BSNL के अच्छे दिन सिम की बिक्री चार गुना बढ़ी

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 10 जुलाई 2024 | जयपुर :  रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन-आईडिया ने बीते दिनों अपने सभी रिचार्ज प्लान में इजाफा कर दिया है। सबसे पहले जियो कंपनी ने अपने रिचार्ज महंगे किये थे। इसके बाद इन दोनों कंपनियों ने भी अपने रिचार्ज में करीब 20 प्रतिशत महंगे कर दिए है।

BSNL के अच्छे दिन सिम की बिक्री चार गुना बढ़ी

देश की तीनों बड़ी टेलीकॉम कंपनियों के सभी रिचार्ज प्लान महंगे होने के बाद अब लोगों को अब भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) की याद आ रही है। इसकी वजह यह है कि अन्य टेलीकॉम कंपनियों के मुकाबले सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल के रिचार्ज प्लान्स बहुत सस्ते हैं। तो आइये जानते हैं बीएसएनएल के नए प्लान के बारे में, जो ग्राहकों को अच्छी वैलिडिटी के साथ कई शानदार ऑफर दे रहे हैं।

प्राइवेट टेलीकॉम ऑपरेटर का रिचार्ज प्लान महंगा होने से बीएसएनएल के प्रति मोबाइल यूजर का रुख बढ़ रहा है। जुलाई में बीएसएनएल के सिम की बिक्री चार गुणा बढ़ गई है। दूसरी कंपनियों से बीएसएनएल में पोर्टेबिलिटी में भी तीन गुणा इजाफा हुआ है।

प्राइवेट टेलिकॉम कंपनियों के रिचार्ज प्लान्स के दाम बढ़ने के बाद अब BSNL लगातार अपने ग्राहकों के लिए सस्ते रिचार्ज प्लान्स ऑफर कर रही है। टेलिकॉम सेक्टर में अब सिर्फ सरकारी कंपनी बीएसएनएल ही एक ऐसा ऑप्शन है जिसके पास सबसे कम कीमत के रिचार्ज प्लान्स उपलब्ध हैं। BSNL के पास एक ऐसा रिचार्ज प्लान है जिसने प्राइवेट टेलिकॉम कंपनियों की नंद उड़ा दी है।

पिछले छह दिनों में 2500 नए ग्राहक बने। प्रति महीना बीएसएनएल 5 हजार नए ग्राहक बढ़ रहे हैं। बीसीएनएल अधिकारी इस महीना 25-30 हजार नए ग्राहक बनने की उम्मीद लगा रहे हैं।

जयपुर में अगस्त तक 4जी सेवा हो जायेगी शुरू

बीएसएनएल की 4जी सेवा धनबाद प्रमंडल शुरू हो चुकी है। संताल परगना के दुमका समेत देवघर में 4जी नेटवर्क चालू कर दिया गया है। अगस्त तक धनबाद में चालू होने की संभावना है। मंडल अभियंता मार्केटिंग कमलेश कुमार बताते हैं कि 4जी नेटवर्क पर तेजी से काम चल रहा है। 350 टावर 4जी नेटवर्क से जोड़े जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्र में 20 प्रतिशत 4जी नेटवर्क बढ़ाया जायेगा। इस साल तक पूरा धनबाद जिला 4जी नेटवर्क से लैस होने की संभावना है।

 दूरसंचार मार्केट में जहां रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडा आइडिया जैसी प्रमुख प्राइवेट कंपनियां 5जी क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। वहीं बीएसएनएल अपनी 4जी सेवाओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है। जबसे प्राइवेट दूरसंचार कंपनियों ने अपना टैरिफ बढ़ाया है, तब से लोग बीएसएनएल का नया सिम ले रहे हैं।

छह दिनों में बीएसएनएल 30 हजार से अधिक नये सिम बेच चुकी है। चार जुलाई को बीएसएनएल के बिहार सर्किल में 2500 नये सिम बेचे गये थे। इसके बाद हर दिन लगभग 5500 नये सिम बेच रही है। इसके अलावा 500 से अधिक ग्राहक अन्य कंपनियों को छोड़ कर बीएसएनएल से जुड़े हैं।

