कमला हैरिस होंगी डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति उम्मीदवार

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 03 अगस्त 2024 | जयपुर : अमेरिका चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ डेमोक्रेटिक पार्टी से भारतीय मूल की कमला हैरिस राष्ट्रपति उम्मीदवार होंगी। डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने के लिए चल रहे चुनाव में उन्होंने जीत के लिए जितने डेलिगेट्स का समर्थन चाहिए होता है, उतना हासिल कर लिया है।

कमला हैरिस होंगी डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति उम्मीदवार

डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी की चेयर जैमी हैरिसन ने शुक्रवार को कहा कि 4 हजार डेलिगेट्स में से मेजॉरिटी वोट्स कमला को मिल चुके हैं। 1 अगस्त से शुरू हुई वोटिंग 6 अगस्त तक चलेगी। उसके बाद ही उनकी जीत की आधिकारिक घोषणा होगी।

कमला हैरिस होंगी डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति उम्मीदवार

इससे अब यह साफ हो गया है कि रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ कमला चुनाव लड़ेंगी। वे राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ने वाली अमेरिका की पहली अश्वेत महिला और साउथ एशियन महिला होंगी।

चुनाव में मेजॉरिटी वोट्स मिलने के बाद कमला ने कहा कि मैं सम्मानित महसूस कर रही हूं। मैं अगले सप्ताह आधिकारिक तौर पर नामांकन स्वीकार करूंगी। राष्ट्रपति पद के लिए कमला की उम्मीदवारी की आधिकारिक घोषणा के बाद नए सिरे से चुनावी कैंपेन की शुरुआत करेंगी। अमेरिका में 5 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। अगले साल जनवरी में नतीजे घोषित किए जाएंगे।

बराक और मिशेल ओबामा ने शुक्रवार को जारी एक वीडियो में भारतवंशी कमला हैरिस की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी का समर्थन किया था।

बाइडेन के हटने के 24 घंटे में कमला को मिला था समर्थन

 21 जुलाई को अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने राष्ट्रपति चुनाव से अपना नाम वापस लेने की घोषणा की थी। तब उन्होंने कमला का नाम आगे बढ़ाया था। इसके बाद हैरिस ने चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। बराक और मिशेल ओबामा ने शुक्रवार को जारी एक वीडियो में भारतवंशी कमला हैरिस की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी का समर्थन किया था।

बाइडेन के पीछे हटने के अगले ही दिन 22 जुलाई को कमला ने डेमोक्रेटिक पार्टी से नॉमिनेशन के लिए बहुमत हासिल कर लिया था। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, कमला हैरिस को 4 हजार में से 1976 डेलिगेट्स का समर्थन मिल गया था।

इसके बाद 26 जुलाई को उन्होंने नॉमिनेशन के लिए फॉर्म भरते हुए आधिकारिक तौर पर अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की थी। बाइडेन के रेस से हटने के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के सभी बड़े नेता कमला हैरिस को समर्थन दे चुके हैं। इनमें पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, उनकी पत्नी मिशेल ओबामा समेत बिल और हिलेरी क्लिंटन शामिल हैं।

4 पोल्स में हैरिस आगे, 8 में ट्रम्प को बढ़त

बाइडेन के चुनाव से बाहर होने के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी को फायदा मिला है। कम से कम 4 पोल्स में कमला हैरिस, ट्रम्प से आगे चल रही हैं। हालांकि, अभी भी ज्यादा पोल्स में ट्रम्प आगे हैं। ट्रम्प कम से कम 8 पोल्स में हैरिस से आगे चल रहे हैं, लेकिन यहां पर उनके बीच मार्जिन कम हो रहा है।

31 जुलाई को जारी इकोनॉमिस्ट/यूगोव पोल्स में हैरिस, ट्रम्प से दो प्वाइंट से आगे हैं। कमला को 46% वहीं ट्रम्प को 44% वोटर्स की पसंद हैं। 30 जुलाई को जारी रॉयटर्स/इप्सोस पोल्स में भी हैरिस एक प्वाइंट से आगे हैं। इसमें कमला को 43% वहीं, ट्रम्प को 42% लोगों की पसंद बताया गया है।

