अमन सहरावत भारत के सबसे युवा ओलिंपिक मेडलिस्ट बनें

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 10 अगस्त 2024 |  जयपुर :  21 साल 24 दिन की उम्र में अमन सहरावत भारत के सबसे युवा ओलिंपिक मेडलिस्ट बन गए हैं। शुक्रवार को अमन ने पेरिस ओलिंपिक में भारत को रेसलिंग का पहला मेडल दिलाया। इसी के साथ अमन ने भारतीय रेसलर्स की उस विरासत को आगे बढ़ाया, जिसकी नींव 1952 में केडी जाधव ने ब्रॉन्ज जीतकर रखी थी।

अमन सहरावत भारत के सबसे युवा ओलिंपिक मेडलिस्ट बनें

भारतीय रेसलर्स ने लगातार 5वें ओलिंपिक खेलों में मेडल जीता है। भारत ने पेरिस ओलिंपिक में छठा मेडल जीत लिया है। रेसलर अमन सहरावत ने फ्री-स्टाइल 57kg कैटेगरी में प्यूर्टो रिको के डरलिन तुई क्रूज को 13-5 से हराया। अमन पहले दौर के बाद 6-3 से आगे रहे। फिर दूसरे राउंड में 7 अंक लेकर मैट पर अपना दबदबा बनाया।

अमन सहरावत भारत के सबसे युवा ओलिंपिक मेडलिस्ट बनें

जीत के बाद अमन ने कहा- यह मेडल माता-पिता और पूरे देश को समर्पित है। उन्होंने 11 साल की उम्र में माता और पिता को खो दिया था और मौसी के पास रहने लगे। अमन ने यह जीत जोरदार अटैक और स्टेमिना से हासिल की। पहला पॉइंट गंवाने के बाद अमन ने आक्रामक रुख अपनाया और विपक्षी को थकाया।

फिर दूसरे राउंड में 7 अंक बटोरकर एकतरफा अंदाज में ब्रॉन्ज जीता। अमन ने फ्री-स्टाइल 57kg कैटेगरी में प्यूर्टो रिको के डरियन टोई क्रूज को 13-5 से हराया। यह आसान नहीं था, इस मैच से ठीक पहले उनका वजन 61 किलो से ज्यादा हो गया था। लेकिन अमन और उनके कोच ने महज 10 घंटे के अंदर 4.6 KG वजन घटाया।

सेलिब्रेशन…

जीत के बाद अमन ने तिरंगे के साथ सेलिब्रेशन किया।

जीत के बाद अमन ने तिरंगे के साथ सेलिब्रेशन किया।

प्यूर्टो रिको के डरियन टोई क्रूज को 13-5 के एकतरफा अंतर से हराने के बाद अमन।

प्यूर्टो रिको के डरियन टोई क्रूज को 13-5 के एकतरफा अंतर से हराने के बाद अमन।

ब्रॉन्ज मेडल मैच में अमन की नाख से खून निकलने लगा था, लेकिन फिर भी उन्होंने मैच जीत लिया।

ब्रॉन्ज मेडल मैच में अमन की नाख से खून निकलने लगा था, लेकिन फिर भी उन्होंने मैच जीत लिया।

अब अमन की जीत की कहानी…

1. अमन ने 10 घंटे में घटाया 4.6 kg वजन

सेमीफाइनल के बाद अमन का वजन 61.5 KG हो गया था, जो उनकी वेट कैटेगरी 57 किलोग्राम से 4.5 किलो ज्यादा था। यहां सीनियर भारतीय कोच जगमंदर सिंह और वीरेंद्र दहिया के सामने यह सबसे बड़ी चुनौती थी कि सुबह से पहले वजन कैसे कम करें।

दहिया बताते हैं कि यह एक मिशन जैसा था, क्योंकि विनेश के साथ जो हुआ उसके बाद हम एक और झटका बर्दाश्त नहीं कर सकते थे। विनेश 100 ग्राम ज्यादा होने के कारण फाइनल के लिए अयोग्य हो गईं और अब कोर्ट में केस लड़ रही हैं। कोच वीरेंद्र दाहिया का मिशन कैसे पूरा हुआ। आगे कुछ पॉइंट्स में जानिए…