निजी कंपनियों की तुलना में बीएसएनएल का टैरिफ 45% कम

बीएसएनएल बिहार सर्किल के सीजीएम शंकर प्रसाद ने बताया कि अन्य कंपनियों की तुलना में बीएसएनएल का टैरिफ 45% कम है। कंपनी लगातार नेटवर्क व तकनीकी विस्तार कर रही है। पहले बीएसएनएल के 1200 से अधिक सिम बिक रहे थे।

व्यापक देशहित के मुद्दों और सामाजिक सरोकारों के लिए आवाज़ उठाने वाले लेकिन अब हर दिन पांच हजार से अधिक सिम लोग खरीद रहे हैं। वहीं, सिम पोर्ट कराने वालों की संख्या भी बढ़ी है। यह बीएसएनएल के प्रति बढ़ते विश्वास को दिखाता है। बीएसएनएल (BSNL) से जुड़ने से क्या फायदा होगा, जानें:-

● प्रति वर्ष 35 हजार करोड़ की लूट बंद हो जायेगी।

● टेलीकॉम कंपनियों की मनमानी बंद होगी।

● देश की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

देश की तीन प्रमुख प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने हाल ही में अपने रिचार्ज प्लान महंगे किए हैं। इन तीनों कंपनियों के प्लान में करीब 25 फीसदी तक का इजाफा हुआ है। निजी कंपनियों के रिचार्ज प्लान महंगे होने के बाद BSNL के अच्छे दिन आये हैं।

BSNL के प्रति लोगों की दीवानगी बढ़ रही है। सोशल मीडिया पर हर रोज BSNL ही ट्रेंड कर रहा है और लोग निजी कंपनियों के बहिष्कार की मांग कर रहे हैं। एयरटेल, जियो और वोडाफोन आइडिया के प्लान महंगे होने के बाद कुछ सर्किल में BSNL के सिम की बिक्री में तीन गुना इजाफा हुआ है। इसके अलावा लाखों यूजर्स ने BSNL में अपने सिम को पोर्ट कराया है।

सोशल मीडिया पर शुरू हुआ बॉयकॉट

हाल ही में जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया (Vi) द्वारा अपने रिचार्ज प्लान्स की कीमतें बढ़ाने के बाद, सोशल मीडिया पर “बॉयकॉट” की मांग जोर पकड़ रही है। इस बढ़ती महंगाई से नाराज उपभोक्ता अपनी असंतुष्टि जाहिर कर रहे हैं और इसके खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।

इस स्थिति में, टेलीकॉम कंपनियों को ग्राहकों की समस्याओं का समाधान ढूंढ़ते हुए सेवा की गुणवत्ता में सुधार करना होगा ताकि वे अपने ग्राहकों को संतुष्ट रख सकें और बाजार में अपनी स्थिति मजबूत बनाए रख सकें।

सोशल मीडिया पर हर रोज BSNL ही ट्रेंड कर रहा है

सोशल मीडिया पर हर रोज BSNL ही ट्रेंड कर रहा है और लोग निजी कंपनियों के बहिष्कार की मांग कर रहे हैं। एयरटेल, जियो और वोडाफोन आइडिया के प्लान महंगे होने के बाद कुछ सर्किल में BSNL के सिम की बिक्री में तीन गुना इजाफा हुआ है। इसके अलावा लाखों यूजर्स ने BSNL में अपने सिम को पोर्ट कराया है।

सोशल मीडिया पर बॉयकॉट की मांग के प्रमुख कारण

  1. कीमतों में बढ़ोतरी: टेलीकॉम कंपनियों द्वारा रिचार्ज प्लान्स की कीमतें बढ़ाने से उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त वित्तीय भार पड़ा है।
  2. सेवा की गुणवत्ता: कई उपभोक्ता सेवा की गुणवत्ता को लेकर पहले से ही असंतुष्ट थे। कीमतों में वृद्धि के बावजूद, उन्हें उम्मीद के मुताबिक सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं।
  3. प्रतिस्पर्धा की कमी: कुछ उपभोक्ताओं का मानना है कि बड़ी टेलीकॉम कंपनियों के बीच उचित प्रतिस्पर्धा की कमी के कारण ये कंपनियां मनमानी कीमतें वसूल रही हैं।
  4. नए विकल्पों की तलाश: उपभोक्ता अब सस्ते और बेहतर सेवाओं की तलाश में अन्य विकल्पों की ओर देख रहे हैं, जैसे कि सरकारी टेलीकॉम सेवाएं या फिर नए और छोटे टेलीकॉम प्रदाता।

