लेबनान में पेजर वॉकी-टॉकी के बाद अब सोलर सिस्टम में धमाके

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 19 सितंबर 2024 |   जयपुरलेबनान में पेजर, वॉकी-टॉकी के बाद अब सोलर सिस्टम में धमाके हुए हैं। पिछले 2 दिन में धमाकों के तीन पैटर्न में 32 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 3500 से ज्यादा घायल हैं।

लेबनान में पेजर वॉकी-टॉकी के बाद अब सोलर सिस्टम में धमाके

लेबनान में पेजर वॉकी-टॉकी के बाद अब सोलर सिस्टम में धमाके

लेबनान में ईरान के समर्थन वाले हिजबुल्लाह संगठन के लड़ाके इजराइली हैकिंग से बचने के लिए मोबाइल फोन की जगह पेजर और वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल करते हैं। वहीं, राजधानी बेरूत में बड़ी संख्या में घरों पर सोलर सिस्टम लगे हुए हैं। हिजबुल्लाह ने इन हमलों के पीछे इजराइल का हाथ बताया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने शुक्रवार को इस मामले में आपात बैठक बुलाई है।

पेजर ब्लास्ट में मारे गए लोगों का बुधवार को जनाजा निकल रहा था। इस दौरान गाड़ी में रखे वॉकी-टॉकी में ब्लास्ट हो गया।

पेजर ब्लास्ट में मारे गए लोगों का बुधवार को जनाजा निकल रहा था। इस दौरान गाड़ी में रखे वॉकी-टॉकी में ब्लास्ट हो गया।

लेबनान में 2 दिन में धमाकों के 3 तरीके

  • पहला: मंगलवार, करीब 3000 पेजर में ब्लास्ट; 12 मौतें, 3000 घायल
  • दूसरा: बुधवार, वॉकी-टॉकी में धमाके; 20 मौतें, 450 घायल
  • तीसरा: गुरुवार, सोलर सिस्टम में धमाका; 06 घायल

लेबनान में हुए पेजर और वॉकी-टॉकी ब्लास्ट की तस्वीरें…

बुधवार को वॉकी-टॉकी ब्लास्ट से एक कार में आग लग गई।
बुधवार को वॉकी-टॉकी ब्लास्ट से एक कार में लगी आग
बुधवार को एक इमारत में आग लग गई। बताया गया कि यहां भी वॉकी-टॉकी में ब्लास्ट हुआ।
बुधवार को एक इमारत में आग लग गई। बताया गया कि यहां भी वॉकी-टॉकी में ब्लास्ट
बेरूत को मंगलवार को रोजमर्रा के काम करने के दौरान लोगों के पेजर्स में ब्लास्ट हुए।
बेरूत को मंगलवार को रोजमर्रा के काम करने के दौरान लोगों के पेजर्स में ब्लास्ट

गाजा ने उत्तरी सीमा पर भेजे गए इजराइली सैनिक

लेबनान में हमलों के बीच इजराइली ने अपने कई सैनिकों को गाजा से नॉर्दर्न बॉर्डर शिफ्ट किया है। अलजजीरा के मुताबिक, इजराइली के इजराइल के नॉर्दर्न कमांड के मेजर-जनरल ओरी गोर्डिन ने कहा, “हमारा मिशन साफ है। हम सुरक्षा की स्थिति को बदलने के लिए तैयार हैं।” मिलिट्री ने बताया कि उन्होंने इसी हफ्ते इजराइल की उत्तरी सीमा पर युद्धाभ्यास भी किया था।

CNN के मुताबिक वॉकी-टॉकी बनाने वाली जापानी कंपनी आईकॉम इंक ने लेबनान में जिस मॉडल के वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल हो रहा था उसका प्रोडक्शन 10 साल पहले ही बंद हो गया था। कंपनी ने कहा कि वो अभी तय नहीं कर पाई है कि ब्लास्ट होने वाले वॉकी-टॉकी नकली हैं या फिर उनकी ही कंपनी के हैं।

