सुशीला मीणा को RCA ने ले लिया गोद, सुशीला ने खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ को किया क्लीन बोल्ड

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 06 जनवरी 2025 | जयपुर : राजस्थान की 12 साल की स्टूडेंट सुशीला मीणा चर्चा में है। क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर और जहीर खान जैसे नामी खिलाड़ी भी इनके फैन हो गए हैं। सचिन ने सरकारी स्कूल की ड्रेस में गेंदबाजी करती सुशीला का वीडियो शेयर किया और एक्शन को जहीर खान जैसा बताया था।

सुशीला मीणा को RCA ने ले लिया गोद, सुशीला ने खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ को किया क्लीन बोल्ड

सुशीला ने खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ को किया बोल्ड

सचिन तेंदुलकर की तारीफ से चर्चा में आई प्रतापगढ़ की सुशीला मीणा को राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) ने गोद ले लिया है। अब 12 साल की सुशीला की पढ़ाई से लेकर उसके रहने, खाने और क्रिकेट ट्रेनिंग का खर्च आरसीए उठाएगा।

सुशीला ने बताया कि वह पिछले 3 साल से क्रिकेट खेल रही है। ऐसे में अब वह और अच्छी ट्रेनिंग हासिल कर भारतीय टीम में शामिल होना चाहती है। यही लक्ष्य है।

सुशीला को गोद लेने के दौरान राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के साथ मंत्री हेमंत मीणा, जोगाराम पटेल, RCA एडहॉक कमेटी के कन्वीनर जयदीप बिहाणी समेत जिला क्रिकेट संघों के पदाधिकारी मौजूद रहे।

सुशीला को गोद लेने के दौरान राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के साथ मंत्री हेमंत मीणा, जोगाराम पटेल, RCA एडहॉक कमेटी के कन्वीनर जयदीप बिहाणी समेत जिला क्रिकेट संघों के पदाधिकारी मौजूद रहे।

मंत्री बोले- दुनिया का सबसे तेज गेंदबाज राजस्थान से होना चाहिए

राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा- राजस्थान में कई प्रतिभाएं हैं। जिन्हें आगे बढ़ाने के लिए अब RCA और खेल विभाग प्रॉपर प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराएगा। इसकी शुरुआत सुशीला मीणा से हो रही है। सुशीला को क्रिकेट की ट्रेनिंग दी जाएगी। अच्छी एजुकेशन भी दी जाएगी।

खेल मंत्री ने जिला क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों को अपने जिलों में खेल प्रतिभाओं को तराशने के आदेश दिए। उन्होंने कहा- आने वाले समय में दुनिया का सबसे तेज गेंदबाज राजस्थान से होना चाहिए। न सिर्फ क्रिकेट बल्कि सभी खेलों में राजस्थान के खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व करें। इस सोच को लेकर राजस्थान की सरकार काम कर रही है।

आरसीए एकेडमी में खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के साथ नेट प्रैक्टिस करती सुशीला मीणा।

आरसीए एकेडमी में खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के साथ नेट प्रैक्टिस करती सुशीला मीणा। राजस्थान की डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने प्रतापगढ़ की होनहार क्रिकेटर सुशीला मीणा जी से वीडियो कॉल पर संवाद किया और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं। उनकी प्रतिभा और मेहनत को प्रोत्साहित करने के लिए जयपुर आने का आमंत्रण दिया।

जयपुर पहुंची सुशीला मीणा का डूंगरपुर जिला क्रिकेट संघ के सचिव सुशील जैन ने स्वागत किया। इस दौरान अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

जयपुर पहुंची सुशीला मीणा का डूंगरपुर जिला क्रिकेट संघ के सचिव सुशील जैन ने स्वागत किया। इस दौरान अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

सचिन तेंदुलकर ने पोस्ट किया था सुशीला का वीडियो

दरअसल, क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने 20 दिसंबर को एक वीडियो X पर पोस्ट किया था। इस पोस्ट में उन्होंने पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान को टैग किया और लिखा- ‘सहज, सरल और देखने में बहुत ही प्यारा। सुशीला मीणा की गेंदबाजी में आपकी झलक दिखती है जहीर खान। क्या आपने भी इसे देखा?’