एक जिले में हर रोज हो रही 500 नए सिम कार्ड की बिक्री

कई रिपोर्ट्स के मुताबिक जब से प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों के रिचार्ज प्लान महंगे हुए हैं उसके बाद से बीएसएनएल के सिम की बिक्री तीन गुना बढ़ गई है। इसके अलावा BSNL में  पोर्टेबिलिटी में भी ढाई गुना का इजाफा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक बिहार-झारखंड सर्किल के धनबाद में हर रोज BSNL के 500 सिम बिक रहे हैं। 

पिछले महीने यह आंकड़ा हर रोज 150 का था। इसके अलावा महज 6 दिन में BSNL के 2500 नए ग्राहक बने हैं। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान में महज एक महीने में 1,61,083 लोग BSNL से जुड़े हैं। इसी अवधि में एयरटेल को 68,412 और जियो को 6,01,508 ग्राहकों ने अलविदा कहा है।

अगले महीने शुरू हो रही है BSNL की 4जी

बता दें कि अगले महीने देश के तमाम हिस्सों में BSNL की 4जी सर्विस शुरू हो रही है। शुरुआत में ग्राहकों को फ्री में 4जी सिम कार्ड मिलेंगे। इसके अलावा मौजूदा ग्राहकों के सिम कार्ड को भी फ्री में 4जी में अपग्रेड किया जायेगा।

BSNL ने हाल ही में तमिलनाडु के तिरुवल्लुवर जिले में 4जी लॉन्च की है। BSNL 4G के साथ बेहतर कनेक्टिविटी और नेटवर्क का दावा किया गया है। BSNL 4G की इस लॉन्चिंग का फायदा नोचिली, कोलाथुर, पल्लीपेट, थिरुवेल्लावॉयल और पोन्नेरी जैसे इलाकों को होगा। बीएसएनएल के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि इसके बाद तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में 4जी रोलआउट किया जायेगा।

आपको बता दें कि BSNL के पास सस्ते शॉर्ट टर्म वाले प्लान्स तो हैं ही साथ में कंपनी के पास लंबी वैलिडिटी वाले सस्ते और किफायती प्लान्स भी मौजूद हैं। BSNL की लिस्ट में कुछ ऐसे प्लान्स भी हैं जिनमें का सबसे कम कीमत में 300 दिनों की लंबी वैलिडिटी मिलती है। आइए आपको इस प्लान के बारे में डिटेल से जानकारी देते हैं। 

BSNL का 300 दिन वाला सस्ता प्लान

अगर आप कम दाम में लंबी वैलिडिटी चाहते हैं तो इसके लिए BSNL के पास कई शानदार प्लान्स मौजूद हैं। BSNL ने अपने करोड़ों यूजर्स के लिए अपनी लिस्ट में 797 रुपये का एक प्लान ऐड कर रखा है। इस प्लान में आपको 300 दिनों की लंबी वैलिडिटी दी जाती है। जिस कीमत में जियो और एयरटेल जैसी बड़ी कंपनियां आपको सिर्फ 84 दिन या फिर 90 दिन की वैलिडिटी ऑफर करती है वहीं BSNL आपको  300 दिनों की वैलिडिटी दे रहा है। 

यह भी पढ़ें : गहलोत सरकार में डीजीपी रहे एमएल लाठर बने मुख्य सूचना आयुक्त

यूजर्स को मिलेगा ढेर सारा डेटा

आप 300 दिन तक किसी भी नेटवर्क में फ्री अनलिमिटेड कॉल कर सकते हैं। अगर आप अधिक डेटा इस्तेमाल करते हैं तो भी आपको यह प्लान खूब भाने वाला है। इस रिचार्ज प्लान में आपको 2GB डेटा हर दिन मिलेगा। हालांकि यह 2GB डेली डेटा आपको सिर्फ 60 दिन तक ही मिलेगा। कंपनी 60 दिन तक आपको हर दिन 100 फ्री एसएमएस भी ऑफर करती है। 

