सुशीला मीणा को लेकर BCCI और RCA घोर उदासीन, नेताओं ने TRP बढ़ाई धरातल पर कोई सहायता नहीं

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 24 दिसंबर 2024 | जयपुर : क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने जैसे ही ये लिखकर वीडियो शेयर किया। कुछ ही मिनटों में प्रतापगढ़ के धरियावद तहसील की 12 साल की सुशीला मीणा देशभर में चर्चित हो गई। राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले की सुशीला मीणा लगातार सोशल मीडिया पर छाई हुईं हैं।

सुशीला मीणा को लेकर BCCI और RCA घोर उदासीन

पांचवीं कक्षा की छात्रा सुशीला मीणा अपनी शानदार गेंदबाजी के कारण चर्चा का विषय बनी हुई है। उनकी गेंदबाजी का एक्शन पूर्व भारतीय क्रिकेटर जहीर खान की याद दिलाता है। भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने भी सुशीला मीणा का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था। 

सुशीला मीणा को लेकर BCCI और RCA घोर उदासीन

दुनियाभर में सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई वैसे तो सारे विश्व में कई देशों को आर्थिक और तकनीकी सहयोग डेटा है, पर आदिवासी बालिका सुशीला मीणा को लेकर अब तक कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है। यह बहुत ही अफसोसजनक है।

नेताओं ने TRP बढ़ाई धरातल पर कोई सहायता नहीं

क्रिकेटर जहीर खान, बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा, राजस्थान की डिप्टी CM दीया कुमारी और आप सांसद संजय सिंह जैसे बड़े लोगों ने तारीफों के पुल बांध दिए। लेकिन सुशीला की कहानी सिर्फ 30 सेकेंड की रील भर नहीं है। रील से इतर सुशीला की रियल स्टोरी जानने के लिए मूकनायक मीडिया टीम उनके घर पहुंची। 

राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) ने ग्रामीण प्रतिभाओं को निखारने के उद्देश्य से सुशीला मीणा को गोद लेने के लिए कहा है।  एडहॉक कमेटी के संयोजक विधायक जयदीप बिहानी ने बताया कि RCA सुशीला की पढ़ाई, कोचिंग और खेल से जुड़ा सारा खर्च वहन करेगा। 

27-28 दिसंबर को जयपुर में इस पहल की आधिकारिक घोषणा की जायेगी। यह कदम प्रदेश की अन्य प्रतिभाओं के लिए भी एक प्रेरणा साबित होगा। पर अभी तक किसी भी पदाधिकारी ने सुशीला मीणा से कोई संपर्क नहीं किया है।

सचिन तेंदुलकर द्वारा वीडियो साझा किए जाने के बाद वह सुर्खियों में आ गईं। उनकी बाएं हाथ की गेंदबाजी शैली को क्रिकेट प्रेमियों ने जहीर खान से जोड़कर देखा है। राजस्थान रॉयल्स के उपाध्यक्ष राजीव खन्ना ने कहा कि होनहार बालिका सुशीला मीणा को एकेडमी से जोड़ा जायेगा। ताकि उसे अच्छी ट्रेनिंग दी जा सके और उसकी प्रतिभा में और ज्यादा निखार लाया जा सके।

राजस्थान रॉयल्स की ओर से लड़कियों के लिए एकेडमी का संचालन करती है जहां कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महिला खिलाड़ी प्रशिक्षण लेती हैं। इस एकेडमी से सुशीला को भी जोड़ा जाएगा। अब देखना ये है, कि RCA सुशीला मीणा को कितना तराश पाता है?

चूल्हे पर खाना बनातीं सुशीला की मां। घर में गैस चूल्हा है, लेकिन सिलेंडर भरवाने के पैसे नहीं हैं।
चूल्हे पर खाना बनातीं सुशीला की मां घर में गैस चूल्हा है लेकिन सिलेंडर भरवाने के पैसे नहीं

दो साल से सिलेंडर नहीं भरवाया

सुशीला के पिता रतन मीणा अहमदाबाद में मजदूरी करते हैं। पहले मां शांतिबाई भी मजदूरी करती थीं। अब बच्चों की पढ़ाई के लिए घर संभालती हैं। रतन ने बताया कि 2017 में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत गांव में ही छोटा प्लॉट मिला था। पहली किस्त के बाद घर का काम पूरा नहीं करवा सके।