ईरान ने कहा है कि वह लेबनान में घायल हुए राजदूत मोजतबा अमानी का बदला लेगा। ईरानी मिशन ने संयुक्त राष्ट्र में बुधवार को कहा कि उसके पास इस तरह के अपराधों का जवाब देने के लिए जरूरी कदम उठाने का अधिकार है।

लेबनान में मंगलवार को हुए पेजर धमाके में ईरान के राजदूत घायल हो गए थे। NYT के मुताबिक इस हमले में मोजतबा की एक आंख खराब हो गई और दूसरी आंख में भी चोट लगी है। हालांकि बाद में ईरान ने दावा किया था कि उसके राजदूत घायल हुए हैं मगर उनकी आंख को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।

CNN के मुताबिक इजराइली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने इजराइल डिफेंस फोर्स के साथ-साथ देश की सुरक्षा एजेंसी शिन बेत और उसकी खुफिया एजेंसी मोसाद के उपलब्धियों की तारीफ की है।

अमेरिका बोला- लेबनान ब्लास्ट में हमारा हाथ नहीं

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बुधवार को व्हाइट हाउस में कहा कि लेबनान में पेजर और वॉकी टॉकी ब्लास्ट में अमेरिका शामिल नहीं है। CNN के मुताबिक अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने बुधवार को इजराइली रक्षा मंत्री योव गैलेंट से 48 घंटों में तीसरी बार बात की।

ऑस्टिन ने कहा कि अमेरिका मिडिल ईस्ट में तनाव को कम करने में जुटा हुआ है। इससे पहले दोनों नेताओं ने मंगलवार को 2 बार बातचीत की थी। पहली बातचीत में गैलेंट ने बताया था कि इजराइल, लेबनान में एक ऑपरेशन करने जा रहा है। हालांकि उन्होंने इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी थी।

अलजजीरा के मुताबिक जॉर्डन के विदेश मंत्री अयमान सफादी ने कहा कि इजराइल पूरे मिडिल ईस्ट को जंग में धकेलने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इजराइल पर लगाम लगाने और उसपर प्रतिबंध लगाने की अपील की। लेबनान में हुए सिलसिलेवार धमाकों के बाद हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह आज शाम साढ़े 7 बजे (भारतीय समयानुसार) पहला संबोधन देंगे।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री पर नाराज हुए नेतन्याहू

ब्रिटेन ने कुछ दिन पहले इजराइल को भेजे जाने वाले 30 तरह के हथियारों के लाइसेंस को सस्पेंड कर दिया था। इसे लेकर PM नेतन्याहू ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश सरकार हथियारों की बिक्री रोककर इजराइल के आत्मरक्षा के अधिकार को कमजोर कर रही है। नेतन्याहू ने कहा कि इससे हमास को फायदा पहुंचेगा।

इजराइली PM ने ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव सरकार का जिक्र करते हुए ब्रिटिश अखबार डेली मेल से कहा कि 7 अक्टूबर के हमास नरसंहार के बाद, पिछली ब्रिटिश सरकार ने हमारा खुला समर्थन किया था लेकिन लेबर सरकार की नीति इस मामले में साफ नहीं है।

ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने इस बात से इनकार किया है कि उन्हें लेबनान में हुए ब्लास्ट के बारे में पहले से जानकारी थी। पेजर ब्लास्ट के बाद पेजर पर ताइवानी ब्रांड गोल्ड अपोलो के लेबल दिखाई दिए थे। जब ताइवान से पूछा गया कि क्या इजराइल ने हमले के बारे में ताइवान को पहले बता दिया था। इस पर ताइवान के रक्षा मंत्री वेलिंगटन कू ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी।

बेरूत में घरेलू सोलर सिस्टम को भी निशाना बनाया

बेरूत समेत कई शहरों में घरों के सोलर सिस्टम में भी धमाके हुए। बताया जा रहा है कि बुधवार दोपहर अचानक हुए इन धमाकों के बाद लोग घबरा कर सड़कों पर जमा हो गए। लेबनान के टायरे शहर में सोलर सिस्टम में धमाके से एक परिवार के पांच लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए।