जहीर खान ने इसका जवाब दिया- ‘आप बिल्कुल सही कह रहे हैं। मैं आपसे पूरी तरह सहमत हूं। उसका एक्शन बहुत सहज और प्रभावशाली है। वे पहले से ही बहुत आशाजनक दिख रही हैं।’

तेंदुलकर के पोस्ट के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक सभी ने सुशीला के खेल की तारीफ की थी। कुछ लोग उनके बॉलिंग एक्शन की तुलना तेज गेंदबाज जहीर खान से भी कर रहे थे। इसके बाद वह सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी।

सचिन ने सुशीला का बॉलिंग करते हुए वीडियो शेयर किया और उसके गेंदबाजी एक्शन को जहीर खान जैसा बताया था।

सचिन ने सुशीला का बॉलिंग करते हुए वीडियो शेयर किया और उसके गेंदबाजी एक्शन को जहीर खान जैसा बताया था।

पत्थर को निशाना बनाकर गेंदबाजी करती थी सुशीला

प्रतापगढ़ जिले के धरियावद तहसील के रामेर तालाब गांव की रहने वाली सुशीला 5वीं क्लास की छात्रा है। वह तीन साल से क्रिकेट की प्रैक्टिस कर रही है। पहले खाली दीवार या किसी पत्थर को निशाना बनाकर गेंदबाजी करती थी, लेकिन अब वह इस खेल में इतनी माहिर हो गई है कि उसके शिक्षकों ने उसकी मदद करते हुए उसे खेल सामग्री उपलब्ध करवाई है।

मूकनायक मीडिया ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था जिसके बाद राजस्थान क्रिकेट संघ ने सुनीता को जयपुर बुलाकर गोद लिया है।

यह भी पढ़ें : सुशीला मीणा को लेकर BCCI और RCA घोर उदासीन, नेताओं ने TRP बढ़ाई धरातल पर कोई सहायता नहीं

सुशीला के पिता रतनलाल और मां शांति बाई मीणा मजदूरी व खेती करके परिवार का पालन-पोषण करते हैं। सुशीला माता-पिता और दादा के साथ बांस की झोपड़ी में रहती है। सुशीला पढ़ाई के साथ हर रोज 2 घंटे क्रिकेट खेलती है। जहीर खान जैसे बॉलिंग एक्शन वाली सुशीला की मदद  के लिए किरोड़ी लाल मीणा ने भी वादा किया था।  

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तिरुपति मंदिर में भगदड़ 150 से ज्यादा भक्त घायल 4 की मौत

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 08 जनवरी 2025 | जयपुर : विश्व प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर से बड़ी खबर सामने आई है। तिरुमाला में श्री वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन के लिए टोकन जारी करने से पहले बड़ी अनहोनी हुई है। वैकुंठ द्वार दर्शन टोकन का आवंटन गुरुवार तड़के शुरू होगा।

तिरुपति मंदिर में भगदड़ 150 से ज्यादा भक्त घायल 4 की मौत

वहीं बुधवार शाम से ही केंद्रों पर भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है। इसी क्रम में तिरुपति में विष्णु के निवास स्थान पर भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। इसमें तमिलनाडु के सेलम की एक महिला श्रद्धालु की मौत हो गई। जबकि चार अन्य घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में ले जाया गया।

तिरुपति मंदिर में भगदड़ 150 से ज्यादा भक्त घायल 4 की मौत

नवभारत टाइम्स के अनुसार विश्व प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर से बड़ी खबर सामने आई है। तिरुमाला में श्री वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन के लिए टोकन जारी करने से पहले बड़ी अनहोनी हुई है। वैकुंठ द्वार दर्शन टोकन का आवंटन गुरुवार तड़के शुरू होगा।

वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए उमड़ी भीड़

दरअसल वैकुंठ एकादशी के मौके पर तिरुमला तिरुपती देवस्थानम यानी टीटीडी श्री के भक्तों को तिरुमाला में दस दिनों के लिए वैकुंठ द्वार दर्शन प्रदान कर रहा है। 10 जनवरी से 19 जनवरी तक दर्शन कराए जा रहे हैं।

9 जनवरी को सुबह 5 बजे से इसी द्वार से दर्शन टोकन जारी किए जाएंगे। इन एसएसडी टोकन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। टीटीडी ने तिरुपति और तिरुमाला में एसएसडी टोकन जारी करने के लिए काउंटर स्थापित किए हैं।

दैनिक भास्कर ने लिखा कि आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में बुधवार शाम को वैकुंठ द्वार दर्शन टिकट काउंटर के पास भगदड़ मच गई। इस हादसे में एक महिला समेत 4 लोगों की मौत हो गई। 150 से ज्यादा भक्त घायल होने की खबर है। दरअसल, काउंटर के पास 4 हजार से ज्यादा श्रद्धालु कतार में खड़े थे।

हादसे की फोटोज

दर्शन टोकन जारी किए जाने थे

9 जनवरी को सुबह 5 बजे इन केंद्रों पर भक्तों को 10, 11 और 12 तारीख के लिए 1.20 लाख टोकन आवंटित किए जाएंगे। टीटीडी ने कहा कि अन्य दिनों में टोकन जारी किए जाएंगे। भक्त बुधवार शाम से ही काउंटरों पर भीड़ लगाने लगे। क्योंकि गुरुवार सुबह से द्वार दर्शन टोकन जारी किए जाने थे।

तिरुपति में 8 केंद्रों पर 90 काउंटर बनाए गए हैं। तिरुपति में इंदिरा मैदान, रामचंद्र पुष्करिणी, श्रीनिवासम कॉम्प्लेक्स, विष्णु निवासम कॉम्प्लेक्स, भूदेवी कॉम्प्लेक्स, भैरगीपट्टेडा रामानायडू हाई स्कूल, एमआर पल्ली जिला परिषद हाई स्कूल, जिवाकोना जिला परिषद हाई स्कूल में काउंटर स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा तिरुमाला निवासियों को बालाजी नगर सामुदायिक हॉल में एसएसडी टोकन जारी किए जाएंगे।

विष्णु धाम के काउंटर पर मारपीट

टीटीडी की ओर से व्यवस्थित सभी कतारें श्रीवारी के भक्तों से भरी हुई थीं। स्थानीय लोगों के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों से भी श्रीवारी के भक्त बड़ी संख्या में काउंटरों पर पहुंचे। विष्णु धाम के काउंटर पर मारपीट हुई। इससे वहां भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। इसमें एक महिला श्रद्धालु की जान चली गई। टीटीडी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि बिना टोकन वाले भक्तों को वैकुंठ द्वार दर्शनम के दिनों में श्रीवारी के दर्शन नहीं होंगे।

आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में बुधवार शाम को वैकुंठ द्वार दर्शन टिकट काउंटर के पास भगदड़ मच गई। इस हादसे में एक महिला समेत 4 लोगों की मौत हो गई। 150 से ज्यादा भक्त घायल होने की खबर है। दरअसल, काउंटर के पास 4 हजार से ज्यादा श्रद्धालु कतार में खड़े थे।

1.20 लाख टोकन जारी करने का हुआ था फैसला

मूकनायक मीडिया रिपोर्टर के अनुसार गुरुवार से तिरुपति के 9 केंद्रों में 94 काउंटरों के माध्यम से वैकुण्ठ दर्शन टोकन जारी करने की व्यवस्था की गई थी। हालांकि, बुधवार शाम को टोकन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े। भगदड़ में कई लोग बीमार पड़ गये। उन्हें अस्पताल ले जाया गया। बताया जा रहा है कि यह घटना तब हुई, जब श्रद्धालु बड़ी संख्या में वहां पहुंचे थे। आशंका है कि भगदड़ में घायलों की संख्या बढ़ सकती है।