पत्नी की बीमारी में योजना के तहत मिले 80,000 रुपए खर्च हो गए। एक बाइक ली थी। उसकी भी दो महीने की किस्त बाकी है। सरकार की ओर से गैस चूल्हा और LPG कनेक्शन मिला था। बीते दो साल से सिलेंडर नहीं भरवाया है। शांति चूल्हे पर ही खाना बनाती हैं। शांति ने बताया कि सुशीला का वीडियो सामने आने के बाद रविवार को इतने मेहमान आए कि चीनी-दूध खत्म हो गया।

जिस घर में रह रहे हैं वह छप्पर और घास–फूस से बना है। इसी घर में सुशीला माता-पिता और दो भाई रवीन्द्र और जितेन्द्र के साथ रहती हैं। रतन कहते हैं मुफ्त बिजली का भी कोई लाभ नहीं, क्योंकि गांव में लाइट बहुत कम रहती है।

घर में न टीवी है न कोई अन्य सुविधा। पढ़ाई के लिए तीनों भाई–बहन इमरजेंसी लाइट का इस्तेमाल करते हैं। रतन बोले कि मेरे पास बेटी के क्रिकेट का सामान खरीदने का भी पैसा नहीं है। भामाशाह अब मदद कर रहे हैं तो उम्मीद है बेटी आगे बढ़ सकेगी। कई बड़े लोग सुशीला से फोन पर बात कर रहे हैं या मिलने आ रहे हैं, लेकिन अभी तक किसी ने मदद का जज्बा नहीं दिखाया है।

सरकारों के तमाम दावों के बाद भी राजस्थान के दूर-दराज इलाकों में लाइट न के बराबर ही आती है। सुशीला और उसके भाई-बहन भी लाइट कटौती के कारण काफी परेशान रहते हैं।

सरकारों के तमाम दावों के बाद भी राजस्थान के दूर-दराज इलाकों में लाइट न के बराबर ही आती है। सुशीला और उसके भाई-बहन भी लाइट कटौती के कारण काफी परेशान रहते हैं।

स्कूल के पास लेदर बॉल खरीदने तक के पैसे नहीं

गांव के जिस प्राइमरी स्कूल में सुशीला पढ़ती है, वहां न ग्राउंड है न खेलने की सुविधा। क्रिकेट खेलने का सामान भी सुशीला को उनके अध्यापक ईश्वरलाल ने खरीदकर दिया है। वायरल वीडियो में जिस जगह सुशीला बॉलिंग करते दिख रही है वह स्कूल का कंपाउंड है।

सुशीला पहले यहीं दीवार पर कोयले से विकेट बनाकर वह प्रैक्टिस करती थी। किट आने के बाद विकेट के सामने बॉल करने लगीं। जर्जर स्कूल में 9 अध्यापक थे। कुछ महीने पहले एक साथ चार अध्यापकों का ट्रांसफर हो गया। तब से कोई टीचर नहीं आया है। पांच अध्यापकों के भरोसे स्कूल के सारे बच्चे हैं।

स्कूल के बाद ईश्वर बच्चों को प्रैक्टिस करवाते हैं। लेदर बॉल महंगी होने के कारण वह टेनिस बॉल से प्रैक्टिस करती हैं। स्कूल ही नहीं पूरे गांव और धरियावद में बच्चों के खेलने के लिए कोई ग्राउंड नहीं है।

प्रतापगढ़ और धरियावद के सरकारी अधिकारी, राजनेता और प्रतापगढ़ विधायक राजस्व मंत्री हेमंत मीणा भी सुशीला से मिलने आए। भास्कर ने जब गांव में सुविधा बढ़ाने का सवाल किया तो किसी के पास जवाब नहीं था। मंत्री जी वायरल वीडियो को ही मदद पाने की व्यवस्था बताकर चले गए।

सुशीला नंगे पांव ही खेलने की आदी है। जूते पहनकर वह बॉल नहीं कर पाती।
सुशीला नंगे पांव ही खेलने की आदी है जूते पहनकर वह बॉल नहीं कर पाती

तीन साल पहले शुरू किया खेलना, 12 महीने में सीखा एक्शन

सुशीला ने बताया कि उन्हें क्रिकेट का शौक तीन–चार साल पहले लगा। उनके ताऊ की बेटी रेणुका मीणा भी कुछ समय पहले ऐसे ही बैटिंग करते वायरल हुई थीं। अब वह जयपुर में ट्रेनिंग कर रही हैं। उससे भी काफी प्रेरणा मिली।