  • रात में डेढ़ घंटे का मैट सेशन किया। इसमें कोच ने खड़े होकर कुश्ती करवाई और उसके बाद एक घंटे गर्म पानी से नहलाया।
  • रात 12:30 बजे जिम में ट्रेडमिल पर एक घंटे तक बिना रुके दौड़ लगाई। पसीना बहाने से वजन कम करने में मदद मिली।
  • 30 मिनट का ब्रेक दिया गया, उसके बाद 5-5 मिनट के सौना बाथ के 5 सेशन हुए।
  • आखिरी सेशन के बाद अमन का वजन 900 ग्राम ज्यादा था। उसे मसाज दी।
  • उनसे हल्की जॉगिंग करने को कहा। इसके बाद 15-15 मिनट के 5 रनिंग सेशन हुए।
  • सुबह 4:30 बजे तक अमन का वजन 56.9 किलोग्राम हो गया था, जो 57 kg से 100 ग्राम कम था।
  • सेशन के बीच में अमन को नींबू और शहद के साथ गुनगुना पानी और थोड़ी-सी कॉफी पीने को दी गई। फिर अमन को नींद नहीं आई।
  • कोच दहिया ने रात भर कुश्ती के वीडियो देखे। हर घंटे अमन का वजन जांचते रहे।

मुकाबला जीतने के बाद भारतीय रेसलर अमन सहरावत।

प्यूर्टो रिको के डरलिन तुई क्रूज के खिलाफ डिफेंड करते भारतीय पहलवान अमन सहरावत।

प्यूर्टो रिको के डरलिन तुई क्रूज के खिलाफ डिफेंड करते भारतीय पहलवान अमन सहरावत।

प्रतिद्वंदी से अपनी टांग छुड़ाने का प्रयास करते हुए अमन सहरावत।

प्रतिद्वंदी से अपनी टांग छुड़ाने का प्रयास करते हुए अमन सहरावत।

2. एक्सपर्ट से मैच एनालिसिस- विपक्षी पहलवान को थकाकर पॉइंट्स लिए

अमन ने यह मुकाबला अपने जोरदार अटैक, स्टैमिना और रणनीति से जीता। पहला पॉइंट गंवाने के बाद अमन ने आक्रामक रुख अपनाया। उन्होंने विपक्षी पर लेग अटैक किया और उन्हें घुटनों पर ले जाकर अंक बटोरे। पहले राउंड में अमन ने बड़ा दांव नहीं खेला और अपना स्टेमिना बचाकर रखा। यहां अमन विपक्षी को थका रहे थे।

जब प्रतिद्वंद्वी थक गया तो फिर अटैक शुरू किया और दूसरे दौर से 7 अंक निकाल लिए। इसमें भी उन्होंने लेग अटैक से अंक निकाले। इतना ही नहीं, जब प्रतिद्वंदी ने अमन के लेग पर अटैक किया तो खुद को बखूबी बचाया। मेरे हिसाब से यह मुकाबला एकतरफा रहा। इस पूरे मुकाबले में अमन ही आगे रहे।

3. रोचक फैक्ट और रिकॉर्ड

  • सबसे युवा ओलिंपिक मेडलिस्ट, सिंधु से भी छोटे अमन सहरावत भारत के सबसे युवा ओलिंपिक मेडलिस्ट बन गए हैं। उन्होंने 21 साल 24 दिन की उम्र में ओलिंपिक ब्रॉन्ज जीता। अमन से पहले पीवी सिंधु ने 21 साल एक महीने 14 दिन की उम्र में रियो ओलिंपिक का सिल्वर जीता था।
  • पेरिस ओलिंपिक में रेसलिंग का पहला मेडल दिलाया अमन सहरावत ने पेरिस ओलिंपिक में रेसलिंग का पहला मेडल दिलाया है। इससे पहले विनेश फोगाट फाइनल तक पहुंच चुकी हैं, लेकिन अयोग्य घोषित होने के कारण उन्हें अब तक मेडल नहीं मिला।
  • भारत ने पेरिस में छठा मेडल जीता भारत ने पेरिस ओलिंपिक में छठा मेडल जीता है, इनमें एक सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज शामिल हैं। एक दिन पहले नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो में सिल्वर जीता है। वहीं, शूटर्स ने 3 ब्रॉन्ज दिलाए हैं।
  • लगातार 5वें ओलिंपिक में रेसलिंग का मेडल रेसलर्स ने लगातार 5वें ओलिंपिक में भारत को मेडल दिलाया है। सुशील कुमार ने 2008 के बीजिंग ओलिंपिक में ब्रॉन्ज जीता था। उसके बाद से रेसलर्स हर ओलिंपिक में मेडल ला रहे हैं।
  • ओलिंपिक में रेसलिंग का 8वां मेडल रेसलिंग का पहला मेडल 1952 में केडी जाधव ने दिलाया था। तब से अब तक भारत रेसलिंग में 8 मेडल जीत चुका है। इनमें 2 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज शामिल हैं।