सर्वे में कमला ने ट्रम्प को पछाड़ा

राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए कमला का नाम सामने आने के बाद से अमेरिकी पोल्स में डेमोक्रेटिक पार्टी की परफॉर्मेंस बेहतर हो गई है। मॉर्निंग कंसल्ट पोल के मुताबिक 7 अहम राज्यों में से अब कमला 4 में रिपब्लिकन प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रम्प से आगे हैं।

रॉयटर्स और इप्सोस के सर्वे में भी हैरिस ट्रम्प से आगे निकल गई हैं। वहीं ट्रम्प 2 राज्यों में लीड कर रहे हैं। एक सीट पर मुकाबला बराबरी का है। जबकि बाइडेन के चुनाव मैदान में रहते समय वे इन सभी राज्यों में ट्रम्प से पिछड़ रहे थे। दूसरी ओर, कमला ने डेमोक्रेटिक पार्टी में अपना प्रभाव और बढ़ा लिया है।

ट्रम्प बोले- कमला भारतीय हैं या अश्वेत यह साफ नहीं

इससे पहले बुधवार को अमेरिकी राज्य एरिजोना में एक रैली के दौरान ट्रम्प की पार्टी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जेडी वेंस ने कमला हैरिस को नकली कहा है। वेंस ने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि कमला कनाडा में पली-बढ़ी हैं।

इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक इंटरव्यू के दौरान हैरिस की नस्लीय पहचान पर सवाल उठाए। ट्रम्प ने कहा कि कमला हैरिस हमेशा से खुद को भारतीय विरासत से जुड़ा बताती थीं, लेकिन अचानक कुछ साल पहले वे अश्वेत हो गईं।

ट्रम्प ने कहा कि उन्हें कई सालों तक पता नहीं था कमला अश्वेत हैं, उन्हें लगता रहा कि वे भारतीय मूल की हैं। अब कुछ सालों से कमला खुद को अश्वेत बताने लगी हैं। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि कमला चाहती हैं कि वे अश्वेत महिला के तौर पर दुनिया में जानी जाएं, इसलिए मुझे नहीं पता कि वे भारतीय हैं या अश्वेत।

अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बनने पर गर्व

इस मौके पर उपराष्ट्रपति हैरिस ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि मुझे अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बनने पर गर्व है। मैं अगले सप्ताह आधिकारिक रूप से नामांकन स्वीकार करूंगी। यह अभियान लोगों के एक साथ आने के बारे में है, जो देश के प्यार से प्रेरित हैं, ताकि हम जो हैं उसमें से सर्वश्रेष्ठ के लिए लड़ सकें।

ऐसा करने वाली पहली भारत व अफ्रीकी मूल की महिला बनी हैरिस

राष्ट्रपति पद के टिकट पर शीर्ष पर पहुंचने वाली वह पहली भारत व अफ्रीकी मूल की महिला बन गई हैं। डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी के अध्यक्ष जैमे हैरिसन ने वोटों की वर्चुअल रोल कॉल की समाप्ति के बाद कहा, मुझे यह पुष्टि करते हुए बहुत गर्व हो रहा है कि उपराष्ट्रपति हैरिस ने सभी डेलीगेट्स प्रतिनिधियों से बहुमत से अधिक वोट हासिल किए हैं और मतदान समाप्त होने के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार होंगी।

अगले सप्ताह वर्चुअल वोटिंग अवधि समाप्त होने के बाद हैरिस आधिकारिक तौर पर नामांकन स्वीकार कर लेंगी। वह 22 अगस्त को शिकागो में डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन में इसे औपचारिक रूप से स्वीकार करेंगी। अगले कुछ दिनों में, वह उपराष्ट्रपति पद के लिए अपने उम्मीदवार की भी घोषणा कर सकती हैं।

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मोदी ने ट्रम्प का 4 बार फोन नहीं उठाया बातचीत से इनकार जर्मन अखबार का खुलासा

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 27 अगस्त 2025 | जयपुर – फ्रेंकफर्ट : अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने टैरिफ को लेकर प्रधानमंत्री मोदी को चार कॉल किये थे, लेकिन पीएम मोदी ने उनसे एक बार भी बात नहीं की। इससे दोनों नेताओं के बीच तनाव बढ़ गया। यह दावा जर्मन न्यूज पेपर #FAZ ने किया है। हालांकि अखबार ने अपनी रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया है कि ये कॉल कब किये गये थे।

