पीएम मोदी के करीबी UPSC चेयरमैन ने इस्तीफा दिया

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 20 जुलाई 2024 | दिल्ली :  UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) के अध्यक्ष मनोज सोनी ने निजी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा है कि इस्तीफे के बाद सामजिक और धार्मिक कामों पर ध्यान देंगे। उन्होंने 14 दिन पहले उन्होंने अपना इस्तीफा कार्मिक विभाग (DOPT) को भेजा था, इसकी जानकारी आज सामने आई है।

पीएम मोदी के करीबी UPSC चेयरमैन ने इस्तीफा दिया

अभी इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है। उनका कार्यकाल मई 2029 तक था। उन्होंने 16 मई 2023 को UPSC के अध्यक्ष के रूप में शपथ ली थी। इस्तीफे की जानकारी आने के बाद मनोज सोनी ने कहा है कि उनका इस्तीफा ट्रेनी IAS पूजा खेडकर से जुड़े विवादों और आरोपों से किसी भी तरह से जुड़ा नहीं है।

पीएम मोदी के करीबी UPSC चेयरमैन ने इस्तीफा दिया

गुजरात की 2 यूनिवर्सिटी में 15 साल VC के तौर पर काम किया

2017 में UPSC अध्यक्ष के तौर पर नियुक्ति से पहले सोनी गुजरात की दो यूनिवर्सिटीज में वाईस चांसलर के तौर पर 3 साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। सोनी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी माना जाता है।

2005 में उन्हें 40 साल की उम्र में ​​​​​​​वडोदरा यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर के तौर पर नियुक्त किया गया था। इसके साथ ही सोनी देश के सबसे कम उम्र के वाईस चांसलर बन गए थे। इसके बाद 2015 तक गुजरात सरकार की यूनिवर्सिटी बाबासाहेब अंबेडकर ओपन यूनिवर्सिटी (BBOU) में वाईस चांसलर के तौर पर 5 सालों का दो कार्यकाल पूरा कर चुके हैं।

2015 के बाद सोनी गुजरात के आनंद के मोगरी जिले में स्वामीनारायण संप्रदाय के अनुपम मिशन से जुड़ गए थे। 10 जनवरी 2020 को उन्होंने निष्काम कर्मयोगी की दीक्षा ली थी।

हर साल सिविल सर्विसेज की नियुक्ति के लिए एग्जाम लेता है UPSC

UPSC भारत के संविधान में अनुच्छेद 315-323 भाग XIV अध्याय II के तहत संवैधानिक बॉडी है। यह आयोग केंद्र सरकार की ओर से कई परीक्षाएं आयोजित करता है। यह हर साल सिविल सेवा परीक्षाएं आईएएस, भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) और केंद्रीय सेवाओं- ग्रुप ए और ग्रुप बी में नियुक्ति के लिए परीक्षाओं का आयोजन करता है। ​​​​​​​

चेयरपर्सन आयोग का अध्यक्ष होता है। इनके अलावा गवर्निंग बॉडी में ​​​​​अधिकतम 10 सदस्य हो सकते हैं। शुक्रवार तक अध्यक्ष के अलावा बॉडी में सात सदस्य थे। इनमें गुजरात लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष दिनेश दासा भी शामिल थे।

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फोन टैपिंग से राजस्थान की राजनीति में फिर से उथल-पुथल, बीजेपी के 18-20 विधायक बगावत को तैयार

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 11 फरबरी 2025 | जयपुर : राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर उथल-पुथल मच गई है। अपनी ही सरकार के खिलाफ लगातार मुखर रहने वाले कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा पर भारतीय जनता पार्टी ने सख्त कदम उठाया है। राजस्थान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जिससे सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं।

फोन टैपिंग से राजस्थान की राजनीति में फिर से उथल-पुथल, बीजेपी के 18-20 विधायक बगावत को तैयार

राजस्थान की राजनीति में उथल-पुथल का तूफान मंडराता नजर आ रहा है। संकेतों से साफ है कि बीजेपी की आग थमने वाली नहीं है। इस मोड़ पर कोई फैसला लेना खतरे से खाली नहीं है। ऐसे में साफ है कि राजस्थान में बीजेपी विधायकों का विद्रोह कभी भी विकराल रूप ले सकता है।

राजस्थान की राजनीति में फिर से उथल-पुथल, बीजेपी के 18-20 विधायक बगावत को तैयार

बीजेपी में अंदरूनी उठापटक की सियासी तपिश थमने और हाईकमान नाराजगी नरम पड़ने का कोई संकेत अनहि दिखलायी नहीं  पड़ा रहा है बल्कि सियासी पारा सातवें आसमान पर है। नेतृत्व परिवर्तन जैसी अटकलों पर पार्टी में आधिकारिक और अनौपचारिक तौर पर चर्चाएँ गर्म है।