बिरसा अंबेडकर फुले फातिमा मिशन को आगे बढ़ाने के लिए ‘मूकनायक मीडिया’ को आर्थिक सहयोग जरूर कीजिए 

MOOKNAYAK MEDIA

At times, though, “MOOKNAYAK MEDIA’s” immense reputation gets in the way of its own themes and aims. Looking back over the last 15 years, it’s intriguing to chart how dialogue around the portal has evolved and expanded. “MOOKNAYAK MEDIA” transformed from a niche Online News Portal that most of the people are watching worldwide, it to a symbol of Dalit Adivasi OBCs Minority & Women Rights and became a symbol of fighting for downtrodden people. Most importantly, with the establishment of online web portal like Mooknayak Media, the caste-ridden nature of political discourses and public sphere became more conspicuous and explicit.

Related Posts | संबद्ध पोट्स

छात्रसंघ चुनाव कराने के समर्थन में आये कृषि मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणा

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 15 अगस्त 2025 | जयपुर – सवाई माधोपुर : छात्रसंघ चुनाव कराने के समर्थन में आये हैं कृषि मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणाछात्र संघ चुनाव पर कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने कहा- कई बार जो गलती पहले वाले कर देते हैं, वो हम भी कर देते हैं। वैसे गलती रिपीट नहीं होनी चाहिए। गहलोत साहब भी कहते हैं हर गलती की सजा लंबी पूरी होती है। इतिहास उसे बख्शता नहीं है।

छात्रसंघ चुनाव कराने के समर्थन में आये कृषि मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणा

छात्रसंघ चुनाव करवाने या न करवाने के सवाल पर किरोड़ी ने कहा- छात्रसंघ चुनाव पर यह तो आप मुख्यमंत्री से पूछें। मैं तो कहने के लिए अधिकृत ही नहीं हूं। मूकनायक मीडिया से बातचीत करते हुए कल प्रोफ़ेसर राम लखन मीणा ने भी छात्रसंघ चुनाव कराने की माँग की थी। 

राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व सिंडिकेट सदस्य प्रोफ़ेसर राम लखन मीणा का कहना है कि “राज्य सरकार द्वारा लोकतांत्रिक व्यवस्था को दबाने का प्रयास कारण दुर्भाग्यपूर्ण है। राज्य सरकार के  इस निर्णय से आम छात्रों का असहज होना स्वाभाविक है।”

प्रोफ़ेसर मीणा ने मूकनायक मीडिया से क्याह भी कहा कि “ऐसे में सरकार से डिमांड है कि सरकार छात्रसंघ चुनाव के माध्यम से यूथ लीडरशिप स्किल डेवलप करने की व्यवस्था के बारे में सोचें तो आवाज दबाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी, लेकिन सरकार नहीं चाहती कि युवा वर्ग, महिलाएं उनके खिलाफ आवाज उठायें। स्टूडेंट वेलफेयर के लिए छात्रसंघ चुनाव जरुरी है। इससे एक तरफ  छात्रों का सर्वांगींण विकास होता है, वहीं दूसरी तरफ लोकतंत्र के पहरी तैयार होते हैं।”

छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाने पर इशारों में उठाए सवाल

किरोड़ी के बयान को नसीहत के तौर पर देखा जा रहा है। किरोड़ी ने छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाने के सरकार के फैसले को पिछली सरकार की गलती रिपीट करने के तौर पर देखा है। किरोड़ी ने इसकी जिम्मेदारी उच्च स्तर पर डालते हुए खुद का स्टैंड साफ करने का प्रयास किया है।

सरकार ने छात्रसंघ चुनाव कराने से मना कर दिया था

राज्य सरकार ने 13 अगस्त को हाईकोर्ट में जवाब पेश करते हुए प्रदेश में छात्रसंघ चुनाव कराने से मना कर दिया था। इसमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने का हवाला देकर चुनाव करवा पाना असंभव बताया था।