टीटीडी ने 10, 11 और 12 जनवरी को वैकुण्ठ द्वार दर्शन के पहले तीन दिनों के लिए गुरुवार सुबह 1.20 लाख टोकन जारी करने का निर्णय लिया था। बाकी दिनों के संबंध में, टीटीडी ने संबंधित तिथियों पर तिरुपति में विष्णुनिवासम, श्रीनिवासम और भूदेवी परिसरों में टिकट जारी करने की व्यवस्था की है।

सीएम नायडू ने निधन पर जताया शोक

दूसरी ओर, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भगदड़ में श्रद्धालुओं की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। सीएम नायडू ने घटना में घायलों को दिए जा रहे उपचार के बारे में अधिकारियों से फोन पर बात की। उन्होंने उच्च अधिकारियों को घटनास्थल पर जाकर राहत कार्य करने के आदेश दिए हैं, ताकि घायलों को बेहतर उपचार मिल सके।

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नरेश मीणा के कार्यकर्ताओं के जेल से बाहर आने पर समरावता गाँव में मनाया जश्न

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 05 जनवरी 2025 | जयपुर : नरेश मीणा प्रकरण में 39 लोग की ज़मानत मंजूर होने के  बाद सभी आरोपी जेल से बाहर आने पर समरावता गाँव में जश्न मनाया गया। समरावता प्रकरण में 42 लोगों की राजस्थान हाईकोर्ट जयपुर से जमानत हो गयी है। इससे नरेश मीणा के समर्थकों में ख़ुशी की लहर दौड़ गयी है।

नरेश मीणा के कार्यकर्ताओं के जेल से बाहर आने पर समरावता गाँव में मनाया जश्न 

राजस्थान हाईकोर्ट की जयपुर बेंच ने समरावता कांड के 39 आरोपियों को बड़ी राहत देते हुए उनकी जमानत याचिका मंजूर कर ली है। 38 आरोपियों को मिली ज़मानत के बाद नरेश मीणा की रिहाई का भी रास्ता खुलेगा।

नरेश मीणा के कार्यकर्ताओं के जेल से बाहर आने पर समरावता गाँव में मनाया जश्न

टोंक के समरावता हिंसा मामले में गिरफ्तार आरोपियों में से आज हाई कोर्ट ने 39 आरोपियों को जमानत पर रिहा करने के आदेश दिए हैं। जस्टिस प्रवीर भटनागर की अदालत ने आरोपियों की जमानत मंजूर करते हुए कहा कि किसी पर भी स्पेसिफिक एलीगेशन (विशिष्ट आरोप) नहीं है। राजस्थान की देवली-उनियारा विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा (Naresh Meena) के साथ 56 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी।

प्रवीर भटनागर की बैंच ने दी जमानत

बता दें, इस कांड के आरोपियों की एडवोकेट महेंद्र शांडिल्य, राजेंद्र सिंह तंवर, डॉ. महेश शर्मा और कपिल गुप्ता की ओर से पैरवी की गई। वहीं, न्यायमूर्ति प्रवीर भटनागर ने सुनवाई के बाद आरोपियों की जमानत मंजूर की। इससे पहले 6 दिसंबर 2024 को पिछली सुनवाई के दौरान टोंक जिला न्यायालय ने 39 आरोपियों की जमानत याचिकाएं खारिज कर दी थी।

सुनवाई करते हुए न्यायालय ने पाया कि अधिकांश आरोपियों पर समान आरोप हैं और वे लंबे समय से जेल में बंद हैं। इस आधार पर जमानत मंजूर की गई। बताया जा रहा है कि नरेश मीना समेत अन्य आरोपियों की जमानत याचिकाओं पर हाईकोर्ट में जल्द सुनवाई होगी।