राजस्थान में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के फोन टैपिंग के आरोप के बाद बवाल मचा हुआ है। इधर, इस मामले में शिवसेना नेता (UBT) अरविंद सावंत ने एएनआई से बातचीत में भजनलाल सरकार पर जमकर निशाना साधा उन्होंने कहा कि ‘शिवसेना पार्टी तो पहले से ही कहती आ रही है कि फोन टैपिंग हो रहा है और जो हो रहा है, वह गलत है।’ उन्होंने बीजेपी पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि ‘जनता को आज भी समझ में नहीं आ रहा है कि बीजेपी की कथनी और करनी में अंतर है।’

पार्टी अनुशासन पर सवाल

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष द्वारा भेजे गए नोटिस में किरोड़ी लाल मीणा को तीन दिनों के भीतर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है। यह कदम तब उठाया गया जब मीणा ने राज्य सरकार के खिलाफ लगातार बयानबाजी की और कई आरोप लगाये। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि इस प्रकार की बयानबाजी सरकार की छवि को नुकसान पहुंचा सकती है।

इस्तीफे और फोन टेपिंग के आरोप

नोटिस में यह भी उल्लेख किया गया है कि किरोड़ी लाल मीणा ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा देने की बात कही थी और सरकार पर फोन टेपिंग का आरोप लगाया था। भाजपा नेतृत्व ने इस दावे को झूठा बताते हुए कहा कि ऐसे बयान पार्टी अनुशासन का उल्लंघन हैं।

हम तो पहले से ही कह रहे हैं कि यह हो रहा है- सावंत

फोन टैपिंग को लेकर किरोड़ी के बयानों से सियासी टेंपरेचर चढ़ा हुआ है। इस बीच शिवसेना (UBT) भी अब बीजेपी को घेरने में पीछे नहीं है। इस दौरान न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा।

उन्होंने कहा कि ‘हम तो पहले से ही कहते आ रहे हैं कि फोन टैपिंग हो रही है और जो हो रहा है, वह गलत हो रहा है। उन्होंने कहा कि मतदाताओं को अभी तक भी बीजेपी के बारें में समझ में नहीं आ रहा है। इस दौरान सावंत ने देश की न्यायपालिका पर ही बड़ा सवाल खड़ा कर दिया।

न्यायपालिका नहीं रही है, आखिर किससे न्याय मांगे?

शिवसेना के नेता अरविंद सावंत ने बातचीत के दौरान न्यायपालिका पर भी बड़ा सवाल उठा दिया। उन्होंने एएनआई से बातचीत के दौरान कहा कि देश में न्यायपालिका कहां है? देश की सारी एजेंसियां तो गुलाम हो चुकी है, आखिर किससे न्याय मांगा जाये?

उन्होंने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है और मतदाताओं को यह समझ में नहीं आ रहा है कि हम किसके बहाने भूले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं आज फिर कहता हूं कि संविधान खतरे में है, क्योंकि रेवड़िया बेची जा रही है। रेवड़ियों के कारण हम अपने मूलभूत हक भूल गये हैं। सावंत ने किरोड़ी का हवाला देते हुए कहा कि उन्हीं के मंत्री ने सरकार को आईना दिखा दिया। अब इससे ज्यादा क्या कहें?

यह भी पढ़ें : किरोड़ी लाल मीणा को अनुशासनहीनता का नोटिस, भजन लाल सरकार पर मंडराये संकट के बादल

किरोड़ी लाल के इन आरोपों की वजह से मचा हुआ बवाल

बता दें कि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा का वीडियो सामने आया। जिसमें बीते गुरुवार को जयपुर के आमागढ़ मंदिर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में किरोड़ी ने अपनी ही सरकार पर जासूसी करने और फोन टैपिंग के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मेरी जासूसी हो रही है, मेरे फोन टैप किए जा रहे हैं।

पिछली सरकार में भी यही किया गया था, लेकिन मैंने सभी को चकमा दे दिया था, अब फिर से वही हो रहा है। किरोड़ी लाल मीणा ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने भ्रष्टाचार के कुछ मामलों को उजागर किया, तो सरकार ने उनकी गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू कर दी।

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जयपुर में MNIT और महारानी कॉलेज की दो दलित छात्राओं ने की आत्महत्या

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 02 फरबरी 2025 | जयपुर : जयपुर में एक और कॉलेज गर्ल ने सुसाइड किया है। करीब दस दिन पहले मालवीय नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमएनआईटी) कैंपस में एक छात्रा ने हॉस्टल की छत से कूद कर जान दे दी थी। अब राजस्थान विश्वविद्यालय के कैंपस में बने माही छात्रावास में रहने वाली एक छात्रा ने सुसाइड कर लिया।