सरकार ने लिंगदोह कमेटी की सिफारिश का हवाला देते हुए कहा था- सत्र शुरू होने के 8 सप्ताह में चुनाव करवाए जाने चाहिए थे। फिलहाल यह भी संभव नहीं दिख रहा। जवाब में 9 यूनिवर्सिटी के कुलगुरुओं की सिफारिश भी शामिल की गई थी। इसमें कुलगुरुओं ने शैक्षणिक सत्र, कक्षाओं के कार्यक्रम का हवाला देते हुए चुनाव नहीं कराने की राय दी थी।

मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने कहा-

QuoteImage

मैं छह बार एमएलए बन गया। तीन बार सांसद रहा हूं, लेकिन मैं छात्र राजनीति से बिल्कुल जुड़ा हुआ नहीं रहा। छात्र राजनीति से बहुत से लोग MLA, MP और मंत्री बने हैं, इसे नकारा नहीं जा सकता। मेरे जैसे बहुत से ऐसे लोग भी हैं, जो छात्र राजनीति से नहीं आए। कम से कम मैं उदाहरण हूं।

QuoteImage

किरोड़ी ने ये बातें जयपुर में मीडिया से बातचीत में कही। इससे पहले कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने सवाई माधोपुर में ध्वजारोहण किया था। सवाई माधोपुर में स्वतंत्रता दिवस समारोह पर परेड की सलामी लेते कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा।

सवाई माधोपुर में स्वतंत्रता दिवस समारोह पर परेड की सलामी लेते कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा।

जो छात्रसंघ चुनाव बंद कर गए, वो किस मुंह से बात कर रहे

कृषि मंत्री ने कहा- छात्रसंघ के मामले में कमेंट नहीं कर सकते, उच्च स्तर से निर्णय होता है। जो लोग पिछले राज में छात्रसंघ चुनाव खत्म कर गए, वो किस मुंह से इनकी बात कर रहे हैं, यह समझ से बाहर है। उन्होंने छात्रसंघ चुनाव क्यों रोका?

यह भी पढ़ें : ‘राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाना दुर्भाग्यपूर्ण’ प्रोफ़ेसर राम लखन मीणा

किरोड़ी ने कहा- लोकतंत्र में कोई कानून हाथ में लेता है तो कार्रवाई होती है। गहलोत साहब कह रहे हैं, तो उन्होंने तो मेरे पर भी लाठियां बरसाई थीं। कांग्रेस राज में मेरे पर उदयपुर में लाठियां बरसाईं। सीकर जा रहा था तो वहां भी लाठियां बरसाई थीं।

किस यूनिवर्सिटी के कुलगुरु ने सिफारिश में क्या कहा था, जानिए…

चुनाव में भय का माहौल रहता है

राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर की कुलगुरु प्रोफेसर अल्पना कटेजा ने अपनी सिफारिश में कहा था- साल 2023-24 में भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने के कारण ही छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाए गए थे। चुनाव में छात्रों का वोटर टर्नआउट भी 25 से 30 प्रतिशत से भी कम होता है। चुनाव होने से परीक्षा परिणाम में देरी होती है। इससे कारण राज्य के विद्यार्थी अन्य राज्यों में प्रवेश और प्रतियोगी परीक्षाओं से वंचित हो जाते हैं।

छात्रसंघ चुनाव स्थगित रखना उपयुक्त

महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय बीकानेर के कुलगुरु प्रोफेसर मनोज दीक्षित ने अपनी सिफारिश में कहा था- राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू होने के बाद छात्रसंघ चुनाव कराना संभव नहीं है। शैक्षणिक माहौल के लिए सभी विश्वविद्यालयों के लिए अम्ब्रेला नीति विकसित करनी होगी।

शिक्षा सर्वोपरि, लाखों पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य का सवाल

मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर की कुलगुरु प्रोफेसर सुनीता मिश्रा ने अपनी सिफारिश में कहा था- साल 2022-23 में चुनाव करवाए गए थे। उसके बाद विश्वविद्यालय में गंदगी, पंपलेट, पोस्टर और तोड़फोड़ को ठीक करने में डेढ़ साल लग गया था। 3-3 महीने में सेमेस्टर परीक्षा का परिणाम घोषित करना जरूरी होता है।