लेबनान सरकार ने सड़कों पर सिविल डिफेंस के सदस्यों को उतारा है। धमाकों से क्षतिग्रस्त हुए घरों के लोगों को शिफ्ट किया जा रहा है। सोलर पैनल में विस्फोट का कनेक्शन पेजर और वॉकी टॉकी से है या नहीं ये अभी तक पता नहीं चल पाया है।

ईरानी समाचार एजेंसी IRNA के मुताबिक लेबनान से 95 लोग बेहतर इलाज के लिए ईरान भेजे गए हैं। ईरानी चैनल पर पोस्ट किए गए कई वीडियो में मरीजों को स्ट्रेचर पर प्लेन में ले जाते हुए दिखाया गया है। उनके सिर और आंखों पर पट्टियां लगी हुई हैं।

वॉकी टॉकी बनाने वाली जापानी कंपनी ने जांच शुरू की

जिन वॉकी-टॉकी में धमाके हुए हैं, उस पर ICOM V82 लिखा है जो कि जापान में बनती हैं। इसे बनाने वाली कंपनी आईकॉम इंक ने कहा कि वे इस दावे की जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जैसे ही उन्हें इस बारे में साफ जानकारी मिलती है वे इस बारे में बताएंगे।

जापानी कंपनी ने कहा कि वे इस दावे की जांच कर रहे हैं कि उनकी बनाई वॉकी-टॉकी में ब्लास्ट हुआ है।
जापानी कंपनी ने कहा कि वे इस दावे की जांच कर रहे हैं कि उनकी बनाई वॉकी-टॉकी में ब्लास्ट हुआ
UNGA में फिलिस्तीन से जुड़े प्रस्ताव पर वोटिंग, भारत ने नहीं लिया हिस्सा। संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में फिलिस्तीन से जुड़े प्रस्ताव पर वोटिंग हुई। हालांकि, भारत ने इसमें हिस्सा नहीं लिया। प्रस्ताव में मांग की गई थी कि इजराइल, कब्जे वाले फिलिस्तीनी इलाके में अपनी अवैध मौजूदगी को 12 महीने के भीतर हटाए।

इस प्रस्ताव के पक्ष में 124 देशों ने वोटिंग की। अमेरिका, अर्जेंटीना, हंगरी समेत 14 देशों ने विरोध में मतदान किया। वहीं, भारत, यूक्रेन, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया समेत 43 देशों ने इसमें हिस्सा नहीं लिया।

आगे क्या… तनाव फैलेगा, ईरान पर जवाबी हमले का दबाव बढ़ रहा

जानकारों के मुताबिक इजराइल के इस आक्रामक रवैये से मिडिल ईस्ट में ईरान की साख पर चोट पहुंची है। इजराइल ने ईरान समर्थक लेबनान के हिजबुल्ला को निशाने पर लिया है। ऐसा कर इजराइल अब ईरान को भड़का रहा है, जिससे ईरान मजबूर होकर जवाब दे।

हिजबुल्लाह का पूरा नेटवर्क ईरान के सपोर्ट से ही चलता है। हिजबुल्लाह ने कहा कि वे इसका बदला लेंगे और इजराइल को अनोखी सजा देंगे। हिजबुल्लाह के लीडर हसन नसरल्लाह गुरुवार को लोगों को संबोधित करेंगे।

हिजबुल्लाह ने सदस्यों को दिए थे पेजर्स

रिपोर्ट्स के मुताबिक जिन पेजर्स में विस्फोट हुआ, उन्हें हाल ही में हिजबुल्लाह ने अपने सदस्यों को इस्तेमाल करने को दिया था। गाजा जंग शुरू होने के बाद हिजबुल्लाह ने अपने सदस्यों को मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने को मना किया था।

इजराइल के किसी संभावित हमले से बचने के लिए यह सलाह दी गई थी। जुलाई में हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह ने लोगों से मोबाइल डिवाइस और सीसीटीवी का इस्तेमाल बंद करने को कहा था, क्योंकि उन्हें डर था कि इजराइली एजेंसी इन्हें हैक कर सकती है।