जयपुर में MNIT और महारानी कॉलेज की दो दलित छात्राओं ने की आत्महत्या

गांधी नगर पुलिस को शनिवार शाम को घटना की जानकारी मिली। पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा कि हॉस्टल के पहली मंजिल पर बने कमरे में छात्रा फंदे से लटक रही थी। छात्रा को उतार कर अस्पताल पहुंचाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

जयपुर में MNIT और महारानी कॉलेज की दो दलित छात्राओं ने की आत्महत्या

जयपुर स्थित राजस्थान विश्वविद्यालय की एक छात्रा ने शनिवार को हॉस्टल में सुसाइड कर लिया। छात्रा का शव हॉस्टल के कमरे में फंदे से लटका मिला। छात्रा फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट थी। छात्रा के आत्महत्या की खबर सामने आते ही पूरे कैंपस में सनसनी फैल गई। तुरंत स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू की। मिली जानकारी के अनुसार सुसाइड की यह घटना राजस्थान यूनिवर्सिटी के माही हॉस्टल में हुई।

माही हॉस्टल में फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट ने की सुसाइड

माही छात्रावास राजस्थान यूनिवर्सिटी की छात्राओं के लिए आवंटित है। यहां शनिवार को दोपहर बाद एक छात्रा के आत्महत्या की जानकारी सामने आई। सुसाइड करने वाली छात्रा की पहचान महारानी कॉलेज के फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट के रूप में हुई है। छात्रा ने अपने कमरे में पंखे से कपड़े का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।

सुसाइड के कारणों की नहीं मिली जानकारी

पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। इधर छात्रा की खुदकुशी पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने अभी तक चुप्पी साध रखी है। छात्रा ने सुसाइड क्यों किया, इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है। मालूम हो कि बीते दिनों माही हॉस्टल में वॉर्डन के व्यवहार सहित अन्य मुद्दों पर छात्राओं ने प्रदर्शन भी किया था।

महारानी कॉलेज में पढ़ाई करती थी छात्रा

माही हॉस्टल में सुसाइड करने वाली छात्रा की पहचान सारिका बुनकर के रूप में हुई है। सारिका महारानी कॉलेज में बीएससी फर्स्ट ईयर की छात्रा थी। सारिका मूल रूप से दिल्ली रोड स्थित मनोहरपुर की रहने वाली थी। बताया जाता है कि छात्रा ने सुसाइड से पहले परिवार को फोन भी किया था।

युवती का मोबाइल लॉक, परिजनों की दी गई सूचना

घटना के बारे में गांधी नगर थानाधिकारी आशुतोष ने बताया- सुसाइड की घटना की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचे। परिवार को घटना की जानकारी दी है. युवती का मोबाइल लॉक है। परिवार के आने के बाद अन्य चीजों पर काम किया जायेगा। हॉस्टल में सारिका के साथ रहने और पढ़ने वाली छात्राओं से भी पूछताछ की जा रही है।

कमरे से नहीं मिला कोई सुसाइड नोट

बताया गया कि शाम करीब 4 बजे सारिका के कमरे का गेट नहीं खोलने पर दूसरी छात्राओं ने वॉर्डन को जानकारी दी। इस पर वॉर्डन ममता जैन गार्ड को लेकर कमरे में पहुंची और गेट तोड़कर अंदर गए तो सारिका फंदे से लटकी मिली। कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. मामले की जांच जारी है।

राजस्थान विश्वविद्यालय की छात्राओं का धरना-प्रदर्शन जारी है. गुरुवार रात भी छात्राएं कड़ाके की ठंड में खुले आसमान के नीचे प्रदर्शन करती नजर आई। अब छात्राओं का यह प्रदर्शन और तेज हो सकता है, क्योंकि गुरुवार रात NSUI के प्रदेशाध्यक्ष विनोद जाखड़ ने आंदोलनरत छात्राओं से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद विनोद जाखड़ ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाये। साथ ही कहा कि विवि प्रशासन का रवैया तानाशाही है।

दरअसल राजस्थान विश्वविद्यालय के माही गर्ल्स हॉस्टल में नई वार्डन की नियुक्ति के मुद्दे पर छात्राएं कड़ाके की सर्दी में कुलपति सचिवालय के सामने विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। छात्राओं का कहना है कि यह नियुक्ति उनके हितों और भावनाओं के खिलाफ है।

पाली की लड़की ने किया था सुसाइड

दस दिन पहले जवाहर लाल नेहरू मार्ग स्थित एमएनआईटी में पढ़ने वाली छात्रा ने हॉस्टल की छत से कूद कर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला। उसमें लिखा था कि ‘गलती मेरी ही है। मैं ही इस दुनिया में नहीं जी सकती। सबसे ज्यादा खुश मैं या तो बचपन में या नींद में थी।’ मृतक छात्रा 21 वर्षीय दिव्या राज मेघवाल थी जो कि पाली जिले की रहने वाली थी। वह एमएनआईटी में बीआर्क (आर्किटेक्चर) फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट थी।

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