इन आरोपियों को मिली जमानत

जमानत पाने वालों में ब्रह्मराज, सुरेश, लवकुश, विमल, टीकाराम, बलराम, उग्रसेन, जसराम, हेतराम, उदयसिंह, कालूराम, गुल मोहम्मद, मनोज कुमार, सुदामा, खुशीराम, रामेश्वर, आत्माराम, रामराज, योगेंद्र, नेतराम, विजेंद्र, हनुमान, दिलखुश, मनीष, कमलेश, राकेश, खुशीराम-2, देशराज, भागीरथ, आत्माराम-2, बबलेश, महावीर, रवि, खेलताराम, आत्माराम-3, खेलताराम-2, राजेश और बुद्धीराम इत्यादि शामिल हैं।

टोंक हिंसा पर SP का बड़ा बड़ा आरोप

विकास सांगवान ने बताया कि नरेश मीणा की गिरफ्तारी चुनोतीपूर्ण थी। हम पूरी तैयारी के साथ समरावाता गांव के अंदर गए थे। 13 तारीख को ही नरेश मीणा को हिरासत में ले लिया था, लेकिन उनके समर्थकों ने पुलिस गाड़ी में आग लगा दी और उन्हें पुलिस हिरासत से छुड़वा कर भगा दिया। जिस समय गाड़ी में आग लगाई, पुलिस टीम गाड़ी के अंदर मौजूद थी। घटना में कुछ पुलिस कर्मी घायल भी हुए हैं।

जबकि गाँव वालों का कहना है कि साधा वर्दी में तैनात पुलिस कर्मियों पर वर्दीधारी पुलिस कर्मियों ने ही बेरहमी से लाठी चार्ज किया था। इसके व्यापक सबूत गाँव के ही सीसीटीवी फुटेज में देखें गये हैं। साथ ही सोशल मीडिया पर भी कई वीडियोज से इसकी पुष्टि हो रही है।

पुलिस अधीक्षक के अनुसार अफवाह फैलाने के लिए सोशल मीडिया का किया इस्तेमाल

नरेश मीणा के समर्थकों ने पुलिस टीम पर पथराव करना शुरू कर दिया।  गिरफ्तारी के बाद जो हिंसा हुई वो एक प्लान की गई साजिश है। सोशल मीडिया के जरिए गलत खबर फैलाई जा रही है। खुलेआम पुलिस और प्रशासन को धमकी दिया जा रहा है। सोशल मीडिया पर गुमराह करने वाले लोगों पर भी पुलिस कार्रवाई कर रही है। हाइवे जाम करना भी साजिश थी, जिसके सबूत मिले है। गिरफ्तार लोगों मे ज्यादातर लोग बाहरी है।

बता दें कि नरेश मीणा के फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर कर लिखा था- ‘मेरे साथियों और कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस बर्बरता वाला व्यवहार करना बंद कर दें, नहीं अभी तो यह चिंगारी सिर्फ देवली उनियारा में ही उठ रही है। इसकी जिम्मेदार टोंक की कलेक्टर और भजनलाल सरकार है। अगर पुलिस ने यह बर्बरता वाला व्यवहार बंद नहीं किया, तो यह चिंगारी पुरे राजस्थान के चप्पे-चप्पे से उठने में ज्यादा समय नहीं लगेगा, जिसकी जिम्मेदार प्रशासन और सरकार होगी।’

नरेश मीणा ने पुलिस को दी थी खुली चुनौती

मामले पर नरेश मीणा के वकील ने बताया कि नरेश मीणा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। उनकी जमानत की याचिका कोर्ट में दाखिल की है जिसपर कब सुनवाई होनी है वो कोर्ट तय करेगा। लॉ एंड आर्डर का हवाला देते हुए नरेश मीणा को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पेश किया गया था। 

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