कौन है हिजबुल्लाह

हिजबुल्लाह शब्द का अर्थ पार्टी ऑफ गॉड है। यह संगठन खुद को शिया इस्लामिक पॉलिटिकिल, मिलिट्री और सोशल आर्गनाइजेशन बताता है। हिजबुल्लाह लेबनान का ताकतवर ग्रुप है। अमेरिका और कई देशों ने इसे आतंकी संगठन घोषित किया हुआ है।

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1980 की शुरुआत में लेबनान पर इजराइल के कब्जे के दौरान इसे ईरान की मदद से बनाया गया था। 1960-70 के दशक में लेबनान में इस्लाम की वापसी के दौरान इसने धीरे-धीरे जड़ें जमानी शुरू कर दी थीं।

ऐसे तो हमास सुन्नी फिलिस्तीनी संगठन है, जबकि ईरान के सपोर्ट वाला हिजबुल्लाह शिया लेबनानी पार्टी है, लेकिन इजराइल के मुद्दे पर दोनों संगठन एकजुट रहते हैं। 2020 और 2023 के बीच, दोनों गुटों ने इजराइल के साथ UAE और बहरीन के बीच समझौते का विरोध किया था।

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    2014 में शी जिनपिंग भारत दौरे पर आए थे। इसके कुछ समय बाद ही डोकलाम में दोनों देशों की सेना आमने-सामने आ गई थी।

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    रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के 50% टैरिफ से भारत के एक्सपोर्ट पर असर पड़ सकता है। भारत का 20% एक्सपोर्ट, जैसे कपड़े, ज्वेलरी और ऑटो पार्ट्स अमेरिका जाता है। इस भारी भरकम टैरिफ से भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.5% से घटकर 5.5% हो सकती है।

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    रेफरेंस लिंक  https://www.faz.net/aktuell/wirtschaft/zollstreit-wie-modi-trump-die-stirn-bietet-110653695.html

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    मुनीर ने भारत को अमेरिका से दी परमाणु जंग की धमकी, अमेरिका का दोगलापन उजागर

    मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 12 अगस्त 2025 |  दिल्ली : मुनीर ने भारत को अमेरिका से दी परमाणु जंग की धमकी, अमेरिका का दोगलापन उजागर हुआ। पाकिस्तान के फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने भारत को परमाणु जंग की धमकी है। मुनीर ने सिंधु जल संधि स्थगित करने को लेकर भारत पर 10 मिसाइलों से हमला कर तबाह करने की बात कही।

    मुनीर ने भारत को अमेरिका से दी परमाणु जंग की धमकी, अमेरिका का दोगलापन उजागर

    पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान की नींव कलमे (इस्लाम धर्म का मूल मंत्र) पर रखी गई है। हम हर मामले में हिंदुओं से अलग हैं। हमारा धर्म अलग है, हमारे रीति-रिवाज अलग हैं। हमारी संस्कृति और सोच अलग है। यही टू-नेशन थ्योरी की नींव थी।

    अमेरिका दौरे पर पहुंचे पाकिस्तानी आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने एक बार फिर से कश्मीर को पाकिस्तान के ‘गले की नस’ बताया है। इससे पहले अप्रैल में भी मुनीर ने ऐसा ही बयान दिया था। उन्होंने कहा था- कश्मीर हमारी गले की नस था, है और रहेगा। हम इसे कभी नहीं भूलेंगे।

    मुनीर ने कहा कि कश्मीर, भारत का आंतरिक मसला नहीं है, बल्कि एक अधूरा अंतरराष्ट्रीय मुद्दा है। उन्होंने कहा कि कश्मीर का मामला संयुक्त राष्ट्र में है और पाकिस्तान उसका समर्थन करता है। फ्लोरिडा के टैम्पा में पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर (बाएं) और अमेरिका के जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल डैन केन।

    फ्लोरिडा के टैम्पा में पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर (बाएं) और अमेरिका के जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल डैन केन।

    मुनीर की डेढ़ महीने में दूसरी बार अमेरिका यात्रा

    पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक मुनीर एक बार फिर से अमेरिका पहुंचे हैं, लेकिन वे कब पहुंचे इसकी तारीख नहीं बताई गई है। मुनीर की यह डेढ़ महीने में दूसरी अमेरिका यात्रा है। उन्होंने फ्लोरिडा के टैम्पा शहर में रविवार को पाकिस्तानी प्रवासियों को संबोधित किया।