चुनावी माहौल से पढ़ाई बाधित होती है

कोटा विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर भगवती प्रसाद सारस्वत ने कहा था- राष्ट्रीय शिक्षा नीति 25 प्रतिशत ही लागू हो पाई है। कोई भी महाविद्यालय छात्रसंघ चुनाव के पक्ष में नहीं है। चुनावी माहौल से पढ़ाई बाधित होती है।

चुनाव से 2 महीने का टाइम टेबल बाधित होगा

एमबीएम विश्वविद्यालय जोधपुर के कुलगुरु प्रोफेसर अजय शर्मा ने कहा था- यदि चुनाव होते हैं तो लगभग 2 महीने का टाइम टेबल बाधित होगा। इसलिए इन परिस्थितियों में छात्रसंघ चुनाव कराना संभव नहीं है।

चुनावों में तोड़फोड़-प्रदर्शन आम बात

पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय सीकर के कुलगुरु प्रोफेसर अनिल रॉय ने अपनी सिफारिश में कहा- अभी छात्रसंघ चुनाव करवाना राष्ट्रीय शिक्षा नीति के समयबद्ध रूप से लागू करने के कारण संभव नहीं है। छात्रसंघ चुनाव के लिए लिंगदोह समिति की सिफारिश की पूर्ण पालन होनी चाहिए।

चुनाव होते हैं तो स्थिति विपरीत हो जायेगी

महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर ने प्रोफेसर सुरेश कुमार अग्रवाल ने कहा था- अभी वार्षिक परीक्षा पद्धति वाले और राष्ट्रीय शिक्षा नीति की तरह सेमेस्टर सिस्टम के कोर्सेज चल रहे हैं। इनके परीक्षा परिणाम नहीं आए हैं। यदि छात्रसंघ चुनाव होते हैं तो स्थिति बहुत ही विपरीत हो जायेगी।

बिरसा अंबेडकर फुले फातिमा मिशन को आगे बढ़ाने के लिए ‘मूकनायक मीडिया’ को आर्थिक सहयोग जरूर कीजिए 

सब इंस्पेक्टर भर्ती 2021 की एसओजी जाँच की आँच अशोक गहलोत के घर तक पहुँची, PSO गिरफ्तार

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 10 अगस्त 2025 |  जयपुर – अजमेर : एसओजी ने शुक्रवार देर रात SI पेपर लीक से जुड़े मामले में राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत के पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO) राजकुमार यादव और उसके बेटे भरत यादव को गिरफ्तार किया है। राजकुमार यादव और उसके बेटे भरत यादव को तीन दिन की रिमांड पर भेजा गया है।

सब इंस्पेक्टर भर्ती 2021 की एसओजी जाँच की आँच अशोक गहलोत के घर तक पहुँची

मामले को लेकर पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने पोस्ट की। किसी भी व्यक्ति की अपराध में कोई संलिप्तता हो तो कानून अपना काम करें। एसओजी रात से दोनों से पूछताछ कर रही है। अब तक जांच में सामने आया है कि राजकुमार यादव ने बेटे के लिए सब इंस्पेक्टर का पेपर खरीदा था। राजकुमार यादव का बेटा भरत यादव भर्ती एग्जाम में पास हो गया था। इसके बाद फिजिकल में फेल हो गया।

अशोक गहलोत के सीएम रहने के दौरान राजकुमार यादव उनकी सुरक्षा में तैनात था। प्रदेश में बीजेपी सरकार बनने के बाद अशोक गहलोत का PSO लग गया था। इन्हें कोर्ट में पेश कर दिया गया है। अब रिमांड पर लिया जाएगा। शनिवार दोपहर राजकुमार यादव को कोर्ट में पेश किया गया।

शनिवार दोपहर राजकुमार यादव को कोर्ट में पेश किया गया।

पूर्व वर्ती सरकार के संरक्षण में नकल माफिया ने पेपर लीक किये

मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा- मैंने कई बार दोहराया था कि पूर्ववर्ती सरकार के संरक्षण में नकल माफिया ने पेपर लीक किये। आज SI भर्ती में SOG की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पीएसओ राजकुमार यादव और उनके बेटे भरत यादव की गिरफ्तारी से इसकी पुष्टि हो गई है। यदि गहलोत सरकार की नकल माफिया के साथ साठगांठ नहीं होती तो युवाओं के साथ इतना बड़ा अन्याय नहीं होता।

