंबानी, अडाणी।
राहुल बोले- बीजेपी में केवल एक आदमी को पीएम बनने का सपना
मेरे दोस्त हंस रहे हैं, लेकिन वे भी डरे हुए हैं। बीजेपी में केवल एक आदमी को पीएम बनने का सपना देखने का अधिकार है। क्यों मेरे बीजेपी के दोस्त, मंत्री, युवा डरे हुए हैं। इसके बारे में मैंने सोचा और एक जवाब देता हूं। हजारों साल पहले हरियाणा कुरुक्षेत्र में अभिमन्यु को 6 लोगों ने चक्रव्यूह में फंसाकर मारा था। चक्रव्यूह के अंदर डर होता है, हिंसा होती है। उसे चक्रव्यूह में फंसा 6 लोगों ने मारा था।