मोदी ने ट्रम्प का 4 बार फोन नहीं उठाया बातचीत से इनकार जर्मन अखबार का खुलासा

एक जर्मन अखबार के मुताबिक ट्रम्प की आक्रामक ट्रेड पॉलिसी और भारत को ‘डेड इकोनॉमी’ कहने से मोदी नाराज हैं। पहले दोनों नेताओं के बीच अच्छे रिश्ते थे, लेकिन अब भारत ने अमेरिका के साथ व्यापार समझौते के लिए होने वाली बातचीत रद्द कर दी है। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल को नई दिल्ली आने से रोक दिया गया।

ट्रम्प ने भारत पर कुल 50% टैरिफ लगाया है, जिसमें से 25% टैरिफ जुर्माने के तौर पर लगाया गया है, जो 27 अगस्त यानी कल से लागू होगा। ट्रम्प का कहना है कि भारत के रूसी तेल खरीदने की वजह से पुतिन को यूक्रेन के खिलाफ जंग जारी रखने में मदद मिल रही है।

जर्मन अखबार में एक्सपर्ट्स के हवाले से लिखा है- आमतौर पर ट्रम्प का तरीका यह है कि पहले वे किसी देश पर व्यापार घाटे को लेकर हमला बोलते हैं, फिर ऊंचे टैरिफ की धमकी देते हैं। इसके बाद डरकर बातचीत शुरू होती है और आखिरकार वह ऊंचा टैरिफ लगाकर, फिर कुछ छूट देकर खुद को विजेता बताने की कोशिश करते हैं।

कई देशों के साथ ऐसा हुआ है और ट्रम्प ने यह दिखाया कि अमेरिकी बाजार पर उनकी पकड़ कितनी मजबूत है, लेकिन मोदी ने इस बार झुकने से इनकार कर दिया।

न्यूयॉर्क के न्यू स्कूल के भारत-चीन इंस्टीट्यूट के को-डॉयरेक्टर मार्क फ्रेजियर का कहना है कि अमेरिका की भारत को चीन के खिलाफ इस्तेमाल करने की रणनीति नाकाम हो रही है। भारत ने कभी भी चीन के खिलाफ अमेरिका के साथ पूरी तरह खड़े होने का वादा नहीं किया था।

ट्रम्प के रवैये ने मोदी को एक दशक पुराना अपमान याद दिलाया

अखबार ने लिखा है कि पीएम मोदी को ट्रम्प के बर्ताव से बहुत ज्यादा बुरा महसूस हुआ है। वह मोदी को उस पुराने अपमान की याद दिला रहे हैं, जो लगभग एक दशक पहले उन्हें जिनपिंग से मिला था। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग तब गुजरात आए थे और मोदी से दोस्ती का वादा किया था, लेकिन उसी समय चीन की सेना हिमालय में भारतीय इलाके में घुस आई थी।

इसके बाद भी मोदी ने जिनपिंग से अच्छे रिश्ते बनाने की कोशिश की, लेकिन हालात तब और बिगड़ गए जब चीनी सैनिकों से भारतीय जवानों की झड़प हो गई। उस घटना के बाद से कहा जाता है कि मोदी के मन में गहरी कड़वाहट बैठ गई।

यहां तक कि दिल्ली के पास ही ट्रम्प के नाम से लग्जरी टावर बने, जिनके 300 फ्लैट (कीमत 108 करोड़ रुपए तक) एक ही दिन में बिक गए, लेकिन हाल की घटनाओं ने माहौल बदल दिया। ट्रम्प ने भारत को ‘डेड इकोनॉमी’ कहकर अपमानित किया। इससे दोनों देशों के रिश्तों में कड़वाहट आ गई।

अब ट्रम्प का रवैया भी कुछ ऐसा ही हो गया है। फरवरी में वे मोदी को व्हाइट हाउस बुलाकर उनकी तारीफ कर रहे थे और उन्हें एक फोटो एल्बम भेंट कर रहे थे। दोनों देशों के रिश्ते काफी बेहतर चल रहे थे। 2014 में शी जिनपिंग भारत दौरे पर आए थे। इसके कुछ समय बाद ही डोकलाम में दोनों देशों की सेना आमने-सामने आ गई थी।

2014 में शी जिनपिंग भारत दौरे पर आए थे। इसके कुछ समय बाद ही डोकलाम में दोनों देशों की सेना आमने-सामने आ गई थी।