    मुनीर ने कहा कि भारत क्षेत्र में अस्थिरता पैदा करने पर तुला हुआ है। उन्होंने आगाह किया कि कोई भी गलती इलाके में बड़े संघर्ष की वजह बन सकती है। मुनीर ने भारत पर झूठे बहाने बनाकर पाकिस्तान पर हमला करने का आरोप लगाया।

    भारत-PAK जंग रोकने के लिए ट्रम्प को शुक्रिया कहा

    मुनीर ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प को धन्यवाद दिया और कहा कि उनकी रणनीति से पाकिस्तान-भारत के बीच युद्ध टला। मुनीर ने इस दौरान उन्होंने भारतीय एजेंसी रॉ (R&AW) को आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया।

    मुनीर ने कहा कि अमेरिका के साथ संभावित व्यापार समझौते से पाकिस्तान में बड़े निवेश की संभावना है। उन्होंने बताया कि अमेरिका, सऊदी अरब, यूएई और चीन के साथ कई समझौते चल रहे हैं, जो आर्थिक सहयोग को बढ़ाएंगे।

    विदेशों में रहने वाले पाकिस्तानियों की तारीफ की

    मुनीर ने विदेशों में रहने वाले पाकिस्तानियों को गर्व बताया और कहा कि उनका पाकिस्तान छोड़ना ‘प्रतिभा पलायन’ का मामला नहीं है, बल्कि ‘प्रतिभा हासिल’ करने का मामला है।

    उन्होंने कहा कि विदेशों में रहने वाले पाकिस्तानी भी अपने देश के लिए उतने ही भावुक हैं, जितना पाकिस्तान में रहने वाले पाकिस्तानी। मुनीर ने उनसे कहा कि वे यकीन रखें पाकिस्तान का भविष्य उज्ज्वल है। उन्होंने लोगों से पाकिस्तान में निवेश बढ़ाने में योगदान देने की अपील की।

    अमेरिकी अधिकारियों से भी मिले मुनीर

    मुनीर ने अमेरिकी सेना के सेंट्रल कमांड (सेंटकॉम) के कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया। उन्होंने निवर्तमान कमांडर जनरल माइकल कुरिल्ला की तारीफ की और नए कमांडर एडमिरल ब्रैड कूपर को शुभकामनाएं दीं।

    इसके अलावा, उन्होंने अमेरिका के जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल डैन केन से भी मुलाकात की और उन्हें पाकिस्तान आने का न्योता दिया। उन्होंने अन्य देशों के रक्षा प्रमुखों से भी बातचीत की।

    इससे पहले जून में अपनी पिछली यात्रा में मुनीर ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ मुलाकात की थी। वह पहले ऐसे पाकिस्तानी सेना प्रमुख बने, जिन्होंने किसी मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति से आमने-सामने बातचीत की।

    पाकिस्तानी सेना के फ़ील्ड मार्शल आसिम मुनीर के हालिया बयान पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया 

    मंत्रालय ने कहा है कि, ‘परमाणु हमले की धमकी देना पाकिस्तान की आदत में शामिल है।’ विदेश मंत्रालय का यह बयान दिप्रिंट में प्रकाशित उस रिपोर्टके बाद आया है, जिसमें आसिम मुनीर की एक चेतावनी का ज़िक्र किया गया है।

    अमेरिका में एक कार्यक्रम के दौरान आसिम मुनीर ने कहा था कि अगर भारत के साथ भविष्य की जंग में पाकिस्तान के अस्तित्व को ख़तरा हुआ तो वह पूरे क्षेत्र को परमाणु युद्ध में झोंक देगा।

    जिस पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, ”हमारा ध्यान उन बयानों की ओर गया है, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि वे पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने अमेरिका की यात्रा के दौरान दिए हैं। परमाणु हमले की धमकी देना पाकिस्तान की आदत में शामिल है।”

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