अशोक गहलोत ने एक्स पर लिखा…

मीडिया के माध्यम से जानकारी में आया है कि मेरी सुरक्षा में तैनात जयपुर पुलिस लाइन के एक हेड कांस्टेबल एवं उनके पुत्र को SOG ने हिरासत में लिया है। किसी भी व्यक्ति की अपराध में कोई संलिप्तता हो तो कानून अपना काम करे। मुझे आशा है कि SOG बिना किसी दबाव के इस मामले की जांच कर एक तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचेगी।

यह भी पढ़ें : डूँगरी बाँध और डीएमआईसी भूमि-हड़प अभियान

अब पढ़िए… 2021 की भर्ती का सिलसिलेवार घटनाक्रम

  • RPSC ने साल 2021 में सब इंस्पेक्टर व प्लाटून कमांडर के 859 पदों पर भर्ती निकाली थी।
  • भर्ती परीक्षा में पेपर लीक के आरोप लगे, सरकार ने जांच SOG को दी। एसओजी ने ट्रेनी SI सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया।
  • भर्ती को रद्द करने की मांग को लेकर हाईकोर्ट में कई याचिकाएं दायर हुईं। जस्टिस समीर जैन की अदालत ने 18 नवंबर, 6 जनवरी और 9 जनवरी को पूरी भर्ती प्रक्रिया पर यथास्थिति के आदेश दिए थे।
  • हाईकोर्ट की एकलपीठ के आदेश के बाद पुलिस मुख्यालय ने 10 जनवरी 2025 को आदेश जारी करते हुए भर्ती में फील्ड ट्रेनिंग पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी। यह रोक आज भी जारी है।

नयी भर्ती 2025 की कवायद शुरू

राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की ओर से निकाली गई उपनिरीक्षक/प्लाटून कमांडर के 1015 पद के लिए आवेदन कल यानि 10 अगस्त से शुरू होंगे। इसके लिए आवेदन की लास्ट डेट 8 सितंबर तक है। आयोग ने इसके लिए एग्जाम की डेट 5 अप्रैल 2026 प्रस्तावित की है।

साल 2021 में निकाली गई सब इंस्पेक्टर व प्लाटून कमांडर के 859 पदों पर भर्ती परीक्षा में पेपर लीक के आरोप लगे। एसओजी ने ट्रेनी SI सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया। फिलहाल इसे रद्द करना है या नहीं, इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

सब इंस्पेक्टर भर्ती की तैयारी के लिए फ्री कोचिंग Link

आवेदन संबंधित जानकारी

  • शैक्षणिक योग्यता– किसी भी यूनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री, अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रहे कैंडिडेट्स भी आवेदन कर सकते हैं, लेकिन इंटरव्यू शुरू होने की डेट तक तय योग्यता होना जरूरी है।
  • आयु सीमा, तीन साल की छूट– कैंडिडेट्स की आयु 1 जनवरी 2026 को न्यूनतम 20 साल और अधिकतम 25 साल होनी चाहिए। आयोग की ओर से इससे पहले साल 2021 में भर्ती निकाली गई थी। इसलिए इस बार कैंडिडेट्स को तीन साल की अतिरिक्त छूट दी गई है।
  • सिलेक्शन– लिखित परीक्षा व इंटरव्यू से चयन होगा। विस्तृत पाठ्यक्रम आयोग की वेबसाइट पर अलग से जारी होगा। लिखित परीक्षा में 200-200 अंक के दो पेपर होंगे।
  • परीक्षा – मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन में (ऑफलाइन/ऑनलाइन) ली जाएगी। एग्जाम की डेट 5 अप्रैल 2026 प्रस्तावित है।

सब इंस्पेक्टर भर्ती से सम्बन्धित अधिक जानकारी के लिए करें यहां क्लिक

बिरसा अंबेडकर फुले फातिमा मिशन को आगे बढ़ाने के लिए ‘मूकनायक मीडिया’ को आर्थिक सहयोग जरूर कीजिए 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Primary Color

Secondary Color

Layout Mode