बीते तीन साल से स्कूल में अपने टीचर ईश्वरलाल मीणा के साथ क्रिकेट की बारीकियां सीख रही हैं। साल भर पहले इस तरह का हाई आर्म एक्शन करना चालू किया। करीब 1 साल दिन-रात प्रैक्टिस कर एक्शन को सुधारा। सुशीला का कहना है कि-

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मुझे नहीं पता था कि मेरा बॉलिंग एक्शन किसी बड़े गेंदबाज (जहीर खान) जैसा है। मैं सचिन तेंदुलकर को भी नहीं जानती, लेकिन बड़ी होकर क्रिकेटर बनना है।

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सुशीला ने गांव और स्कूल में लड़कों को देख क्रिकेट खेलना शुरू किया था। आज उनकी तेज बॉलिंग के सामने गांव का कोई लड़का नहीं टिक पाता। स्कूल का ग्राउंड छोटा होने के कारण उनका रनअप बमुश्किल 10 कदम का है, लेकिन इसके बावजूद जो स्पीड उनकी बॉल में है वह कमाल है।

टीचर ईश्वरलाल मीणा सुशीला को क्रिकेट की बारीकियां सिखा रहे हैं।
टीचर ईश्वरलाल मीणा सुशीला को क्रिकेट की बारीकियां सिखा रहे हैं

यूट्यूब ट्यूटोरियल से सीखे गुर, वेरिएशन पर कर रहीं काम

पांचवीं कक्षा की छात्रा सुशीला के कोच ईश्वरलाल कहते हैं कि 2017 में सुशीला के गांव के प्राइमरी स्कूल में पोस्टिंग हुई। इसी दौरान सुशीला ने ड्रॉपआउट के बाद दोबारा तीसरी कक्षा में प्रवेश लिया था। तीन साल से उसे खेल सिखा रहे हैं।

मीणा ने बताया कि पहले उसका एक्शन ऐसा नहीं था। बॉलिंग में उसका हाई एंड एक्शन देखकर उसे सुधारना शुरू किया। वह बॉल की ग्रिप, आउट स्विंग, इन स्विंग और यॉर्कर बहुत अच्छी करती है। सुशीला को यूट्युूब पर बॉलिंग ट्यूटोरियल देखकर ईश्वर ने ही ट्रेंड किया है।

सुशीला का पहला वीडियो 7 दिन पहले वायरल हुआ था, जिस पर 28 मिलियन व्यूज थे। दूसरे वीडियो को 38.6 मिलियन लोगों ने देखा। वहीं जिस वीडियो ने सबसे ज्यादा धूम मचाई उस पर 44.6 मिलियन व्यूज आ चुके हैं और यह अब भी वायरल है। ईश्वरलाल का कहना है कि सरकार की ओर से स्कूल को सुविधाएं मिले तो हर घर में सुशीला जैसी खिलाड़ी निकल सकती हैं।

घर के बाहर सुशीला के माता-पिता व परिचित।
घर के बाहर सुशीला के माता-पिता व परिचित

मां बोली मैं नहीं पढ़ सकी, बेटी को जरूर आगे बढ़ाऊंगी

सुशीला की मां शांति बाई खुद 5वीं तक पढ़ी हैं। शादी भी 20 की उम्र में हो गई। आज तीन बच्चे हैं। सुशीला को मिली तारीफें सुनकर कहती हैं- चाहे कुछ हो जाए, बेटी को पढ़ाऊंगी और खेल में आगे बढ़ाऊंगी। हर कोशिश करुंगी जिससे बेटी का क्रिकेटर बनने का सपना पूरा हो सके।

वहीं सुशीला की दादी सुखमी बोलीं- हमारी उम्र में घर से बाहर निकलने दिया जाता था, वही बहुत था। आज मेरी दो पोतियां क्रिकेट खेल रही हैं बड़ी बात है। मेरी यही दुआ है कि खूब खेलें और नाम रोशन करें।

