मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 26 अगस्त 2024 | जयपुर – मास्को : रूस के सारातोव में अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेंड सेंटर जैसा हमला हुआ है। एक ड्रोन सोमवार सुबह 38 मंजिला रिहायशी इमारत ‘वोल्गा स्काई’ से टकराया। इसमें अब तक 4 लोगों के घायल होने की खबर है। हमला सरातोव प्रांत के एंगेल्स शहर में हुआ। एंगेल्स में रूस का स्ट्रैटेजिक बॉम्बर मिलिट्री बेस है।
रूस पर यूक्रेन का अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर 9/11 जैसा हमला
रॉयटर्स के मुताबिक रूस पर सोमवार को 20 ड्रोन दागे गए। इनमें सबसे ज्यादा 9 सरातोव में दागे। मॉस्को के गर्वनर ने दावा किया कि यूक्रेन ने इन ड्रोन हमलों को अंजाम दिया है। यूक्रेन ने इस पर अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है। जानकारी के मुताबिक़ ड्रोन यूक्रेन की तरफ़ से दागा गया था।
हमले में बिल्डिंग का एक बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। हमले की वजह से बिल्डिंग के नीचे खड़ी 20 से ज्यादा गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है। हमले में एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई है, जिसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। सरातोव यूक्रेन सीमा से 900 किमी दूर है। इस हमले के बाद सभी तरह की हवाई गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।
वीडियो में देखें इमारत से ड्रोन कैसे टकराया
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहा है कि एक ड्रोन तेजी से ‘वोल्गा स्काई’ बिल्डिंग की तरफ बढ़ रहा है और उसमें टक्कर मार देता है। 11 सितंबर 2001 को अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर आतंकियों ने इस तरीके से प्लेन क्रैश करवाए थे।
आतंकियों ने 4 प्लेन हाईजैक किए थे। इनमें से 3 प्लेन एक-एक कर अमेरिका की 3 अहम इमारतों में क्रैश कराए गए। पहला क्रैश 8 बजकर 45 मिनट पर हुआ। बोइंग 767 तेज रफ्तार से वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के नॉर्थ टॉवर से जा टकराया। 18 मिनट बाद एक दूसरा बोइंग 767 बिल्डिंग के साउथ टॉवर से जा टकराया था।
जबकि एक प्लेन अमेरिकी रक्षा मंत्रालय यानी पेंटागन से टकराया। चौथा प्लेन एक खेत में ही क्रैश हो गया। 9/11 हमले में 93 देशों के 3 हजार लोग मारे गए थे। इसे मानव इतिहास का सबसे भीषण आतंकी हमला माना जाता है।
सारातोव में है रूस का स्ट्रैटेजिक बॉम्बर मिलिट्री बेस
रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेनी सेना ने सारातोव प्रांत के एंगेल्स में सबसे ऊंची बिल्डिंग को अपना निशाना बनाया। एंगेल्स में रूस का स्ट्रैटेजिक बॉम्बर मिलिट्री बेस भी है। रूस – यूक्रेन जंग के शुरू होने के बाद से ही यूक्रेन कई बार इस पर हमला कर चुका है। इस हमले में बिल्डिंग की 3 मंजिलों को नुकसान पहुंचा है।
20 दिनों से रूस पर हमलावर है यूक्रेन
ढाई साल से जारी रूस-यूक्रेन जंग में 6 अगस्त 2024 को पहली बार ऐसा हुआ जब यूक्रेन ने रूस में घुसकर उसके कुर्स्क इलाके पर कब्जा कर लिया। तभी से यूक्रेन लगातार रूस पर हमलावर है।
RT की रिपोर्ट के मुताबिक 20 दिनों में यूक्रेन के हमलों में रूस के 31 नागरिकों की जान जा चुकी है।
वहीं, 140 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। दूसरे विश्वयुद्ध के बाद ऐसा पहली बार है जब रूस की धरती पर किसी विदेशी ताकत ने कब्जा किया हो। यूक्रेन ने दो सप्ताह में रूस के 1263 वर्ग किमी इलाके पर कब्जा कर लिया था।
हालांकि, जानकारों का कहना है कि यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की की यह जीत कम समय के लिए है और हार में बदल सकती है। अभी यूक्रेन का फोकस कुर्स्क पर है, जिससे रूस को दोनेस्त्क के पोक्रोवस्क में आगे बढ़ने का मौका मिल रहा है।
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राजनीतिक विशेषज्ञ तातियाना स्टैनोवाया कहती हैं कि रूस अपनी दुसरे विश्वयुद्ध की रणनीति अपना रहा है। उसकी यह रणनीति रही है कि वह पहले दुश्मन को अंदर आने देता है और फिर घेरकर हमला करता है। इस वजह से यूक्रेन का कुर्स्क अभियान जेलेंस्की के लिए उल्टा साबित हो सकता है।