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राहुल द्रविड़ व्हीलचेयर पर बैठकर राजस्थानी अंदाज में गुलाबी साफा पहन खेली होली

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 14 मार्च 2025 | जयपुर : राजस्थान रॉयल्स टीम के खिलाड़ियों और कोच ने जयपुर में होली खेली। प्रैक्टिस कैंप में पहुंचे रॉयल्स के खिलाड़ियों ने मैरियट होटल के गार्डन एरिया में जमकर होली का जश्न मनाया। इस दौरान टीम के चीफ कोच राहुल द्रविड़ व्हीलचेयर पर बैठकर राजस्थानी अंदाज में गुलाबी साफा पहन होली खेलने पहुंचे।

राहुल द्रविड़ व्हीलचेयर पर बैठकर राजस्थानी अंदाज में गुलाबी साफा पहन खेली होली

राहुल द्रविड़ व्हीलचेयर पर बैठकर राजस्थानी अंदाज में गुलाबी साफा पहन खेली होली

इस दौरान सभी खिलाड़ियों ने राजस्थान रॉयल्स के चीफ कोच और मैनेजमेंट के सदस्यों के साथ ग्रुप फोटो भी क्लिक करवाई। खिलाड़ियों ने एक दूसरे को गुलाल और पानी से रंग दिया।

आईपीएल के पिछले सीजन में शानदार बैटिंग करने वाले रियान पराग धुलंडी के मौके पर एक अलग ही रंग में नजर आए। उन्होंने सबसे पहले खुद को ही गुलाबी रंग लगाया और होली की शुभकामनाएं दी। इसके बाद वह अपने साथी खिलाड़ियों के साथ जमकर डांस और मस्ती करते नजर आए।

खिलाड़ियों ने एक दूसरे को गुलाल और पानी से रंग दिया।

सभी खिलाड़ियों ने साथ में फोटो खिंचवाई

होली का जश्न मनाने के दौरान राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाज रियान पराग और ध्रुव जुरैल सबसे ज्यादा मस्ती करते नजर आए। दोनों खिलाड़ियों ने टीम के अन्य सदस्यों पर जमकर गुलाल उड़ाया। दोनों ने साथी खिलाड़ियों के साथ बॉलीवुड गानों पर जमकर डांस किया। 

देखिए, खिलाड़ियों की होली की मस्ती की तस्वीरें…

रियान पराग ने खुद को गुलाल लगाकर होली की बधाई दी।

रियान पराग ने खुद को गुलाल लगाकर होली की बधाई दी।

राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ियों ने गुलाल से होली का जश्न मनाया।

राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ियों ने गुलाल से होली का जश्न मनाया।

राजस्थान के खिलाड़ियों ने मैरियट होटल के गार्डन एरिया में जमकर मस्ती की।

राजस्थान के खिलाड़ियों ने मैरियट होटल के गार्डन एरिया में जमकर मस्ती की।

खिलाड़ी रंग लगाने के साथ एक दूसरे के कपड़े फाड़ते नजर आए।

खिलाड़ी रंग लगाने के साथ एक दूसरे के कपड़े फाड़ते नजर आए।

राहुल द्रविड़ ने व्हीलचेयर पर बैठकर ही खिलाड़ियों के साथ होली खेली।

राहुल द्रविड़ ने व्हीलचेयर पर बैठकर ही खिलाड़ियों के साथ होली खेली।

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राहुल द्रविड़ पैर में इंजरी के बावजूद RR खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने पहुंचे, राजस्थान रॉयल्स की जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में प्रैक्टिस शुरू

राहुल द्रविड़ पैर में इंजरी के बावजूद RR खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने पहुंचे

राहुल द्रविड़ पैर में इंजरी के बावजूद RR खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने पहुंचे

राहुल द्रविड़ ने करीब ढाई घंटे का समय सवाई मानसिंह स्टेडियम में बिताया। इस दौरान उन्होंने यशस्वी जायसवाल समेत कई खिलाड़ियों को बैटिंग टिप्स दिए। आउटफील्ड और पिच को लेकर भी स्ट्रेटेजी बनाई।

राजस्थान रॉयल्स की जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में प्रैक्टिस शुरू