फोरी तौर पर अब तक इन्होंने बढ़ाए मदद को हाथ

  • आदित्य बिरला ग्रुप ने बच्ची को देश में कहीं भी पढ़ने और ट्रेनिंग लेने का आश्वासन दिया है।
  • मिस इंडिया 2022 की ओर से 51,000 की राशि देने की घोषणा की गई है।
  • क्रिकेटर अशोक मेनारिया के कोच ने भी उदयपुर में अपनी कोचिंग में ट्रेंड करने की बात कही है।
  • रोहित शर्मा और शार्दुल ठाकुर के कोच ने भी सुशीला को मुंबई बुलाया है।
वीडियो सामने आने के बाद राजस्व मंत्री हेमंत मीणा भी सुशीला से मिलने पहुंचे।
वीडियो सामने आने के बाद राजस्व मंत्री हेमंत मीणा भी सुशीला से मिलने पहुंचे

60 किमी दूर कैसे खेलने जायें बेटियां

राजस्व मंत्री हेमंत मीणा ने रविवार को सुशीला के घर पहुंचकर उससे मुलाकात की। भास्कर रिपोर्टर ने उनसे गांव में खेल की सुविधाएं और ग्राउंड विकसित करने के बारे में पूछा। मीणा बोले- यह सही है कि धरियावद में ग्राउंड और सुख सुविधाओं की समस्या है। प्रतापगढ़ में जिला हेडक्वार्टर पर आएं। यहां बालिकाओं के लिए खेल छात्रावास की पूरी व्यवस्था है।

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मंत्री जी यह भूल गए कि सुशीला के गांव रमेरा तालाब से प्रतापगढ़ की दूरी करीब 60 किमी है। हालांकि, बाद में उन्होंने कहा- अगर गांव के लिए भी भविष्य में जरूरत पड़ती है तो ग्राउंड के लिए जमीन देने का काम हम करेंगे।

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सुशीला मीणा को RCA ने ले लिया गोद, सुशीला ने खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ को किया क्लीन बोल्ड

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 06 जनवरी 2025 | जयपुर : राजस्थान की 12 साल की स्टूडेंट सुशीला मीणा चर्चा में है। क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर और जहीर खान जैसे नामी खिलाड़ी भी इनके फैन हो गए हैं। सचिन ने सरकारी स्कूल की ड्रेस में गेंदबाजी करती सुशीला का वीडियो शेयर किया और एक्शन को जहीर खान जैसा बताया था।

सुशीला मीणा को RCA ने ले लिया गोद, सुशीला ने खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ को किया क्लीन बोल्ड

सुशीला ने खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ को किया बोल्ड

सचिन तेंदुलकर की तारीफ से चर्चा में आई प्रतापगढ़ की सुशीला मीणा को राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) ने गोद ले लिया है। अब 12 साल की सुशीला की पढ़ाई से लेकर उसके रहने, खाने और क्रिकेट ट्रेनिंग का खर्च आरसीए उठाएगा।

सुशीला ने बताया कि वह पिछले 3 साल से क्रिकेट खेल रही है। ऐसे में अब वह और अच्छी ट्रेनिंग हासिल कर भारतीय टीम में शामिल होना चाहती है। यही लक्ष्य है।

सुशीला को गोद लेने के दौरान राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के साथ मंत्री हेमंत मीणा, जोगाराम पटेल, RCA एडहॉक कमेटी के कन्वीनर जयदीप बिहाणी समेत जिला क्रिकेट संघों के पदाधिकारी मौजूद रहे।

सुशीला को गोद लेने के दौरान राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के साथ मंत्री हेमंत मीणा, जोगाराम पटेल, RCA एडहॉक कमेटी के कन्वीनर जयदीप बिहाणी समेत जिला क्रिकेट संघों के पदाधिकारी मौजूद रहे।

मंत्री बोले- दुनिया का सबसे तेज गेंदबाज राजस्थान से होना चाहिए

राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा- राजस्थान में कई प्रतिभाएं हैं। जिन्हें आगे बढ़ाने के लिए अब RCA और खेल विभाग प्रॉपर प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराएगा। इसकी शुरुआत सुशीला मीणा से हो रही है। सुशीला को क्रिकेट की ट्रेनिंग दी जाएगी। अच्छी एजुकेशन भी दी जाएगी।