ट्रम्प-वियतनाम टैरिफ विवाद की वजह से सतर्क थे मोदी

अखबार में बताया गया है कि मोदी, वियतनाम लीडर और ट्रम्प के बीच हुए विवाद को लेकर भी सतर्क थे। दरअसल, ट्रम्प ने वियतनाम के सुप्रीम लीडर तो लम से टैरिफ मामले को लेकर फोन पर बात की थी।

इस बातचीत में कोई पक्का समझौता नहीं हुआ था। लेकिन ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर ऐलान कर दिया कि उन्होंने वियतनाम के साथ व्यापार समझौता कर लिया है, जबकि हकीकत में ऐसा नहीं हुआ था।

अखबार लिखता है कि मोदी नहीं चाहते कि भारत भी ऐसे किसी ‘स्टंट’ का हिस्सा बने, इसलिए उन्होंने ट्रम्प से बातचीत को लेकर साफ मना कर दिया। इसीलिए मोदी ने अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल की प्रस्तावित दिल्ली यात्रा रद्द कर दी और संदेश दिया कि भारत ट्रम्प की इस कॉन्ट्रोवर्सी का हिस्सा नहीं बनेगा।

भारत की ग्रोथ रेट 1% तक घट सकती है

रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के 50% टैरिफ से भारत के एक्सपोर्ट पर असर पड़ सकता है। भारत का 20% एक्सपोर्ट, जैसे कपड़े, ज्वेलरी और ऑटो पार्ट्स अमेरिका जाता है। इस भारी भरकम टैरिफ से भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.5% से घटकर 5.5% हो सकती है।

इसके अलावा ट्रम्प ने पाकिस्तान में ऑयल रिजर्व डेवलप करने की बात कही थी और पाकिस्तानी सेना प्रमुख को व्हाइट हाउस में आमंत्रित किया था। ये फैसले भी भारत को नाराज करने वाले थे।

ट्रम्प पिछले 3 महीने में करीब 30 बार भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने का दावा कर चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी साफ तौर पर इससे इनकार कर चुके हैं। भारत का साफ कहना है कि दोनों देशों के बीच सीजफायर आपसी बातचीत से हुआ है, इसमें किसी तीसरे पक्ष का रोल नहीं है।

रेफरेंस लिंक  https://www.faz.net/aktuell/wirtschaft/zollstreit-wie-modi-trump-die-stirn-bietet-110653695.html

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मुनीर ने भारत को अमेरिका से दी परमाणु जंग की धमकी, अमेरिका का दोगलापन उजागर

मूकनायक मीडिया ब्यूरो | 12 अगस्त 2025 |  दिल्ली : मुनीर ने भारत को अमेरिका से दी परमाणु जंग की धमकी, अमेरिका का दोगलापन उजागर हुआ। पाकिस्तान के फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने भारत को परमाणु जंग की धमकी है। मुनीर ने सिंधु जल संधि स्थगित करने को लेकर भारत पर 10 मिसाइलों से हमला कर तबाह करने की बात कही।

मुनीर ने भारत को अमेरिका से दी परमाणु जंग की धमकी, अमेरिका का दोगलापन उजागर

पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान की नींव कलमे (इस्लाम धर्म का मूल मंत्र) पर रखी गई है। हम हर मामले में हिंदुओं से अलग हैं। हमारा धर्म अलग है, हमारे रीति-रिवाज अलग हैं। हमारी संस्कृति और सोच अलग है। यही टू-नेशन थ्योरी की नींव थी।

अमेरिका दौरे पर पहुंचे पाकिस्तानी आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने एक बार फिर से कश्मीर को पाकिस्तान के ‘गले की नस’ बताया है। इससे पहले अप्रैल में भी मुनीर ने ऐसा ही बयान दिया था। उन्होंने कहा था- कश्मीर हमारी गले की नस था, है और रहेगा। हम इसे कभी नहीं भूलेंगे।

मुनीर ने कहा कि कश्मीर, भारत का आंतरिक मसला नहीं है, बल्कि एक अधूरा अंतरराष्ट्रीय मुद्दा है। उन्होंने कहा कि कश्मीर का मामला संयुक्त राष्ट्र में है और पाकिस्तान उसका समर्थन करता है। फ्लोरिडा के टैम्पा में पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर (बाएं) और अमेरिका के जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल डैन केन।

फ्लोरिडा के टैम्पा में पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर (बाएं) और अमेरिका के जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल डैन केन।