दरअसल, राजस्थान रॉयल्स टीम का ट्रेनिंग कैंप जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में शुरू हो गया है। यहां टीम के प्लेयर्स के साथ रॉयल्स के हेड कोच राहुल द्रविड़ भी पहुंच गए हैं। द्रविड़ पिछले दिनों लेग इंजरी का शिकार हो गए थे। इसके बाद भी वह अपनी टीम का मनोबल बढ़ाने के लिए बैसाखियों के सहारे ही जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में पहुंचे।

उन्होंने यशस्वी जायसवाल, रियान पराग और वैभव सूर्यवंशी को बैटिंग टिप्स दिए। टीम मैनेजमेंट के साथ चर्चा कर आगामी मैच की रणनीति भी तैयार की। क्रिकेट के प्रति राहुल द्रविड़ का जुनून देख टीम के खिलाड़ी भी हैरान रह गए।

राहुल द्रविड़ गोल्फ कार्ट की मदद से सवाई मानसिंह स्टेडियम में पहुंचे।

राजस्थान रॉयल्स ने शेयर किया वीडियो

राजस्थान रॉयल्स ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर प्रैक्टिस सेशन का वीडियो शेयर किया। इसमें राहुल द्रविड़ भी दिख रहे हैं। द्रविड़ जब गाड़ी से उतरे तो ग्राउंड तक पहुंचने के लिए उन्हें बैसाखी का इस्तेमाल करना पड़ा। राहुल द्रविड़ गोल्फ कार्ट की मदद से सवाई मानसिंह स्टेडियम में पहुंचे।

द्रविड़ मैदान में एक कुर्सी पर बैठे और दूसरी पर अपना पांव रखा। इसके बाद उन्होंने खिलाड़ियों की ट्रेनिंग पर ध्यान दिया। एक-एक करके खिलाड़ी उनसे मिलने आते रहे। वह टीम के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और ऑलराउंडर रियान पराग से बल्लेबाजी को लेकर बात करते हुए दिखाई दिए।

राहुल द्रविड़ बैसाखियों के सहारे ग्राउंड में उतरे। फिर खिलाड़ियों के पास पहुंचे।

बेटे के साथ खेलते हुए मांसपेशियों में खिंचाव आया

दरअसल, पिछले दिनों राहुल द्रविड़ क्रिकेट खेलते हुए घायल हो गए थे। यह मैच कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के ग्रुप 3 लीग का सेमीफाइनल मुकाबला था। द्रविड़ यह मैच अपने 16 साल के बेटे अन्वय के साथ खेलने गए थे। दोनों विजया क्रिकेट क्लब की तरफ से खेल रहे थे। राहुल द्रविड़ बैसाखियों के सहारे ग्राउंड में उतरे। फिर खिलाड़ियों के पास पहुंचे।

यह भी पढ़ें : IPL2025 मैचों के लिए राजस्थान रॉयल्स की टीम जयपुर पहुँची

पारी के 18वें ओवर में द्रविड़ की मांसपेशियों में खिंचाव आ गया था। वे सिंगल चुराने की कोशिश कर रहे थे। इसके बाद उन्हें बाहर ले जाया गया था। द्रविड़ ने इस मैच में 28 गेंद में 29 रन बनाए थे। छह चौके लगाए थे। उनके बेटे अन्वय ने 22 रन बनाए थे।

देखिए राजस्थान रॉयल्स के प्रैक्टिस सेशन की तस्वीरें…

यशस्वी जायसवाल ने राहुल द्रविड़ से बैटिंग को लेकर बात की। इस दौरान द्रविड़ ने उन्हें बैटिंग के टिप्स दिए।

यशस्वी जायसवाल ने राहुल द्रविड़ से बैटिंग को लेकर बात की। इस दौरान द्रविड़ ने उन्हें बैटिंग के टिप्स दिए।

राहुल द्रविड़ ग्राउंड पर मौजूद टीम के खिलाड़ियों से मिले। इस दौरान उन्होंने अपना पैर सामने कुर्सी पर रखा।

राहुल द्रविड़ ग्राउंड पर मौजूद टीम के खिलाड़ियों से मिले। इस दौरान उन्होंने अपना पैर सामने कुर्सी पर रखा।

राहुल द्रविड़ कुर्सी पर बैठकर टीम को प्रैक्टिस करते देखते रहे।

राहुल द्रविड़ कुर्सी पर बैठकर टीम को प्रैक्टिस करते देखते रहे।

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