खेल मंत्री ने जिला क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों को अपने जिलों में खेल प्रतिभाओं को तराशने के आदेश दिए। उन्होंने कहा- आने वाले समय में दुनिया का सबसे तेज गेंदबाज राजस्थान से होना चाहिए। न सिर्फ क्रिकेट बल्कि सभी खेलों में राजस्थान के खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व करें। इस सोच को लेकर राजस्थान की सरकार काम कर रही है।

आरसीए एकेडमी में खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के साथ नेट प्रैक्टिस करती सुशीला मीणा।

आरसीए एकेडमी में खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के साथ नेट प्रैक्टिस करती सुशीला मीणा। राजस्थान की डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने प्रतापगढ़ की होनहार क्रिकेटर सुशीला मीणा जी से वीडियो कॉल पर संवाद किया और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं। उनकी प्रतिभा और मेहनत को प्रोत्साहित करने के लिए जयपुर आने का आमंत्रण दिया।

जयपुर पहुंची सुशीला मीणा का डूंगरपुर जिला क्रिकेट संघ के सचिव सुशील जैन ने स्वागत किया। इस दौरान अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

जयपुर पहुंची सुशीला मीणा का डूंगरपुर जिला क्रिकेट संघ के सचिव सुशील जैन ने स्वागत किया। इस दौरान अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

सचिन तेंदुलकर ने पोस्ट किया था सुशीला का वीडियो

दरअसल, क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने 20 दिसंबर को एक वीडियो X पर पोस्ट किया था। इस पोस्ट में उन्होंने पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान को टैग किया और लिखा- ‘सहज, सरल और देखने में बहुत ही प्यारा। सुशीला मीणा की गेंदबाजी में आपकी झलक दिखती है जहीर खान। क्या आपने भी इसे देखा?’

जहीर खान ने इसका जवाब दिया- ‘आप बिल्कुल सही कह रहे हैं। मैं आपसे पूरी तरह सहमत हूं। उसका एक्शन बहुत सहज और प्रभावशाली है। वे पहले से ही बहुत आशाजनक दिख रही हैं।’

तेंदुलकर के पोस्ट के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक सभी ने सुशीला के खेल की तारीफ की थी। कुछ लोग उनके बॉलिंग एक्शन की तुलना तेज गेंदबाज जहीर खान से भी कर रहे थे। इसके बाद वह सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी।

सचिन ने सुशीला का बॉलिंग करते हुए वीडियो शेयर किया और उसके गेंदबाजी एक्शन को जहीर खान जैसा बताया था।

सचिन ने सुशीला का बॉलिंग करते हुए वीडियो शेयर किया और उसके गेंदबाजी एक्शन को जहीर खान जैसा बताया था।

पत्थर को निशाना बनाकर गेंदबाजी करती थी सुशीला

प्रतापगढ़ जिले के धरियावद तहसील के रामेर तालाब गांव की रहने वाली सुशीला 5वीं क्लास की छात्रा है। वह तीन साल से क्रिकेट की प्रैक्टिस कर रही है। पहले खाली दीवार या किसी पत्थर को निशाना बनाकर गेंदबाजी करती थी, लेकिन अब वह इस खेल में इतनी माहिर हो गई है कि उसके शिक्षकों ने उसकी मदद करते हुए उसे खेल सामग्री उपलब्ध करवाई है।

मूकनायक मीडिया ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था जिसके बाद राजस्थान क्रिकेट संघ ने सुनीता को जयपुर बुलाकर गोद लिया है।

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सुशीला के पिता रतनलाल और मां शांति बाई मीणा मजदूरी व खेती करके परिवार का पालन-पोषण करते हैं। सुशीला माता-पिता और दादा के साथ बांस की झोपड़ी में रहती है। सुशीला पढ़ाई के साथ हर रोज 2 घंटे क्रिकेट खेलती है। जहीर खान जैसे बॉलिंग एक्शन वाली सुशीला की मदद  के लिए किरोड़ी लाल मीणा ने भी वादा किया था।  

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मनु भाकर सहित 4 को खेल रत्न पुरस्कार 17 जनवरी को राष्ट्रपति भवन में अवॉर्ड सेरेमनी

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 02 जनवरी 2025 | जयपुर :  नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड 2024 का ऐलान गुरुवार को खेल मंत्रालय ने किया। ओलिंपिक मेडलिस्ट शूटर मनु भाकर, वर्ल्ड चेस चैंपियन डी गुकेश, हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरा एथलीट प्लेयर प्रवीण कुमार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा। इनके अलावा 5 कोच को द्रोणाचार्य और 30 प्लेयर्स को अर्जुन पुरस्कार दिया जायेगा। 17 जनवरी को राष्ट्रपति भवन में अवॉर्ड सेरेमनी होगी।