मुनीर की डेढ़ महीने में दूसरी बार अमेरिका यात्रा

पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक मुनीर एक बार फिर से अमेरिका पहुंचे हैं, लेकिन वे कब पहुंचे इसकी तारीख नहीं बताई गई है। मुनीर की यह डेढ़ महीने में दूसरी अमेरिका यात्रा है। उन्होंने फ्लोरिडा के टैम्पा शहर में रविवार को पाकिस्तानी प्रवासियों को संबोधित किया।

मुनीर ने कहा कि भारत क्षेत्र में अस्थिरता पैदा करने पर तुला हुआ है। उन्होंने आगाह किया कि कोई भी गलती इलाके में बड़े संघर्ष की वजह बन सकती है। मुनीर ने भारत पर झूठे बहाने बनाकर पाकिस्तान पर हमला करने का आरोप लगाया।

भारत-PAK जंग रोकने के लिए ट्रम्प को शुक्रिया कहा

मुनीर ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प को धन्यवाद दिया और कहा कि उनकी रणनीति से पाकिस्तान-भारत के बीच युद्ध टला। मुनीर ने इस दौरान उन्होंने भारतीय एजेंसी रॉ (R&AW) को आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया।

मुनीर ने कहा कि अमेरिका के साथ संभावित व्यापार समझौते से पाकिस्तान में बड़े निवेश की संभावना है। उन्होंने बताया कि अमेरिका, सऊदी अरब, यूएई और चीन के साथ कई समझौते चल रहे हैं, जो आर्थिक सहयोग को बढ़ाएंगे।

विदेशों में रहने वाले पाकिस्तानियों की तारीफ की

मुनीर ने विदेशों में रहने वाले पाकिस्तानियों को गर्व बताया और कहा कि उनका पाकिस्तान छोड़ना ‘प्रतिभा पलायन’ का मामला नहीं है, बल्कि ‘प्रतिभा हासिल’ करने का मामला है।

उन्होंने कहा कि विदेशों में रहने वाले पाकिस्तानी भी अपने देश के लिए उतने ही भावुक हैं, जितना पाकिस्तान में रहने वाले पाकिस्तानी। मुनीर ने उनसे कहा कि वे यकीन रखें पाकिस्तान का भविष्य उज्ज्वल है। उन्होंने लोगों से पाकिस्तान में निवेश बढ़ाने में योगदान देने की अपील की।

अमेरिकी अधिकारियों से भी मिले मुनीर

मुनीर ने अमेरिकी सेना के सेंट्रल कमांड (सेंटकॉम) के कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया। उन्होंने निवर्तमान कमांडर जनरल माइकल कुरिल्ला की तारीफ की और नए कमांडर एडमिरल ब्रैड कूपर को शुभकामनाएं दीं।

इसके अलावा, उन्होंने अमेरिका के जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल डैन केन से भी मुलाकात की और उन्हें पाकिस्तान आने का न्योता दिया। उन्होंने अन्य देशों के रक्षा प्रमुखों से भी बातचीत की।

इससे पहले जून में अपनी पिछली यात्रा में मुनीर ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ मुलाकात की थी। वह पहले ऐसे पाकिस्तानी सेना प्रमुख बने, जिन्होंने किसी मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति से आमने-सामने बातचीत की।

पाकिस्तानी सेना के फ़ील्ड मार्शल आसिम मुनीर के हालिया बयान पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया 

मंत्रालय ने कहा है कि, ‘परमाणु हमले की धमकी देना पाकिस्तान की आदत में शामिल है।’ विदेश मंत्रालय का यह बयान दिप्रिंट में प्रकाशित उस रिपोर्टके बाद आया है, जिसमें आसिम मुनीर की एक चेतावनी का ज़िक्र किया गया है।

अमेरिका में एक कार्यक्रम के दौरान आसिम मुनीर ने कहा था कि अगर भारत के साथ भविष्य की जंग में पाकिस्तान के अस्तित्व को ख़तरा हुआ तो वह पूरे क्षेत्र को परमाणु युद्ध में झोंक देगा।

जिस पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, ”हमारा ध्यान उन बयानों की ओर गया है, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि वे पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने अमेरिका की यात्रा के दौरान दिए हैं। परमाणु हमले की धमकी देना पाकिस्तान की आदत में शामिल है।”

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