मनु भाकर सहित 4 को खेल रत्न पुरस्कार 17 जनवरी को राष्ट्रपति भवन में अवॉर्ड सेरेमनी

भारत सरकार ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2024 #Khel_Ratna_Award_2024: की घोषणा कर दी है। स्टार शूटर मनु भाकर समेत चार खिलाड़ियों को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार देने का फैसला किया है। इसमें ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर, शतरंज के विश्व चैम्पियन डी गुकेश, भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह, और पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता प्रवीण कुमार शामिल हैं।

नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड
2024

मनु भाकर के नाम को लेकर पिछले कई दिनों से काफी विवाद हुआ जिसमें पहले ये कहा गया था कि उनके नाम की अनुशंसा नहीं की गई है। फिलहाल अब उनके भी नाम का ऐलान कर दिया गया है।

मनु ने पेरिस ओलिंपिक में डबल मेडल जीते थे

मनु भाकर ने अगस्त-सितंबर में पेरिस ओलिंपिक गेम्स में डबल ओलिंपिक मेडल जीते थे। वे 10 मीटर एयर पिस्टल इंडीविजुअल और मिक्स्ड डबल्स में तीसरे स्थान पर रहीं। उनके दो मेडल के दम पर भारत ने पेरिस ओलिंपिक में कुल 6 मेडल जीते थे।

18 साल के गुकेश शतरंज के नए वर्ल्ड चैंपियन, सबसे कम उम्र में खिताब जीता

18 साल के भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने सिंगापुर में 11 दिसंबर को वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप का खिताब जीता था। उन्होंने चीन के डिफेंडिंग चैंपियन डिंग लिरेन को 7.5-6.5 से फाइनल में हराया।इतनी कम उम्र में खिताब जीतने वाले गुकेश दुनिया के पहले प्लेयर बने हैं। इससे पहले 1985 में रूस के गैरी कैस्परोव ने 22 साल की उम्र में यह खिताब जीता था।

हरमनप्रीत की कप्तानी में भारत ने पेरिस ओलिंपिक में ब्रॉन्ज जीता

हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी में भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलिंपिक 2024 में ब्रॉन्ज और एशियन गेम्स 2022 में गोल्ड मेडल जीता था। वहीं, हरमनप्रीत तीन बार FIH अवार्ड्स में प्लेयर ऑफ द ईयर का खिताब जीते हैं।

प्रवीण ने ऊंची कूद में रिकॉर्ड के साथ पैरालिंपिक गोल्ड जीता था

प्रवीण कुमार ने पेरिस पैरालिंपिक 2024 में पुरुषों की ऊंची कूद में एशियाई रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीतकर सबको चौंका दिया था। टोक्यो पैरालिंपिक में रजत पदक जीतने वाले प्रवीण ने T64 स्पर्धा में अपने करियर का बेहतरीन प्रदर्शन किया और 2.08 मीटर की ऊंचाई लांघकर इतिहास में नाम दर्ज कराया।

राष्ट्रीय खेल अवॉर्ड

भारत में खेल के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए राष्ट्रीय खेल पुरस्कार दिए जाते हैं। इसमें खिलाड़ियों, कोचों या संगठनों को उनकी उपलब्धियों और भारतीय खेलों के विकास में योगदान के लिए छह अलग-अलग पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है।

भारत के राष्ट्रीय खेल पुरस्कार में छह प्रमुख पुरस्कार खेल रत्न, अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार, ध्यानचंद पुरस्कार, मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी (जिसे माका ट्रॉफी भी कहा जाता है) और राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार हैं। 2004 से छह राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के साथ तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार भी दिया जा रहा है।

पिछले साल 26 खिलाड़ियों को मिला था अर्जुन पुरस्कार

पिछले साल क्रिकेटर मोहम्मद शमी सहित 26 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार मिला था। जबकि 5 कोचों को द्रोणाचार्य अवॉर्ड मिला था। बैडमिंटन की स्टार जोड़ी सात्विक साईराज और चिराग शेट्टी को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार दिया गया था।

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